नई दिल्ली: भारत यूक्रेन में फंसे भारतवासियों को निकलाने के लिए पूरा जोर लगा रहा है. केंद्र सरकार नने अब देश की वायुसेना को भी इस काम में लगा दिया है. पीएम मोदी के कहने पर अब भारतीय को यूक्रेन से निकालने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन गंगा में वायुसेना को भी जोड़ दिया गया है.
वायुसेना के इस ऑपरेशन से जुड़ने के बाद स्वदेश लौटने वाले भारतीयों की संख्या में इजाफा होगा. इस ऑपरेशन को गति मिलेगी. इसके अलावा राहत सामग्री पहुंचाने में भी काफी मदद मिलेगी. ऐसी जानकारी मिली है कि भारतीय वायुसेना के कई सी-17 विमान आज ऑपरेशन गंगा के तहत उड़ान शुरू कर सकते हैं.
भारतीय दूतावास ने दी जल्द निकलने की सलाह
यूक्रेन में मौजूद भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में फंसे सभी भारतीयों से कहा है कि वे आज ही राजधानी कीव को छोड़ दें. दूतावास ने कहा है कि या तो रेल का इस्तेमाल कर या किसी अन्य उपलब्ध संसाधन के जरिए वे आज राजधानी छोड़ दें.
Embassy of India in Ukraine advises Indians to leave Kyiv urgently today pic.twitter.com/tmoXpWTd1l
— ANI (@ANI) March 1, 2022
बाकि देशों से आगे भारत
केंद्र सरकार ने मंगलवार को युद्ध प्रभावित यूक्रेन में भारतीय नागरिकों की मदद करने के लिए अपनी प्रतिक्रिया की तुलना अमेरिका, ब्रिटेन और चीन सहित कई अन्य देशों और वहां के नागरिकों के साथ की और कहा कि ‘ऑपरेशन गंगा’ जारी है और दूतावास भी काम कर रहा है वहीं अन्य देश इतने बड़े पैमाने पर काम नहीं कर पा रहे हैं और कुछ ने अपने नागरिकों की मदद करने में असमर्थता भी व्यक्त की है.
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भारतीय नागरिकों द्वारा उत्पीड़न का सामना करने वाले कुछ वीडियो सामने आने के साथ, अपने नागरिकों, ज्यादातर छात्रों को निकालने के लिए भारत की प्रतिक्रिया में कथित देरी को लेकर कुछ वर्गों, विशेष रूप से विपक्षी दलों की ओर से सरकार की आलोचना की गई है.
सरकारी सूत्रों ने आलोचना का जवाब देने के लिए विभिन्न देशों की प्रतिक्रिया साझा की और कहा कि भारत अपने नागरिकों की मदद करने में तत्पर और अथक रहा है.
एक सूत्र ने कहा, ‘चीन ने अपनी निकासी योजनाओं को स्थगित कर दिया है, जबकि भारतीय ऑपरेशन गंगा आगे बढ़ रहा है.भारतीयों को वापस लाने के वास्ते भारत से पड़ोसी देशों के लिए उड़ानें जारी हैं.चीन ने कोई यात्रा परामर्श और कोई सहायता तंत्र जारी नहीं किया है, जबकि भारत ने संपर्क नंबर, परामर्श और मदद के लिये समूचे तंत्र की व्यवस्था की है.यूक्रेन में चीनी नागरिकों पर हमले हो रहे हैं जबकि भारतीय ध्वज वाली बसों को सुरक्षित रास्ता दिया जा रहा है.’
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