पटना: बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश में नए उद्योग स्थापित करने और संचालन के लिए सहमति मांगने वाले आवेदनों की संख्या में वृद्धि से पता चलता है कि राज्य अब सरकार की प्रोत्साहन नीतियों के कारण औद्योगिक विकास के रास्ते पर है.
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (बीएसपीसीबी) द्वारा यहां जारी एक बयान के अनुसार, ‘‘राज्य में नए उद्योग स्थापित करने और संचालन के लिए सहमति मांगने वाले उद्योगों की संख्या में वृद्धि से संबंधित आंकड़े प्रदेश में औद्योगिक विकास और विकास में सकारात्मक प्रवृत्ति को दर्शाता है. यह दर्शाता है कि राज्य सरकार की प्रोत्साहन नीतियों के कारण प्रदेश अब औद्योगिक विकास के रास्ते पर है.’’
बयान में कहा गया कि बीएसपीसीबी के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि स्थापना के लिए सहमति (सीटीई) और संचालन के लिए सहमति (सीटीओ) के आवेदनों में लगातार वृद्धि हो रही है, जो बिहार में निवेशकों के बढ़ते विश्वास और औद्योगिक विस्तार का संकेत है.
बयान के मुताबिक, ‘‘2020 से 2024 तक, बीएसपीसीबी द्वारा प्राप्त सीटीई और सीटीओ आवेदनों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. 2020 में, कुल 3,578 आवेदन प्राप्त हुए, जो प्रत्येक वर्ष उत्तरोत्तर बढ़ते हुए 2023 में 7,933 आवेदनों तक पहुंच गए हैं. विशेष रूप से, 2024 में, राज्य को अगस्त तक 5,564 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, जो निरंतर औद्योगिक रुचि और निवेश को दर्शाता है.’’
बीएसपीसीबी ने कहा, ‘‘स्वीकृत आवेदनों की संख्या में भी पर्याप्त वृद्धि हुई है, 2020 में जहां 3,171 आवेदनों को मंजूरी दी गई जो 2023 में बढ़कर 6,695 हो गई, जो औद्योगिक उपक्रमों को संसाधित करने और समर्थन देने में बोर्ड की दक्षता को दर्शाता है. सीटीई और सीटीओ आवेदनों में उल्लेखनीय वृद्धि बिहार के अनुकूल कारोबारी माहौल में निवेशकों और उद्यमियों के बीच बढ़ते विश्वास का स्पष्ट संकेत है.’’