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Thursday, 25 April, 2024
होमदेशयूपी में पीटे गए मुस्लिम लड़के के पिता ने कहा—‘मंदिर पहले तो सबके लिए खुला था, अब पानी पीना भी अपराध’

यूपी में पीटे गए मुस्लिम लड़के के पिता ने कहा—‘मंदिर पहले तो सबके लिए खुला था, अब पानी पीना भी अपराध’

डासना मंदिर में प्रमुख महंत ‘नरसिंहानंद सरस्वती के आदेश पर’ मुसलमानों के प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है, उन्हीं के शिष्य ने पिछले सप्ताह 14 वर्षीय मुस्लिम लड़के की पिटाई कर दी थी.

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डासना (गाजियाबाद): ‘यह मंदिर हिन्दुओं का पवित्र स्थल है, यहां मुसलमानों का प्रवेश वर्जित है.’ यह डासना देवी मंदिर के बाहर लगे बोर्ड में लिखा है जिसे इसके महंत या मुख्य पुजारी नरसिंहानंद सरस्वती के आदेश पर लगाया गया है.

इस मंदिर के एक सेवक और नरसिंहानंद सरस्वती के शिष्य ने गत गुरुवार को एक 14 वर्षीय मुस्लिम लड़के को पीट दिया था और मारपीट का यह वीडियो वायरल हो गया. लड़के का ‘अपराध’? यह था कि मंदिर के बोर्ड पर लिखी कड़ी चेतावनी नजरअंदाज करते हुए पानी पीने के लिए मंदिर के ‘निषिद्ध’ क्षेत्र में दाखिल हो गया था.

लड़के ने कथित तौर पर अपना और अपने पिता का नाम बताकर जैसे ही अपनी मुस्लिम पहचान जाहिर की सेवक शृंगी नंदन यादव, जैसा वीडियो में दिखता है, ने लड़के को थप्पड़ जड़ने शुरू कर दिए और कई बार उसके गुप्तांग पर भी मारा, उसकी बांह उमेठी और जमीन पर पटक दिया. इस पूरे घटनाक्रम के दौरान यादव का सहयोगी शिवानंद वीडियो बनाता रहा.

वीडियो वायरल होने के बाद गाजियाबाद पुलिस ने मामले पर संज्ञान लिया और यादव और शिवानंद को गिरफ्तार कर लिया, उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना), 505 (सार्वजनिक तौर पर गड़बड़ी पैदा करने वाली टिप्पणियां करने), 323 (घायल करना) और 352 (हमला करना) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. इन लोगों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

गाजियाबाद के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) इराज राजा ने दिप्रिंट को बताया, ‘मुख्य आरोपी—यादव—को घटना के तुरंत बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया. जबकि हमले के वीडियो रिकॉर्ड करने वाले उसके साथी को कुछ घंटों बाद गिरफ्तार किया गया. यादव बिहार का रहने वाला है और करीब छह महीने पहले ही यहां आया था. वह महंत यति का चेला है. वहीं शिवानंद दिल्ली का रहने वाला है.’ साथ ही बताया कि यह इन दोनों आरोपियों के खिलाफ दर्ज पहला आपराधिक मामला है.

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The board outside the Dasna Devi Mandir 'forbids' the entry of Muslims, 'by order of' its head priest, Yati Narsinghanand Saraswati | Photo: Suraj Singh Bisht | ThePrint
मंदिर के बाहर लगाया गया बोर्ड जिसमें पुजारी के आदेश के बाद लिखा गया है कि यहां मुसलमानों का प्रवेश वर्जित है./फोटो: सूरज सिहं बिष्ट/ दिप्रिंट

यह भी पढ़ें: क्या मोदी हिंदुओं के घाव भर पायें है? उपासना स्थल कानून के खिलाफ दायर PIL इसका जवाब तय करेगा


पहली घटना नहीं

पिटने वाले लड़के के पिता, जो निर्माण मजदूर है, ने दिप्रिंट से बातचीत में कहा, ‘वह यहां था और उसे प्यास लगी थी. वह वहां लिखी चेतावनी नहीं समझ पाया; वह अनपढ़ है. उसने नल देखा और वहां पानी पीने चला लगा. जब वह दौड़ता हुआ घर आया, तो उसके सिर से खून निकलता देखकर हम घबरा गए.’

यह परिवार डासना इलाके में ही मंदिर से करीब एक किलोमीटर दूर एक कमरे के घर में रहता है. लड़के के पिता ने कहा, ‘मंदिर पहले सबके लिए खुला होता था, लेकिन अब हालात बिगड़ गए हैं. पुजारी और उनके शिष्य हमारे साथ अछूतों जैसा व्यवहार करते हैं. वहां पानी पीना भी अब अपराध हो गया है. उन लोगों से पिटने वाला मेरा बेटा पहला नहीं है.’

लड़के ने दिप्रिंट को बताया, ‘मैंने वहां पानी पिया ही था और जैसे ही निकलने वाला था, यादव ने मेरा हाथ मरोड़ दिया और मुझे परिसर के अंदर खींच लिया. शिवानंद को वीडियो शूट करने के लिए कहा. मैं अब कभी उस तरफ नहीं जाऊंगा.’

यह वीडियो हिंदू एकता संघ नामक एक इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया गया था, जिसे अब हटा दिया गया है. यह कथित तौर पर आरोपियों के परिचित लोगों की तरफ संचालित किया जाता है. चैनल ने बच्चे की पिटाई की घटना को महिमामंडित करते हुए यहां तक कह डाला कि—मुल्ले को नपुंसक बना दिया.

एक अन्य वीडियो में श्रृंगी नंदन यादव को एक व्यक्ति को उत्पीड़ित करते हुए देखा जा सकता है. इसके कैप्शन में लिखा है: ‘मुल्लों की पिटाई.’ वह एक अन्य युवक को ‘बांग्लादेशी घुसपैठिया’ करार देते हुए उसे चाकू की नोंक पर धमकाता भी नजर आ रहा है.

डासना निवासी एक मुस्लिम शाह आलम ने भी आरोप लगाया कि यद्यपि यह मामला सुर्खियों में आया है लेकिन ये पहली बार नहीं है जब किसी को इस तरह से पीटा गया हो. आलम ने कहा, ‘पिछले पांच-छह साल में हालात बिगड़ गए हैं.’

हालांकि, पुलिस ने कहा कि पूर्व में ऐसा कोई मामला दर्ज नहीं कराया गया है.

नरसिंहानंद का प्रभाव और नफरत का माहौल

यादव बिहार के भागलपुर से सिर्फ इस मंदिर में सेवादारी करने के लिए ही आया है और बार-बार ‘मुसीबत की जड़’ बनने वाले नरसिंहानंद का चेला बनकर रहता है. उन्होंने 2019 में दक्षिणपंथी नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद और पड़ोस में स्थित उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़के दंगों के एक दिन पहले 22 फरवरी 2020 को मुसलमानों को निशाना बनाने की धमकी दी थी.

हिंदूवादी नेता रागिनी तिवारी की तरह नरसिंहानंद भी अपने भक्तों के लिए ‘धर्म योद्धा’ हैं. नरसिंहानंद समय-समय पर मुसलमानों के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून की जरूरत पर जोर देते रहे हैं.

इस मामले पर टिप्पणी के लिए दिप्रिंट ने फोन पर नरसिंहानंद से संपर्क साधा लेकिन उन्होंने कुछ बोलने से इनकार कर दिया.

यादव के फेसबुक पेज पर नरसिंहानंद का प्रभाव पूरी तरह नजर आता है—इसमें महंत की उन शिक्षाओं का जिक्र है, जिसमें उन्होंने कहा कि मुसलमानों ने कैसे अपनी आबादी बढ़ाई है और संख्या के मामले में हिंदुओं को पछाड़ रहे हैं और जिहाद को क्यों/कैसे रोकने की जरूरत है? उसने उन पोस्ट को भी साझा किया है जिसमें कहा गया है कि अन्य समुदायों के पुरुषों से दोस्ती करने वाली महिलाओं को ‘दंडित’ किया जाना चाहिए.

सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई कई तस्वीरों में उसे चाकू, बंदूक और अन्य हथियार पकड़े देखा जा सकता है.

मंदिर आने वाले भक्तों का कहना है कि मुसलमानों ने ‘डासना को नष्ट कर दिया है.’ मुस्लिम मंदिर में प्रवेश क्यों नहीं कर सकते, इस पर एक भक्त उमेश पांडे का कहना है, ‘मुसलमानों पर कोई अंकुश नहीं है, वे अपवित्र हैं. ये क्षेत्र मुस्लिम बहुल है और उन्होंने यहां गंदगी फैला रखी है; हम नहीं चाहते कि वे अब मंदिर को अपवित्र करें.’

पांडे ने यह भी कहा कि उन्होंने शुक्रवार को दो युवा मुस्लिम लड़कों को ‘थप्पड़’ मारा क्योंकि उन्हें संदेह था कि पास के अस्पताल से वे कुछ चुरा रहे हैं. दिप्रिंट ने छह भक्तों से बात की, जो नियमित रूप से इस मंदिर में आते हैं, और सभी ने लगभग इसी तरह की भावनाएं व्यक्त कीं और कहा कि लड़के को मंदिर में घुसना ही नहीं चाहिए था, और यादव द्वारा उसकी पिटाई करना गलत नहीं था.

एक अन्य भक्त मदन लाल ने कहा, ‘देश को जनसंख्या नियंत्रण कानून की जरूरत है, नहीं तो हिंदुओं को ज्यादा बच्चों को जन्म देना शुरू करना होगा. हम पहले से ही संख्या में कम है, अगर कल को कोई जंग छिड़ गई तो हम क्या करेंगे?’

अशोक कुमार ने कहा, ‘गुरुजी सही कह रहे हैं, उन्हें हर जगह क्यों घुसने दिया जाए? वे हमारी मां-बहनों को घूरते हैं, उन्होंने देश पर कब्जा कर रखा है. बाहर एक ट्यूबवेल है, लड़के ने वहां पानी क्यों नहीं पिया? बेशक उसका व्यवहार हमारे लिए अपमानजनक था.’

एक स्थानीय निवासी शाजान ने बताया कि स्कूल में साथ पढ़ने वाले उसके हिंदू दोस्त डासना मंदिर आते थे. इस 18 वर्षीय युवक ने बताया, ‘वे हमें बताते थे कि महंतजी शाम को उन्हें हथियार चलाने का प्रशिक्षण देंगे. अब वे हमसे बात नहीं करते.’

शाजान ने अपने एक पूर्व स्कूली साथी का फेसबुक अकाउंट भी दिखाया, जो एक भक्त है. उसका फेसबुक अकाउंट मुसलमानों के खिलाफ गालियों से भरा है.

शाजान के ही स्कूल के एक अन्य पूर्व स्कूली छात्र, जिसने नाम न छापने की शर्त पर दिप्रिंट से फोन पर बात की, ने बताया, ‘महंतजी पहले शस्त्र प्रशिक्षण की कक्षाएं लगाते थे, मैं भी स्कूल के बाद वहां जाता था लेकिन मेरे परिवार ने अब डासना छोड़ दिया है.’

2017 में दशहरे के दौरान शस्त्र अधिनियम के तहत एक मामला दर्ज किया गया था जब नरसिंहानंद के कई शिष्यों ने कथित तौर पर हवा में गोलियां चलाई थीं.

हालांकि, एसपी (ग्रामीण) इराज राजा ने कहा, ‘हम मंदिर के अंदर हथियारों के प्रशिक्षण के बारे में कुछ नहीं जानते हैं, इसलिए इन आरोपों पर टिप्पणी नहीं कर सकते.’

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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7 टिप्पणी

  1. प्रोपेगेंडा पत्रकार जी । महाराज जी का इंटरव्यू वायरल है उसे देख लो । महाराज जी खुलकर टिप्पणी कर रहे है । निष्पक्ष लिखना कब शुरू करोगे द प्रिंट।

  2. बिक गए हो।सच बताओ कि ये लड़का मन्दिर में पेशाब कर रहा था।तुम भी।गज़ब कर रहे हो।ये स्टोरी झूठी है।

  3. कई मुसलमान बच्चों ने को मदरसों से शिक्षा जो प्राप्त होती है उससे क्या सिखाया जाता है यह तो बड़े बुजुर्गों को पता ही होगा छोटे से बच्चे रेडी कर सकते हैं जो जिहाद की राह में चल रहे हैं वह मंदिर परिसर में क्या करने के लिए गए थे जबकि ऊपर में बड़े अक्षरों में साफ लिखा था तो

  4. आपका कोई औचित्य नहीं है मंदिर मैं घुसने का, जब आपकी कोई आस्था नहीं है तो मंदिर मैं जाने कि क्या मजबूरी? पानी पीने के लिए सिर्फ मंदिर मै ही मिलता है क्या

    • Jeetu ji ishwar naa kare aap kabhi pyase hon aur sanyogwash masjid ho aur paani bhi to kya aap pyaase rahenge…… Zara sochiye prabhu Paani ka bhi dharm ya Astha hoti hai kya?????

  5. तुम्हारे जैसे पत्रकार ही देश को बर्बाद करने पर तुले है

  6. ‍ मैं उन दोगले लोगों से कहना चाहूंगा कि अगर कोई दूसरा धर्म इतना ही अच्छा है तो अपना ले, उन्हें भी पता चल जाएगा
    बाकी हमें भी तो पता चले कि वास्तव में असली हिन्दू शेर बचे ही कितने हैं।

    और रही बात निस्पक्षता की तो तेरा लेख इतना निष्पक्ष है कि ऐसा लग रहा है किसी कट्टर हिन्दू विरोधी या किसी मौलवी द्वारा लिखा गया है और तूने बस copy -paste किया है

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