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Wednesday, 24 April, 2024
होमदेशयूपी में उठा रैगिंग का जिन्न, मेडिकल के छात्रों का सिर मुंडवा कर निकाला मार्च, करवाया सलाम

यूपी में उठा रैगिंग का जिन्न, मेडिकल के छात्रों का सिर मुंडवा कर निकाला मार्च, करवाया सलाम

वीडियो इस साल एमबीबीएस में एडमिशन लेने वाले 200 छात्रों का है जिसमें में सभी छात्रों के सिर मुड़वा दिए गए और उनसे परेड भी कराई गई.

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सैफई: रैगिंग के खिलाफ सख्ती के तमाम दावे सैफई  स्थित मेडिकल कॉलेज में फेल हो गए. बुधवार को एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एमबीबीएस के नए छात्रों के सिर के बाल मुंड़वाकर परेड कराई जा रही है. कॉलेज प्रशासन इस वायरल वीडियो पर रैगिंग की बात से इंकार कर रहा है जबकि सोशल मीडिया से लेकर छात्रों के वाॅट्सऐप ग्रुप्स में ये वीडियो वायरल हो रहा है.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ये वीडियो इस साल एमबीबीएस में एडमिशन लेने वाले 200 छात्रों का है जिसमें में सभी छात्रों के सिर मुड़वा दिए गए और उनसे परेड भी कराई गई. सुबह जब छात्र लाइन लगाकर अपने हॉस्टल से कॉलेज पहुंचे तो इसकी जानकारी अन्य छात्र-छात्राओं को हुई.

छात्रों का वीडियो वायरल होने के बाद भी कॉलेज प्रशासन इसे देशभर के मेडिकल कॉलेजों की परंपरा बताकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं. कॉलेज के डीन पंकज जैन ने कहा, ‘छात्रों ने अपनी मर्जी से ही सिर के बाल मुड़वाए हैं, वैसे भी ये परंपरा है जो सभी जूनियर छात्र अपनी मर्जी से अपनाते हैं. फिर भी रैगिंग जैसी कोई बात सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी.’

यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर राजकुमार सिंह का भी कहना है कि मीडिया के माध्यम से उन्हें वीडियो मिला है. वह इस पर कार्रवाई करेंगे. पिछले साल भी इस तरह की बात सामने आने पर पांच छात्रों पर कार्रवाई की गई थी.

पहले भी होती रही हैं ऐसी घटनाएं

नाम न छापने की शर्त पर छात्र बताते हैं कि सैफई मेडिकल कॉलेज में जूनियर छात्रों को परंपरा व संस्कार सिखाने के नाम पर क्या क्या नहीं करना पड़ता है. उनको सिर के बाल मुड़ाने के अलावा अपने सीनियर छात्रों के हॉस्टल के सामने से निकलने के दौरान झुककर सलाम करते हुए ही चलना पड़ता है.

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रैगिंग का विरोध करने का किसी भी छात्र का साहस नहीं होता है. कॉलेज के सूत्र बताते हैं कि एंटी रैगिंग स्क्वाड के नाम पर केवल औपचारिकता पूरी की जाती है. जबकि जो घटनाक्रम जूनियर छात्रों के साथ होता है वो सभी अधिकारियों की जानकारी में भी होता है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं देता है.

इस मामले में इटावा के डीएम जेबी सिंह ने जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. एसडीएम सैफई व मेडिकल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को रिपोर्ट देने के आदेश दिए है. डीएम द्वारा मीडिया को बताया गया कि चिकित्सा सचिव को यह रिपोर्ट भेजी जायेगी.

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