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Saturday, 21 December, 2024
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भारत भूकंप की चपेट में आए तुर्की की मदद के लिए भेजेगा राहत सामग्री, मेडिकल और NDRF की टीमें

प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि एक मीटिंग की गई जिसमें तय किया गया कि राहत सामग्री के साथ एनडीआरएफ की खोज और बचाव टीम व मेडिकल टीम को तत्काल तुर्की सरकार के साथ कोऑडिर्नेशन करके भेजा जाएगा.

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नई दिल्ली: भारत ने सोमवार को कहा कि वह तेज भूकंप की चपेट में आए तुर्की में बचाव और राहत कार्य और मेडिकल टीम भेजेगा. तुर्की और उत्तर-पूर्व सीरिया में 7.8 की तीव्रता का भूकंप आया है जिसमें अब तक 1300 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है.

प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि एक मीटिंग की गई जिसमें तय किया गया कि राहत सामग्री के साथ एनडीआरएफ की खोज और बचाव टीम व मेडिकल टीम को तत्काल तुर्की सरकार के साथ कोऑडिर्नेशन करके भेजा जाएगा.

पीएमओ ने अपने बयान में कहा कि भूकंप प्रभावित क्षेत्र में नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स (एनडीआरएफ) के 100 कर्मियों के साथ विशेष तौर से प्रशिक्षित डॉग स्कॉड की टीम, जरूरी उपकरण भेजे जाने की तैयारी है.

पीएमओ ने कहा, ‘जरूरी दवाओं के साथ प्रशिक्षित डॉक्टरों और पैरामेडिक्स के साथ मेडिकल टीम तैयार है. राहत सामग्री तुर्की सरकार और अंकारा में भारतीय दूतावास व इस्तांबुल में कांसुलेट जनरल ऑफिस के साथ कोऑर्डिनेशन करके भेजी जाएगी.

प्रधानमंत्री मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने तत्काल राहत कार्य के लिए साउथ ब्लॉक में बैठक की.

मीटिंग में कैबिनेट सचिव, गृह मंत्रालय के मामलों के प्रतिनिधि, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन विभाग (एनडीएमए), एनडीआरएफ, विदेश मामलों के रक्षा बल और उड्डयन मंत्रालय (मोका) व परिवार कल्याण विभाग के प्रतिनिधि शामिल थे.

भूकंप का केंद्र दक्षिण केंद्रीय तुर्की के गाजियांटेप शहर के नजदीक था.

इससे पहले तुर्की के आंतरिक मामलों के मंत्री सुलेमान सोयलू इंटरनेशनल मदद की मांग के साथ लेवल 4 अलर्ट की घोषणा की है.

ताजा आकलन के मुताबिक सीरिया में 237 लोग मारे गए हैं जबकि 639 लोग घायल हुए हैं. सीरिया के सरकारी न्यूज एजेंसी सना की रिपोर्ट के हवाले से स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है.

एक शती से अधिक समय बाद तुर्की में इतना बड़ा भूकंप आया है. जिससे इमारतें ढह गईं और लोग सड़कों पर निकल आए.

यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे ने तुर्की में 24 आफ्टरशॉक्स रिकॉर्ड किए हैं. यूरोपीय भूमध्यसागरीय भूकंपीय केंद्र के अनुसार, जैसा कि टाइम्स ऑफ इज़राइल द्वारा जिक्र किया गया है, भूकंप के प्रभाव सीरिया, लेबनान, साइप्रस, ग्रीस, जॉर्डन, इराक और दूर रोमानिया, जॉर्जिया और मिस्र में महसूस किए गए.

तुर्की में आए भीषण भूकंप में कई लोगों के मारे जाने की खबरों के बाद दुनिया भर से शोक संवेदनाओं का तांता लग गया है. इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर तुर्की और आसपास के इलाकों में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया.


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