नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली से मिली जानकारी के मुताबिक 2019-20 के सत्र में संस्थान ने सबसे ज़्यादा इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स (आईपी) फाइल किए हैं. आईआईटी दिल्ली द्वारा दी गई इस जानकारी के मुताबिक इस साल 150 आईपी फ़ाइल किए गए हैं, जो पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत ज़्यादा है.
आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रोफ़ेसर राम गोपाल राव ने कहा, ‘आईआईटी दिल्ली ने 2019 में 150 आईपी फ़ाइल किए हैं. ये 2018 की तुलना में 20 प्रतिशत ज़्यादा है.’ प्रोफेसर राव ने ये दावा भी किया कि इन आईपी को मिलने वाले लाइसेंस से होने वाले मुनाफ़े में भी चौगुना इज़ाफ़ा हुआ है.
फाइल की गई आईपी में पेटेंट्स और डिज़ाइन दोनों शामिल हैं. फाउंडेशन फ़ॉर इनोवेशन एंड टेक्नॉलजी ट्रांसफर (एआईटीटी) के मुताबिक इनमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के पेटेंट्स फ़ाइल किए गए हैं. एआईटीटी एक संस्था है जो आईआईटी दिल्ली और इंडस्ट्री के बीच समन्वय बिठाने का काम करती है.
उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि हम इस रफ्तार को बनाए रखेंगे और देश के लिए एक नज़ीर पेश करेंगे. आईआईटी दिल्ली में हमने एक कार्यक्रम की शुरूआत की है. इसमें छात्रों और शिक्षकों के बीच सहयोग बढ़ाकर तकनीक आधारित मज़बूत स्टार्टअप पर ज़ोर देने की कोशिश होगी.’
फ़ाइल किए गए आईपी का उदाहरण देते हुए एआईटीटी के कार्यकारी निदेशक अनिल वालिया ने कहा कि इनमें एक ऐसा डिवाइस शामिल है, जिसे पहना जा सकता है. ये डिवाइस लोगों की पल्स माप सकता है. एक बुलेट प्रूफ ड्रेस भी है, जिससे इलेक्ट्रॉनिग सिंग्नल भेजे या रिसीव किए जा सकते हैं.
उन्होंने प्रोडक्ट्स के बारे में बताते हुए कहा कि इसमें ई-वेस्ट से फ्यूल बनाने की विधि के अलावा ऐसी तकनीक भी शामिल है. दूध को लंबे समय तक ख़राब होने से बचाए रखने की तकनीक भी शामिल है. घर के भीतर होने वाले प्रदूषण को कम करने वाली एक मशीन भी शामिल है.