नई दिल्ली : राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सीमा मुद्दे पर चीन के विदेश मंत्री वांग यी से रविवार को टेलीफोन पर बात की. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग ने सीमावर्ती क्षेत्रों में हालिया घटनाक्रमों पर खुलकर बात की और व्यापक तौर पर विचारों का आदान-प्रदान किया.
NSA Doval&Chinese FM agreed that both sides should take guidance from consensus of the leaders that maintenance of peace&tranquillity in India-China border areas was essential for development of bilateral relations&that two sides shouldn't allow differences to become disputes:MEA pic.twitter.com/TlV5j4l5Jb
— ANI (@ANI) July 6, 2020
डोभाल और वांग इस बात पर सहमत हुए कि द्विपक्षीय संबंधों में विकास के लिए शांति और स्थिरता की बहाली आवश्यक है. डोभाल और वांग इस बात पर सहमत हुए कि शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा से सैनिकों का पूरी तरह पीछे हटना सुनिश्चित करना आवश्यक है.
विदेश मंत्रालय ने डोभाल और वांग के बीच हुई वार्ता पर कहा, इस बात पर सहमति बनी कि दोनों पक्ष मतभेदों को विवाद में तब्दील न होने दें.
दोनों पक्षों को भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में तनाव कम करने के लिए चरणबद्ध तरीके से कदम उठाना सुनिश्चित करना चाहिए टेलीफोन पर हुई वार्ता में डोभाल और वांग ने पुन: दोहराया कि दोनों पक्षों को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) का पूर्ण सम्मान करना चाहिए.
टेलीफोन पर हुई वार्ता में डोभाल और वांग ने पुन: दोहराया कि एलएसी पर यथास्थिति को बदलने के लिए कोई एकतरफा कार्रवाई नहीं होनी चाहिए इस बात पर सहमति बनी कि सीमा मुद्दे पर दो विशेष प्रतिनिधि अपनी चर्चा जारी रखेंगे.
आपको बता दें, बीते शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लेह गए थे. जहां पीएम मोदी ने चीन को संदेश दिया था कि विस्तारवाद का वक्त अब ख़त्म हो गया है, ये समय विकासवाद का है.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)