नई दिल्ली : गुजरात हाईकोर्ट में एक मामले पर सुनवाई के दौरान अपने साथी जज पर चिल्लाने के दो दिन बाद न्यायमूर्ति बीरेन वैष्णव ने बुधवार को माफीनामा जारी किया.
जस्टिस वैष्णव और मौना भट्ट के बीच सोमवार को तनावपूर्ण बहस हुई थी, जब सुनवाई एचसी के यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीम की जा रही थी. कथित तौर पर बाद में वीडियो को हटा दिया गया.
वैष्णव ने बुधवार को अदालत की कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग के दौरान भट्ट और अदालत कक्ष में कई वकीलों की उपस्थिति में कहा, “सोमवार को जो हुआ वह नहीं होना चाहिए था. मैं गलत था. मुझे इसके लिए खेद है.”
सोमवार की घटना की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर चल रही है, जिसमें वैष्णव और भट्ट एक पीठ की अध्यक्षता करते हुए एक मामले पर विचार कर रहे हैं. ऐसा लगता है कि वे इस बात पर असहमत हैं कि मामले में क्या आदेश पारित किया जाना चाहिए.
वैष्णव कहते हुए सुनाई दे रहे हैं. “तुम अलग हो यार!” “आप एक पर असहमत हुए, दूसरे पर (भी) आपका अलग मत है.”
भट्ट को यह कहते हुए सुना जा रहा है: “यह अलग मत रखने का सवाल नहीं है.”
वैष्णव आगे कहते हैं: “तो फिर बड़बड़ाओ मत…फिर आप एक अलग आदेश पारित करो.”
इसके बाद वैष्णव अचानक यह कहते हुए बेंच से उठ गए कि अदालत कोई अन्य मामले को कार्यवाही में नहीं लेगी.
गुजरात हाईकोर्ट हर दिन अपनी कार्यवाही को अपने यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीम करता है. इस घटना ने ऑनलाइन प्लेटफार्म पर हंगामा मचा दिया, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के कई यूजर्स ने इस नाराजगी के लिए वरिष्ठ न्यायाधीश की आलोचना की. एक यूजर ने इस घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण” कहा और एक बेंच पर सीनियर और जूनियर जजों की डायनिमिक्स के बारे में बात की.
In a division bench, both judges have equal powers. But in most cases, the 'junior' judge agrees mechanically with what a 'senior' judge decides. This, in fact, defeats the purpose for which a division bench is set up.
What happened in Gujarat HC is unfortunate. Judges… https://t.co/jBvM9swfHH
— CiteCase 🇮🇳 (@CiteCase) October 24, 2023
एक अन्य यूजर ने इस आदान-प्रदान को “अंधराष्ट्रवाद का निंदनीय और गैर-जिम्मेदाराना प्रदर्शन” कहा, जबकि तीसरे ने साथी न्यायाधीश के लिए “यार” शब्द के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई.
This is not heated exchange. This is a deplorable and irresponsible demonstration of chauvinism on bench. He was chiding her like a bully. So much for Judicial propriety and decorum! https://t.co/roEU9nyoL4
— Jhuma (@courtinglaw) October 24, 2023
How appropriate is it for a senior high court judge to use the word “yaar” for a lady judge on the bench? And chauvinistically chide her in open court for registering disagreement on facts or law? Judicial decorum and propriety can go bungee jumping! Should be held to account! https://t.co/8fUYr1ahCS
— Ashish Goel (@ashish_nujs) October 24, 2023
वैष्णव को अप्रैल 2016 में उच्च न्यायालय में अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था, और मार्च 2018 में स्थायी न्यायाधीश बनाया गया था. न्यायमूर्ति भट्ट को अक्टूबर 2021 में पीठ में पदोन्नत किया गया था.
(अनुवाद और संपादन : इन्द्रजीत)
(इस ख़बर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
यह भी पढ़ें : ‘अखिलेश बहुत ईमानदार हैं, गठबंधन में दोस्ताना झगड़े होते हैं’, सपा की नाराजगी पर बोले दिग्विजय सिंह