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Friday, 26 April, 2024
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होसाबले ने देश में गरीबी, बेरोजगारी बढ़ने की बात की, कुमारास्वामी ने ‘अच्छे दिन’ पर उठाया सवाल

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 23 करोड़ लोग 375 रुपये से कम रोजाना कमाते हैं जबकि 'एक उद्योगपति हर घंटे 42 करोड़ कमा रहा है और 6 हजार करोड़ हर सप्ताह.

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बेंगलुरू: जेडी(एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा कि आरएसएस महासचिव दत्तात्रेय होसाबले का आर्थिक असमानता, गरीबी और बेरोजगारी बढ़ने की बात कहना ‘अच्छे दिन’ के दावों पर ‘बड़े सवाल’ खड़े करता है.

कई ट्वीट्स में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि देशभर में कुपोषण फैला है और सैकड़ों और लाखों गांवों में पीने का पानी नहीं है. बीजेपी की आलोचना करते हुए कुमारस्वामी ने होसाबले की टिप्पणी वाली तस्वीर साझा की है.

उन्होंने सवाल किया, ‘यह कहने के लिए किसी खास विशेषज्ञता की जरूरत नहीं है कि कौन फला-फूला है, जिसने पिछले 7 वर्षों में शासन में सब कुछ खो दिया है. होसबले ने खुद कहा है कि 20 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं और 4 करोड़ युवा बेरोजगार हैं. फिर कौन पिछले 7 वर्षों में अमीर बन गया ?!’

उन्होंने दावा किया कि 23 करोड़ लोग 375 रुपये से कम रोजाना कमाते हैं जबकि ‘एक उद्योगपति हर घंटे 42 करोड़ कमा रहा है और 6 हजार करोड़ हर सप्ताह.’

कुमारस्वामी ने कहा, ‘यह भारत की वर्तमान तस्वीर है. देश की 20% दौलत रखने वाले एक व्यक्ति से ज्यादा चौंकाने वाली बात भला क्या हो सकती है?

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उन्होंने चेताया कि देश में बढ़ती आर्थिक असमानता से ‘बड़ा रोष’ बढ़ सकता है. यह समय है बीजेपी जाग जाए. ‘आश्चर्यचकित न हों अगर बढ़ती आर्थिक असमानता से आक्रोश पैदा होता है तो. ‘कॉरपोरेट वर्ल्ड’ के जाल में फंसा देश भारत के भविष्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है. लोगों की हताशा और बेचैनी रोजाना बढ़ती जा रही है.’

उन्होंने कहा, आजादी के अमृत महोत्सव के साल में आर्थिक असमानता भारत के लिए काला धब्बा है. क्या यह एक राष्ट्रीय शर्म नहीं है कि लोग एक वक्त खाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं? मैं होसाबले द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों से अचंभित हूं.’

होसाबले ने कथित तौर पर आरएसएस-संबद्ध स्वदेशी जागरण मंच द्वारा आयोजित ‘स्वाबलंबी भारत अभियान’ के एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की.

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