नई दिल्ली: दोनों देशों के बीच संबंधों में हालिया तनाव के बीच भारतीय नागरिकों, कनाडा में छात्रों और वहां की यात्रा की योजना बना रहे लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
विदेश मंत्रालय (एमईए) द्वारा बुधवार को जारी एक पोस्ट के अनुसार, कनाडा में भारतीय नागरिकों और भारतीय छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे कनाडा के उन क्षेत्रों और संभावित स्थानों की यात्रा करने से बचें, जहां भारत विरोधी गतिविधियां बढ़ रही हैं.
कनाडा में भारतीय छात्रों को विशेष रूप से अत्यधिक सावधानी बरतने और सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
Advisory for Indian Nationals and Indian Students in Canada:https://t.co/zboZDH83iw pic.twitter.com/7YjzKbZBIK
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) September 20, 2023
कनाडा में भारतीय नागरिकों और छात्रों को ओटावा में भारतीय उच्चायोग या टोरंटो और वैंकूवर में भारत के महावाणिज्य दूतावासों के साथ अपनी संबंधित वेबसाइटों या MADAD पोर्टल madad.gov.in के माध्यम से पंजीकरण कराना होगा. विदेश मंत्रालय के अनुसार, पंजीकरण से उच्चायोग और महावाणिज्य दूतावास किसी भी आपातकालीन या अप्रिय घटना की स्थिति में कनाडा में भारतीय नागरिकों के साथ बेहतर ढंग से जुड़ने में सक्षम होंगे.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा सोमवार को हरदीप सिंह निज्जर की घातक गोलीबारी के पीछे भारत सरकार पर आरोप लगाने के बाद भारत, कनाडा के बीच बढ़ते तनाव के बीच यह बात सामने आई है.
नज्जर, जो भारत में एक नामित आतंकवादी था, को 18 जून को कनाडा के सरे, ब्रिटिश कोलंबिया में एक पार्किंग क्षेत्र में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मार दी गई थी.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि कनाडा में बढ़ती भारत विरोधी गतिविधियों और राजनीतिक रूप से क्षमा किए जाने वाले घृणा अपराधों और आपराधिक हिंसा को देखते हुए, वहां मौजूद सभी भारतीय नागरिकों और यात्रा पर विचार कर रहे लोगों से अत्यधिक सावधानी बरतने का आग्रह किया जाता है.
विदेश मंत्रालय की पोस्ट के अनुसार, हाल ही में धमकियों ने विशेष रूप से भारतीय राजनयिकों और भारतीय समुदाय के उन वर्गों को निशाना बनाया है जो भारत विरोधी एजेंडे का विरोध करते हैं.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि कनाडा में भारतीय उच्चायोग, महावाणिज्य दूतावास कनाडा में भारतीय समुदाय की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए कनाडाई अधिकारियों के साथ संपर्क में रहेंगे.
कनाडाई पीएम ट्रूडो ने सोमवार को दावा किया कि उनके देश के राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों के पास यह मानने के कारण हैं कि “भारत सरकार के एजेंटों” ने खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख हरदीप निज्जर की हत्या को अंजाम दिया.
इसके बाद कनाडा से एक भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया गया.
मंगलवार को भारत ने कनाडाई पीएम के आरोपों को खारिज करते हुए जवाब देते हुए उन्हें ‘बेतुका’ और ‘प्रेरित’ बताया. इसके बाद कनाडा के एक वरिष्ठ राजनयिक को भारत से निष्कासित कर दिया गया.
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