नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से एक बेहद दर्दनाक वीडियो सामने आया है. वीडियो में पुलिस एक युवक की बेरहमी से पिटाई करती नज़र आ रही है. दिप्रिंट को मिली जानकारी के मुताबिक वीडियो में नज़र आ रहे दोनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाज़िर कर दिया गया है.
छिंदवाडा के एडिशनल एसपी शशांक गर्ग ने दिप्रिंट से फ़ोन पर बातचीत में कहा, ‘वीडियो में नज़र आ रहे दोनों पुलिस वालों को लाइन हाज़िर कर दिया गया है. मामले की जांच की जा रही है जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.’
उन्होंने ये भी बताया कि वीडियो तकरीबन 10 दिन पुराना है और जिस युवक की पिटाई की गई है उसके द्वारा उपद्रव किए जाने की सूचना पुलिस को मिली थी.
इससे जुड़ा एक हैश टैग #MadhyaPradeshpolice भी ट्विटर पर चल रहा है जिसमें ख़ुद को डिजिटल एंड ब्रॉडकास्ट जर्नलिस्ट बता रहे देवेश पांडेय के वीडियो वाले ट्वीट को काफ़ी सारे लोगों ने रीट्वीट किया है.
अपने ट्वीट में देवेश ने लिखा है, ‘घटना : मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के पिपला थाना क्षेत्र की. बाकी सब आपके सामने है.‘
खबर लिखे जाने तक देवेश के इस ट्वीट को 17.6 हज़ार रीट्वीट्स और 18.3 हज़ार लाइक्स मिल चुके हैं.
घटना : मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के पिपला थाना क्षेत्र की।
बाकी सब आपके सामने है.. pic.twitter.com/uydyARXgRv— Devvesh Pandey | देवेश पांडेय | دیویش پانڈے۔ (@iamdevv23) May 23, 2020
मोबाइल से शूट की गई इस वीडियो में पुलिस वालों ने व्यक्ति को तब तक पीटा जब तक वो जमीन पर गिर नहीं गया. 1.1 मिलियन से अधिक व्यूज़ वाले इस वीडियो में पुलिस वाले व्यक्ति को काफी खराब तरीके से गाड़ी में लादते नज़र आ रहे हैं.
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शिवराज सरकार और उनकी पुलिस पर सवाल
बॉलीवुड अदाकारा और सामाजिक कार्यकर्ता स्वरा भास्कर ने इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा है कि इसे देखकर वो नि:शब्द हैं. पुलिस अपने काम के नाम पर जो करती है वो स्तब्ध कर देने वाला है.
No words! Unspeakable horror that goes on in the name of policing… @IPS_Association #MadhyaPradesh #MadhyaPradeshpolice #Chindwara @AltNews @free_thinker @zoo_bear @BoomFactsHindi @SMHoaxSlayer @BBCHindi https://t.co/Zw0ql3oB7P
— Swara Bhasker (@ReallySwara) May 23, 2020
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी मामले पर शिवराज सिंह चौहान की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को ट्वीट करते हुए घेरा है. उन्होंने लिखा, ‘शिवराज जी कोरोना लॉकडाउन में क्या आपने मप्र पुलिस को गरीब मज़दूरों को इस बर्बरता से पीटने के अधिकार दे दिये हैं? इस प्रकार के पुलिसकर्मी को तो बर्खास्त करना चाहिए.‘
शिवराज जी कोरोना लॉकडाउन में क्या आपने मप्र पुलिस को गरीब मज़दूरों को इस बर्बरता से पीटने के अधिकार दे दिये हैं? इस प्रकार के पुलिसकर्मी को तो बर्खास्त करना चाहिए। https://t.co/xZBKrY6N4Q
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 23, 2020
एमपी पुलिस अपने काम करने के तरीके को लेकर हालिया दिनों में दूसरी बार घिरी है. इसके पहले आई बर्बरता की एक ख़बर में भी राज्य की पुलिस की किरकिरी हुई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दीपक बुंदलेले नाम के एक वकील जब सूबे के बेतुल के ज़िला अस्पताल में अपना इलाज करवाने जा रहे थे तो पुलिस वालों ने उन्हें मुसलमान समझकर पीट दिया.
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23 मार्च की पिटाई की घटना के बाद दो पुलिस वाले 17 मई को उनका बयान लेने पहुंचे. दीपक के पास मौजूद एक रिकॉर्डिंग में पुलिस वालों ने उनसे कथित तौर पर कहा कि जब कभी भी दंगा होता है तो पुलिस वाले हिंदुओं की साइड लेते हैं. ये मुसलमानों को भी पता है. दीपक को मुसलमान समझकर पीटने को पुलिस वालों ने अपनी गलती माना.
जब दीपक ने पूछा कि क्या सच में उन्हें मुसलमान समझकर पीट दिया गया तो पुलिस वालों ने कहा कि बिल्कुल ऐसा ही हुआ क्योंकि उनकी दाढ़ी बहुत लंबी है. इस मामले में एक सब-इंस्पेकटर को सस्पेंड कर दिया गया है.
जैसा की पुलिस कह रही है की पिटाई खाने वाले व्यक्ति ने उपद्रव किया था लेकिन विडिओ से पता चल रहा है की वह पुलिस के सामने खड़ा है और पुलिस ऐसे पिट रहे हैं की उसकी मौत हो सकती है। एक अन्य केस में एक दाढ़ी रखे व्यक्ति को महज़ इस लिए पिट दिया गया की वो दूसरे धर्म का दिखाई दे रहा है।
एक बात समझ नहीं आती की पुलिस की कार्यवाही एक तरफा क्यों है ?
गुंडे और पुलिस में कोई अंतर् न रहा।