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Friday, 22 November, 2024
होमडिफेंस'मेड इन इंडिया हथियारों पर पूरा भरोसा', सेना दिवस 2023 पर बोले सेना प्रमुख मनोज पांडे

‘मेड इन इंडिया हथियारों पर पूरा भरोसा’, सेना दिवस 2023 पर बोले सेना प्रमुख मनोज पांडे

भारतीय सेना दिवस भारतीय सेना के महत्व को स्वीकार करने और हमारे देश के प्रत्येक सैनिक को उनकी निस्वार्थ सेवा के लिए सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है.

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नई दिल्ली: बेंगलुरु के गोविंदस्वामी परेड ग्राउंड में रविवार को आयोजित सेना दिवस 2023 कार्यक्रम में सेना प्रमुख थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने 75वें सेना दिवस के अवसर पर भारतीय सेना के सभी रैंकों, भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं दीं.

उन्होंने कहा, ‘आत्मनिर्भरता से आधुनिकता हमारा मूलमंत्र होगा. भारतीय रक्षा उद्योग इन चुनौतियों के लिए आगे आ रहा है. हमें मेड इन इंडिया हथियारों, उपकरणों पर भरोसा है. कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम संचार, मानव रहित प्रणाली, निर्देशित ऊर्जा हथियार जैसी आला तकनीक का स्वदेशीकरण हो रहा है.

सेना दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारतीय सेना की तारीफ करते हुए कहा कि सैनिकों ने हमेशा देश को सुरक्षित रखा है और संकट के समय सेवा के लिए व्यापक रूप से उनकी प्रशंसा की जाती है.

भारतीय सेना दिवस भारतीय सेना के महत्व को स्वीकार करने और हमारे देश के प्रत्येक सैनिक को उनकी निस्वार्थ सेवा के लिए सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है.

साथ ही फील्ड मार्शल के एम करियप्पा के 15 जनवरी 1949 को अपने ब्रिटिश पूर्ववर्ती के स्थान पर भारतीय सेना के पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ का पदभार संभालने के उपलक्ष्य में सेना दिवस मनाया जाता है.

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘सेना दिवस पर, मैं सभी सैन्यकर्मियों, भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं. प्रत्येक भारतीय को हमारी सेना पर गर्व है और हम अपने सैनिकों के हमेशा आभारी रहेंगे.

पीएम मोदी ने कहा, ‘उन्होंने हमेशा हमारे देश को सुरक्षित रखा है तथा संकट के समय सेवा के लिए उनकी व्यापक रूप से प्रशंसा की जाती है.’

सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार

सेना दिवस कार्यक्रम की शुरुआत उद्घाटन समारोह के साथ हुई, जिसमें समारोह के मुख्य अतिथि सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया. उन्होंने भारतीय सेना के विभिन्न टुकड़ियों के परेड समारोह की समीक्षा की.

जनरल मनोज ने अपने संबोधन में कहा, अग्निपथ योजना का आना एक एतिहासिक और प्रगतिशील कदम है. हमने भर्ती प्रक्रिया को स्वचालित किया है. हमें देश के युवाओं से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है..’

उन्होंने आगे बताया कि ‘उत्तरी सीमावर्ती इलाकों में स्थिति सामान्य बनी हुई है. एलएसी पर मजबूत डिफेंस बरकरार रखते हुए हम किसी भी आकस्मिकता से निपटने के लिए तैयार हैं. जवानों को सभी प्रकार के हथियार, उपकरण और सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में दी जा रही है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी सेना दिवस पर शुभकामनाएं दीं और कहा कि सैनिकों ने आपदाओं के समय रक्षक के रूप में काम करने के अलावा हमेशा शौर्य की सीमाओं को आगे बढ़ाया है.

उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस अवसर पर भारतीय सेना के सभी बहादुर जवानों तथा उनके परिवारों को सलाम करती हूं.’

राष्ट्रपति मुर्मू ने ट्वीट किया, ‘सेना दिवस पर, भारतीय सेना के जवानों के बलिदान की अनगिनत कहानियों को याद करते हैं. उन्होंने हमेशा शौर्य और साहस की सीमाओं को आगे बढ़ाया है तथा आपदाओं के समय रक्षक के रूप में भी काम किया है. मैं इस अवसर पर भारतीय सेना के सभी बहादुर जवानों और उनके परिवारों को सलाम करती हूं.’


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