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Thursday, 4 July, 2024
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तबलीग़ी जमात से संबंधित 960 विदेशियों को गृह मंत्रालय ने किया ब्लैकलिस्ट, पर्यटक वीज़ा भी रद्द

कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए देश भर में तबलीगी जमात के सदस्यों और उनके संपर्क में आए करीब 9000 लोगों को अब तक पृथक रखा गया है.

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नई दिल्ली: गृह मंत्री के कार्यालय के अनुसार तबलीगी जमात, निजामुद्दीन से संबंधित 960 विदेशियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है और तबलीगी जमात से संबंधित गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर उनके पर्यटक वीजा रद्द कर दिए गए हैं.

तब्लीगी जमात, निजामुद्दीन के मामले में गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस और अन्य संबंधित राज्यों के डीजीपी को निर्देश दिया है कि वे विदेशी अधिनियम 1946 और आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के प्रावधानों का उल्लंघन करने के लिए 960 विदेशियों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई करें.

तबलीगी जमात के सदस्यों के संपर्क में आए करीब नौ हजार लोग पृथक किए गए

कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए देश भर में तबलीगी जमात के सदस्यों और उनके संपर्क में आए करीब 9000 लोगों को अब तक पृथक रखा गया है. यह जानकारी बृहस्पतिवार को गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी.

केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिल श्रीवास्तव ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि दिल्ली में तबलीगी जमात के ऐसे करीब 2000 सदस्यों में से 1804 को पृथक (क्वारेंटाइन) केंद्रों में भेज दिया गया है जबकि लक्षण वाले 334 सदस्यों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.

उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के परिप्रेक्ष्य में तबलीगी जमात के सदस्यों की पहचान के लिए राज्यों के साथ गृह मंत्रालय के ‘पुरजोर प्रयासों’ के कारण यह संभव हो सका.

उन्होंने बताया कि दिल्ली में ऐसे लोगों में 250 विदेशी हैं.

श्रीवास्तव ने संवाददाता सम्मेलन में बताया, ‘गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित क्षेत्रों के साथ मिलकर पुरजोर प्रयास किया और तबलीगी जमात के सदस्यों और उनके संपर्क में आए करीब 9000 लोगों की पहचान कर उन्हें पृथक किया. इनमें से 1306 लोग विदेशी हैं.’


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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 25 मार्च को 21 दिनों के बंद की घोषणा की थी.

उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय देश में जारी बंद पर नजर रख रहा है और गृह सचिव (अजय भल्ला) ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखकर कहा है कि ‘लॉकडाउन का पूर्णत: पालन किया जाना चाहिए.’

श्रीवास्तव ने कहा कि आपदा के समय सही सूचना दिए जाने की ‘सख्त जरूरत’ है और फर्जी सूचना या अफवाह से भय का माहौल पैदा हो सकता है इसलिए गृह सचिव ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अपने समकक्ष से आग्रह किया था कि एक वेबपोर्टल बनाया जाए जहां लोग कोविड-19 के बारे में सही स्थिति, खबर की पुष्टि कर सकें.

उन्होंने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने महानिदेशक स्तर के अधिकारी की देखरेख में एक विशेष इकाई का गठन किया है जहां लोग मेल भेजकर अपने संदेह दूर कर सकते हैं और खबरों की पुष्टि कर सकते हैं.

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