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Tuesday, 19 November, 2024
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हुंडई पाकिस्तान का कश्मीर ट्वीट विवाद : कोरियाई विदेश मंत्री ने मांगी माफी, भारत ने राजदूत को तलब किया

कोरिया के विदेश मंत्री ने विदेश मंत्री जयशंकर को फोन कर अफसोस दिखाया, जबकि दिल्ली ने हुंडई पाकिस्तान के ट्वीट पर आपत्ति जताते हुए सियोल के राजदूत को तलब किये.

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नई दिल्लीः दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चुंग यूई यांग ने मंगलवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर को फोन किया और हुंडई पाकिस्तान के कश्मीर संबंधी ट्वीट पर अपना खेद व्यक्त किया. पाकिस्तान की हुंडई की ओर से किए गए ट्वीट पर भारत ने कड़ी आपत्ति दर्ज की थी.

भारत के विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में बताया कि ‘इस फोन के पहले भारत में कोरिया के राजदूत चांग जाइ-बोक को तलब किया गया था. साथ ही, उन्हें चेतावनी भी दी गई कि हुंडई का मामला भारत की भौगोलिक अस्मिता से जुड़ा हुआ है जिस पर कोई समझौता नहीं हो सकता.’

विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट करते हुए बताया कि ‘मैंने दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री से तमाम मुद्दों के साथ ही, इस हुंडई मामले पर लंबी बातचीत की है.’

आज दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चुंग युइ-यांग का फोन आया. द्विपक्षीय और ढेर सारे मुद्दों के अलावा हुंडई मामले पर भी बातचीत हुई.

– डा. एस.जयशंकर

– (@DrSJaishankar) 8 फरवरी,2022


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रविवार को पाकिस्तान के हुंडई डीलर ने हुंडई पाकिस्तान ऑफिसियल के अकाउंट से ट्वीट करके कहा थाः आज मैं अपने खूबसूरत कश्मीर की आजादी के लिए दुआ करता हूं और करता रहूंगा. इसमें उसने कश्मीर एकता दिवस को स्वतंत्रता संघर्ष के रूप में बताते हुए तारीफ की थी. कश्मीर एकता दिवस को पाकिस्तान में हर साल 5 फरवरी को राष्ट्रीय अवकाश रहता है, जिसमें पाकिस्तान के अलगाववादियों के समर्थन और संघर्ष में मारे गए लोगों के प्रति समर्थन जताते हैं.

भारत के जवाब देने की बात पर बोलते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मंगलवार को कहा, ‘रविवार, 6 फरवरी, 2022 को सोशल मीडिया पर किए गए इस पोस्ट के बाद, सियोल में हमारे राजदूत ने तुरंत हुडंई के मुख्यालय से संपर्क किया और स्पष्टीकरण की मांग की. इसके बाद उस आपत्तिजनक पोस्ट को तुंरत ही हटा दिया गया.’

मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए बागची ने यह भी कहा कि ‘दक्षिण कोरिया के राजदूत को भी बुलाया गया था और उनसे साफ तौर पर कह दिया गया कि भारत को इस आपत्तिजनक सोशल मीडिया से काफी आहत पहुंची है जो असहनीय है.’

जयशंकर की दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री के साथ हुई बातचीत के विषय में बोलते हुए बागची ने कहा कि ‘दोनों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई, कोरियाई विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया के पोस्ट से हुई परेशानी को लेकर भारतीयों और भारत सरकार से अपना अफसोस जताया.’

उन्होंने यह भी कहा कि ‘हुंडई मोटर्स ने एक बयान भी इस बावत जारी किया और भारत के लोगों से माफी मांगी. साथ ही, यह भी कहा कि वे राजनैतिक या धार्मिक मुद्दों पर कोई टिप्पणी नहीं करते हैं.’

बागची ने यह भी कहा कि ‘भारत हमेशा ही विदेशी कंपनियों का विभिन्न सेक्टरों में निवेश का स्वागत करता है. लेकिन यह भी चाहता है कि सारी कंपनियां या उनके सहयोगी ऐसा कोई बयान न दें, जो देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को लेकर झूठ फैलाती हों.’

भारत और दक्षिण कोरिया के बीच साल 2010 से ही रणनीतिक भागीदारी रही है जब दोनों ने व्यापक आर्थिक सहभागिता समझौता (सीईपीए) किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2019 में अंतिम बार दक्षिण कोरिया की यात्रा उस समय की थी, जब उन्हें सियोल शांति पुरस्कार से नवाज़ा गया था.

हुंडई का बयान

पिछले मंगलवार को हुंडई इंडिया ने जारी किए गए अपने बयान में कहा था कि ‘कोरियाई कार निर्माता कंपनी किसी भी विशेष क्षेत्र के राजनीतिक या धार्मिक मुद्दों पर टिप्पणी नहीं करती. यह बात स्पष्ट तौर पर हुंडई मोटर्स की नीति के खिलाफ है कि पाकिस्तान के एक स्वतंत्र वितरक ने गैर-आधिकारिक ढंग से कश्मीर मामले में अपने निजी अकांउट से कश्मीर मामले में बेमानी टिप्पणी कर डाली.’

कंपनी के बयान में यह भी कहा गया है कि ‘जब कंपनी को इसकी सूचना मिली तो वह सतर्क हो गई और वितरक से साफ तौर पर इस तरह के काम करने पर रोक लगाने की बात कही. साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया कि वे हुंडई ब्रांड का गलत उपयोग न करें और उसके बाद सोशल मीडिया के पोस्ट को हटा दिया गया. हमने इस बात की व्यवस्था भी कर दी है कि भविष्य में इस तरह की कोई घटना न हो.’

बयान में आगे कहा गया कि ‘हमारी सहायक, हुंडई मोटर इंडिया का पाकिस्तान के वितरक से कोई लेना-देना नहीं है. हम कड़े शब्दों में वितरक द्वारा अवैध गैर-व्यावसायिक सोशल मीडिया गतीविधि को खारिज करते हैं.’

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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