नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के इंदौर के मुस्लिम इलाकों में आरएसएस और बजरंग दल के खिलाफ कुछ पैम्फलेट बांटे गए, जिसमें मुस्लिम लड़कियों को आगाह करते हुए कहा गया हैं कि वे ‘भगवा प्रेमजाल में न फंसें, उपहारों और पैसों के लालच में अपना घर बर्बाद न करें.’
पैम्फलेट में लिखा गया कि आरएसएस और बजरंग दल द्वारा मुस्लिम लड़कियों को फंसाया जा रहा हैं इसलिए इन दोनों संगठनों से बचे रहें. लेकिन पैम्फलेट बांटे जाने के बाद और यह खबर फैलने के बाद हिंदू संगठन के कुछ लोग थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई.
बता दें की मामला सामने आने के बाद मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर में कुछ अज्ञात लोगों द्वारा “भगवा प्रेम-जाल” के खिलाफ मुस्लिम लड़कियों को ओपन लेटर के रूप में पर्चे बांटे जाने के बाद उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.
गृह मंत्री ने कहा, “इंदौर में विवादित पर्चे बांटने के मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. पुलिस को संबंधित इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के आदेश दिए हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि जिन लोगों ने आपत्तिजनक पर्चे फेंककर भ्रम और भय का माहौल बनाने की कोशिश की है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
‘खुला खत’
‘खुला खत’ (खुला पत्र) शीर्षक वाले इन पर्चों में मुख्य तौर पर आरएसएस और हिंदू संगठन बजरंग दल की आलोचना की गई है.
पैम्फलेट में आगे कहा गया कि ये दोनों संगठन हर साल दस लाख मुस्लिम लड़कियों को काफिर (इस्लाम धर्म का पालन न करने वाले) बना देते है. अमरावली शहर की 800 से ज्यादा लड़किया काफिर हो चुकी हैं.
सोशल मीडिया में सावधान रहने की चेतावनी देते हुए पर्चों में कहा गया कि “सोशल मीडिया (फेसबुक, इंस्टाग्राम ) के जरिए और स्कूल और कॉलेज में आपको दोस्ती के बहाने फंसाया जाता है. बहन तू अपना शिकार ना बनना.’
इस्लाम की शहजादी
‘खुला खत’ में कहा गया कि “मेरी बहन…. तेरे ईमान की कीमत 7 ज़मीन और 7 आसमानों से ज्यादा है. तेरी इज्जत सारी दुनियां के मुसलमानों की जान से ज्यादा कीमती है. तू अपने वालिद का फख्र है, तू अपने भाई का गुरूर है. तू अपने खानदान की इज्जत है. तू कोई मामूली नहीं है बहन बल्की इस्लाम की शहजादी है.”
बता दें कि रावजी बाजार पुलिस ने मामले पर कार्यवाही करते हुए कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 153 के तहत मामला दर्ज किया है.
पैम्फलेट के आखिर में भगवा प्रेम जाल में न फसने की बात कहते हुए कहा कि “तू भगवा लव ट्रैप में न फंसना थोड़े दिनों की झूठी खुशी, तोहफे और पैसे के लालच में आकर अपनी दुनिया और आखिरत को खराव न करा अगर तुझ से कोई गलती हो गई हो तो वापस आ जा तेरा भाई तेरी मदद के लिए तैयार है. अल्लाह तेरे ईमान, इज्जत और आबरू की हिफाजत करें, आमीन.”
बता दें कि पुलिस के अनुसार सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत इंदौर के मुस्लिम इलाको खजराना, चंदन नगर, रावजी बाजार और बॉम्बे बाजार में ये पर्चें अज्ञात लोगों द्वारा बांटे गए.
‘द केरला स्टोरी’
जांचकर्ताओं ने शुरुआती जांच में इस बात का अंदाजा लगाया हैं कि हो सकता हैं यह पर्चें फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ के विरोध में बांटे जा रहे है जिसमें मुख्य तौर पर यह दिखाया गया हैं कि किस प्रकार हिन्दू लड़कियों को फसाकर उन्हें ‘लव जिहाद’ का शिकार बनाया जाता है.
अभिनेत्री अदा शर्मा की यह फिल्म आतंकवादी संगठन आईएसआईएस में शामिल करने से पहले केरल में महिलाओं के कथित जबरन धर्म परिवर्तन पर केंद्रित है, जिसे मध्य प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में टैक्स फ्री किया गया हैं.
बता दें कि जब से यह फिल्म सिनेमा घरों में रिलीज़ हुई है तब से राजनीति के साथ साथ आम लोगो में भी चर्चा का विषय बनी हुई हैं. एक समुदाय इसमें खुद पर किया गया हमला मान रहा है तो दूसरा समुदाय इस फिल्म से सीख लेकर अपने धर्म की लड़कियों को बचाने की बात कर रहा है.
इस तरह से एक धर्म के लोगों को पर्चें बांट कर सतर्क रहने की सलाह देने या फिर कुछ खास तरह के निर्देश देने वाला यह पहला मामला नहीं है.
इससे पहले विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने पश्चिम बंगाल में युवाओं को “लव जिहाद” से जुड़े कुछ निर्देश देने के लिए पर्चें बांटे थे जिसमें लिखा था कि हिंदू पुरुषों को मुस्लिम महिलाओं से शादी करनी चाहिए और उन्हें हिंदू धर्म में लाना चाहिए.
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