वाशिंगटन : अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष की प्रमुख क्रिस्टलीना जॉर्जीएवा ने कहा है कि कोरोनावायरस से लोगों तथा विश्व अर्थव्यवस्था के समक्ष गंभीर चुनौती की है. उन्होंने कहा कि इससे मौजूदा वर्ष में वृद्धि दर पिछले साल की 2.9 प्रतिशत से नीचे जा सकती है.
संयुक्त राष्ट्र के अर्थशास्त्रियों ने भी फरवरी में दुनिया भर में विनिर्माण निर्यात में 50 बिलियन डॉलर की गिरावट की घोषणा की क्योंकि कोविड-19 विश्व व्यापार को बाधित कर रहा है. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार भारत के व्यापार पर कोरोनावायरस का प्रभाव 348 डॉलर मिलियन होने का अनुमान है.
सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में मशीनरी, मोटर वाहन और संचार उपकरण शामिल हैं. भारत कोरोनोवायरस महामारी के कारण 15 सबसे प्रभावित अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. यूरोपीय संघ, अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया जैसी अन्य अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में भारत के लिए व्यापार प्रभाव कम है. इंडोनेशिया के लिए व्यापार प्रभाव 312 मिलियन डॉलर है.
इरडा ने बीमा कंपनियों से कोरोना वायरस के इलाज से संबंधित पॉलिसियां लाने को कहा भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने बीमा कंपनियों से ऐसी पॉलिसियां लाने को कहा है, जिनमें कोरोना वायरस के इलाज का खर्च भी ‘कवर’ हो. दुनियाभर में कोरोना वायरस से हजारों की संख्या में लोग संक्रमित हुए हैं.
जरूरत आधारित स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध कराने के तहत बीमा कंपनियां विभिन्न उत्पादों से संबंधित बीमारियों के लिए उत्पाद उपलब्ध करा रही हैं. इनमें मच्छरों आदि से होने वाली बीमारियां शामिल हैं. देश में कोरोना वायरस के 28 मामलों की पुष्टि हुई है.
बीमा नियामक ने बीमा कंपनियों से कहा है कि वे कोरोना वायरस के इलाज से संबंधित दावों का तेजी से निपटान करें. इरडा ने कहा कि जिन मामलों में अस्पताल में भर्ती होने का खर्च कवर हो, बीमा कंपनियां यह सुनिश्चित करें कि कोविड-19 से संबंधित मामलों का तेजी से निपटान किया जाए.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)