scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमदेशलॉकडाउन की अनदेखी करने पर आंध्र प्रदेश के इस गांव को कैसे चुकानी पड़ी भारी कीमत

लॉकडाउन की अनदेखी करने पर आंध्र प्रदेश के इस गांव को कैसे चुकानी पड़ी भारी कीमत

ईस्ट गोदावरी के गोल्लाला ममीडाडा में महज एक बर्थडे पार्टी और विवाह समारोह आयोजित हुआ. इसे अब कोविड-19 के कारण दो मौतों और 208 से ज्यादा मामलों से जोड़कर देखा जा रहा है.

Text Size:

काकीनाडा: आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले में 19,000 की आबादी वाले एक गांव गोल्लाला ममीडाडा को कोविड-19 लॉकडाउन के लगातार उल्लंघन की भारी कीमत चुकानी पड़ी है. एक बर्थडे पार्टी, एक क्रिकेट मैच, एक विवाह समारोह, एक सगाई पार्टी और सामाजिक दूरी के नियमों की लगभग पूरी तरह अनदेखी के परिणामस्वरूप दो परिवारों को संक्रमण के कारण अपने प्रियजनों को खोना पड़ा.

जिले में 18 जून तक दर्ज किए गए 500 से ज्यादा मामलों में 208 अकेले गोल्लाला ममीडाडा से संबद्ध हैं. इसमें से भी 118 तो केवल इसी गांव में सामने आए हैं.

एक्टिव केस की संख्या अब घटकर 30 हो गई है और पिछले छह दिनों में संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है लेकिन फिर संक्रमण फैलने से रोकने के लिए गांव को पूरी तरह लॉकडाउन में रखा गया है.

काकीनाडा से 24 किलोमीटर दूर स्थित इस गांव में घुसते ही खाली सड़कों और बंद दुकानों के बीच गहरी खामोशी महसूस की जा सकती है. यहां सड़कों पर कोई नागरिक नहीं है और हर 100 मीटर पर केवल पुलिसकर्मी नज़र आते हैं.

Policemen have been posted every 100 metres around Gollala Mamidada | Suraj Singh Bisht | ThePrint
हर 100 मीटर पर पुलिस तैनात है | सूरज सिंह बिष्ट | दिप्रिंट

गांव में रहने वाली एक 38 वर्षीय महिला ने कहा, ‘मैं नहीं चाहती कि मेरे बच्चे संक्रमण का शिकार हों, इसलिए उनकी भलाई के लिए घर के अंदर ही रह रही हूं.’

बॉलकनी में खड़ी उसकी पड़ोसन ने बताया, ‘हम तो जरूरी सामान लेने के लिए भी बाहर नहीं जा रहे, जो भी जरूरत होती है हमें पंचायत की तरफ से उपलब्ध करा दिया जाता है.’

एक जन्मदिन, एक शादी, दो अंतिम संस्कार

गोल्लाला ममीडाडा के हॉटस्पाट के तौर पर उबरने से पहले मध्य मई तक ईस्ट गोदावरी जिले में महज 58-60 मामले ही सामने आए थे.

अधिकारियों ने बसीविरेड्डीवरी स्ट्रीट पर अपने परिवार के साथ रहने वाले 55 वर्षीय स्वतंत्र फोटोग्राफर गौड़ा सत्यनारायण की संक्रमण चेन की ट्रेसिंग कर ली है.


यह भी पढ़ें: चीन को आर्थिक नुकसान पहुंचाना है तो ध्यान से निशाना साधना होगा, कहीं भारत खुद को ही न चोट पहुंचा ले


सत्यनारायण ने अपने मित्र के स्वामित्त वाले गणेश टी होटल, जो गांव के मुख्य बाजार में स्थित है, में कैशियर का काम संभाल रखा था.

सत्यनारायण की तबीयत पहली बार 12 मई को खराब हुई, लेकिन करीब एक हफ्ते बाद, 20 मई को एक स्थानीय अस्पताल में उसकी छाती का एक्स-रे कराया गया. इसके बाद उसे काकीनाडा के मुख्य गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया. वहां पर कोविड-19 की जांच के लिए उसका नमूना लिया गया लेकिन उसी दिन उसकी मौत हो गई. एक दिन बाद उसे कोविड पॉजीटिव बताया गया.

काकीनाडा तक उसे लाने वाली कार का ड्राइवर और साथ में मौजूद रहे दो पड़ोसी भी जांच में कोविड पॉजीटिव पाए गए.

इसके बाद उसकी 50 वर्षीय पत्नी और कॉलेज में पढ़ने वाले 19 वर्षीय पुत्र को भी संक्रमित पाया गया.

जब गणेश टी होटल में दूध की आपूर्ति करने वाले को पॉजीटिव पाया गया तो स्वास्थ्य अधिकारी सक्रिय हुए और स्थानीय पुलिस की मदद से सत्यनारायण के प्राइमरी और सेकेंडरी कांटेक्ट के बारे में पूरी जानकारी जुटाई गई.

इसके बाद ही अधिकारियों को संक्रमण की गंभीरता का अंदाजा लग पाया. दिप्रिंट को मिली जानकारी के मुताबिक, परिवार ने लॉकडाउन के दौरान सावधानियां नहीं बरती थी और नतीजा यह हुआ कि वह न केवल अपने गांव बल्कि आसपास के इलाके में भी संक्रमण फैलने की वजह बन गया.

सत्यनारायण मई में एक स्थानीय आइसक्रीम पार्लर में आयोजित पार्टी में शामिल हुआ था, नजदीक के चेल्लुरु गांव में एक सगाई समारोह में जहां उसका परिवार बतौर मेहमान शामिल हुआ था और एक स्थानीय विवाह समारोह, इन सभी जगहों से पुलिस ने संक्रमण के कई मामले ट्रेस किए हैं.

ईस्ट गोदावरी के पुलिस अधीक्षक अदनान नईम असमी ने दिप्रिंट को बताया, ‘आइसक्रीम पार्लर में आयोजित बर्थडे पार्टी में शामिल चार लोगों के पॉजीटिव पाए जाने के बाद से 9 मई तक संपर्क में आए लोगों की जानकारी जुटाई जा चुकी है.’

एक स्थानीय ड्यूटी ऑफिसर के मुताबिक, संक्रमितों में दो युवा शामिल हैं जिन्होंने बर्थडे पार्टी में शामिल लोगों के साथ क्रिकेट खेला था. चार लोग उस विवाह समारोह में शामिल हुए थे जहां सत्यनारायण एक फोटोग्राफर के तौर पर मौजूद था, जबकि 36 संक्रमित ऐसे हैं जो उसकी मृत्यु के बाद परिवार के प्रति संवेदना जताने के लिए उसके घर गए थे.

गणेश टी होटल के कई अन्य कर्मचारियों, सात प्राइमरी कांटेक्ट और उनके परिवारों (एसिम्पटोमैटिक) समेत, को भी कोरोनावायरस पॉजीटिव पाया गया है. रेस्टोरेंट के 15 सहायक और पड़ोस की तीन दुकानों के मालिक भी संक्रमित हुए हैं, जिसमें कुछ में हल्के लक्षण ही दिखे.

अब तक, पुलिस जांच और स्थानीय मेडिकल ऑफिसर की तरफ से जुटाई गई जानकारी के मुताबिक, गोल्लाला ममीपाड़ा में शुरू हुए संक्रमण ने आसपास के इलाकों पेडापुडी, रायावरम, बिकावोले, अनापर्थी, मंदापेटा और रामचंद्रपुरम तक को प्रभावित किया है.

ईस्ट गोदावरी के जिला मेडिकल और हेल्थ ऑफिसर डॉ. एम. मलिक कहते हैं, ‘दुर्भाग्यवश जब तक हम मृतक के संपर्क में आए लोगों की पूरी जानकारी जुटाना शुरू करते तब तक सत्यनारायण के नजदीकी रिश्तेदारों और उसके पड़ोसियों समेत 65-70 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके थे.’

डॉ. मलिक ने आगे कहा, ‘इससे पता चलता है कि लॉकडाउन के उल्लंघन के क्या गंभीर नतीजे हो सकते हैं.’


यह भी पढ़ें: राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर लगाया आरोप, कहा- ‘चीनी आक्रामकता के सामने भारतीय क्षेत्र को उन्हें सौंप दिया गया’


गोल्लाला ममीडाडा में संक्रमण के कारण दूसरी मौत अनुपोजू भास्कर राव की हुई थी, जो सत्यनारायण के प्राइमरी कांटेक्ट में शामिल था. उसकी मौत 29 मई को हुई.

अब तक 1100 कांटेक्ट ट्रेसिंग

पुलिस ने अब सत्यनारायण से संबद्ध 1100 कांटेक्ट की पहचान कर लेने का दावा किया है. ईस्ट गोदावरी जिले में राज्य सरकार की कोविड-19 कंट्रोल सेल में ड्यूटी ऑफिसर डॉ. टी. मनिकयम कहते हैं, ‘जिन लोगों में संक्रमण के लक्षण दिखे उन्हें काकीनाडा के दो प्रमुख जिला अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और जो एसिम्पटोमैटिक थे उन्हें तत्काल क्वारेंटाइन कर दिया गया.

कोविड-19 संक्रमण के बाद से कोविड-19 कंट्रोल सेल की टीम गांव में तीन शिफ्ट में 24/7 ड्यूटी पर तैनात रहती है.

कंट्रोल सेल में कार्यरत डॉ. एम. प्रियंका के मुताबिक, हम यह सुनिश्चित करते हैं कि क्वारेंटाइन या होम आइसोलेशन में रहने वाले लोग नियमों का कोई उल्लंघन न करें. साथ ही बताया कि वह लोग हर दिन घर-घर जाकर जानकारी भी ले रहे हैं.

यद्यपि ज्यादातर गांववाले नियमों को मान रहे हैं लेकिन अब भी कुछ उम्रदराज लोगों की तरफ से सहयोग नहीं मिल रहा. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एम. प्रवीण बताते हैं, अधिकतर दंपत्ति और बच्चे सामाजिक दूरी के नियमों का पालन कर रहे हैं लेकिन कुछ बुजुर्गों, जिनके लिए बीमारी का खतरा भी ज्यादा है, को समझाना कई बार मुश्किल भरा हो जाता है.


यह भी पढ़ें: शी ने मोदी के सामने चुनौती खड़ी कर दी है, नेहरू की तरह वो इसे स्वीकार ले या फिर नया विकल्प चुन सकते हैं


उन्होंने आगे कहा, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि पहले इसको हल्के में लेने वाले लोग थोड़ा डरे हुए हैं, खासकर दो लोगों की मौत के बाद से, यही वजह है कि अब वह अपने घरों से निकलने में परहेज कर रहे हैं.

The lockdown will stay for now | Suraj Singh Bisht | ThePrint
लॉकडाउन अभी लागू रहेगा | सूरज सिंह बिष्ट | दिप्रिंट

गोल्लाला ममीडाडा में आखिरी केस सामने के बाद से 14 दिन होने तक पूरी तरह लॉकडाउन में रहेगा.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

share & View comments