नई दिल्ली: बिहार में बागेश्वर धाम महराज उर्फ पंडित धीरेंद्र शास्त्री के आने से पहले से ही राज्य की राजनीति काफी गर्म है. बीते 13 मई को बागेश्वर धाम पटना के नौबतपुर में पांच दिवसीय ‘हनुमंत कथा’ के लिए पहुंचे, उसके बाद से आरोप-प्रत्यारोप और बढ़ गया है. सत्ताधारी पार्टी जहां इसे राजनीति से प्रेरित कार्यक्रम बता रही है और बागेश्वर धाम को बीजेपी के इशारे पर काम करने आरोप लगा रही है, वहीं विपक्षी पार्टी बीजेपी बागेश्वर धाम का खुलकर समर्थन कर रही है.
हालांकि, सत्ताधारी दलों के नेता इस मुद्दे पर अधिक बोलने को तैयार नहीं है.
बता दें कि बिहार की राजधानी पटना के नौबतपुर में बागेश्वर धाम का पांच दिवसीय ‘हनुमंत कथा’ का आयोजन किया गया है. राज्य बीजेपी शुरू से ही इसमें विशेष रुचि ले रही है. राज्य बीजेपी के अधिकतर नेताओं ने बागेश्वर धाम के बिहार आगमन का स्वागत किया था. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी तो खुद एयरपोर्ट से गाड़ी ड्राइव कर उन्हें कथा स्थल तक ले गए. इसके अलावा सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, सांसद रामकृपाल यादव भी बागेश्वर धाम से मिलने पहुंचे.
‘नीतीश कुमार ने नहीं की कोई व्यवस्था’
बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार की ओर से बागेश्वर धाम के बिहार आगमन पर कोई व्यवस्था नहीं की गई. उन्होंने कहा, ‘सरकार चाहती है कि बाबा का यात्रा फेल हो जाए, इसलिए कोई सुरक्षा की व्यवस्था सरकार द्वारा नहीं की गई. नीतीश कुमार चाहते हैं कि कोई अप्रिय घटना घट जाए.’
कौन हैं धीरेंद्र शास्त्री?
जहां बीजेपी नेता एक तरफ धीरेंद्र शास्त्री के स्वागत में लगे हैं वहीं कांग्रेस नेता अजीत शर्मा ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री कौन हैं वह नहीं जानते. जब उनसे बागेश्वर धाम के ‘हिंदू राष्ट्र’ को लेकर दिए गए बयान के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि क्या यह देश केवल हिंदुओं का है.
उन्होंने कहा, ‘मैं भी हिंदू हूं. लेकिन इस देश को आजाद करवाने में सबने कुर्बानी दी है. यह देश सबका है.’
दरअसल अपने कथा के दौरान बागेश्वर धाम उर्फ धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि भारत को ‘हिंदू राष्ट्र’ बनाने की शुरुआत बिहार से की जाएगी.
‘राम पर भरोसा कम हो गया है’
धीरेंद्र शास्त्री को लेकर चल रहे विवाद पर प्रशांत किशोर ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि ‘बीजेपी को अब राम पर भरोसा कम हो गया है तो अब शास्त्री जी पर भरोसा कर के चलेंगे’.
उन्होंने कहा, ‘बीजेपी पहले हर जगह राम भगवान की तस्वीर लगाती थी, अब शास्त्री जी की तस्वीर लगा रही है. यह दिखाता है भीतर ही भीतर बदलाव हो रहा है. अब उनका रामजी पर भरोसा कम हो गया है इसलिए अब शास्त्री जी पर भरोसा कर आगे बढ़ेंगे. यह उनकी मानसिकता को दिखाता है. अयोध्या में मंदिर बन रहा है लेकिन उनकी तस्वीर नहीं लगा रहे हैं.’
हुआ था भव्य स्वागत, कथा में पहुंच रहे लाखों लोग
बागेश्वर धाम जब बिहार पहुंचे तो हजारों की संख्या में भीड़ ने उनका भव्य स्वागत किया था. मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा था कि ‘बिहार हमारी आत्मा है’. जब उनसे पूछा गया कि बिहार आने पर हिंदू-मुस्लिम होने का खतरा है तो उन्होंने कहा, ‘हम हिंदू-हिंदू करते हैं. मैं तो हिंदुओं को जोड़ने आया हूं’
कल उनकी सभा में भीड़ बढ़ने के बाद अफरा-तफरी का माहौल बन गया था जिसके बाद कथा को जल्दी समाप्त करना पड़ा था. हालात खराब होने के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया था.
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