नई दिल्ली: देशभर में कोरोनावायरस के हालात और अफवाहों के बाजार को गर्म होता देख भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के रमन आर गंगाखेडकर ने फिर कहा है कि कोरोना वायरस का हवा में फैलने का कोई प्रमाण अभी नहीं मिला है. देशभर में लगातार कोरोना संक्रमितों के मामले को बढ़ते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने यह स्वीकार किया की तबलीगी जमात के जमातियों की और उनके फैलाव की वजह से देश में संक्रमितों के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है.
उन्होंने यह भी कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमितों के मामले दोगुने हो गए हैं. ये मामले 4.1 की रफ्तार से देश में बढ़ रहे हैं. अगर तबलीगी जमात की घटना नहीं हुई होती तो संक्रमण के मामले दोगुने होने में 7.4 दिन का समय लगता.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में महज़ 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण के 472 मामले सामने आए हैं. और देश में अब तक इस वायरस से संक्रमितों की संख्या 3374 पहुंच गई है. जबकि यह जानलेवा वायरस देश के 274 जिलों में पहुंच चुका है.
देश में कोरोना के हालात की जानकारी देते हुए लव अग्रवाल ने यह भी कहा कि अभी तक कुल 79 लोगों की मौत की सूचना भी मिली है; जिसमें कल से अब तक 11 मौतें भी हुई हैं. 267 लोग ठीक हो चुके हैं.
वहीं गृहमंत्रालय सी संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि लॉकडाइन को प्रभावी तरीके से सभी राज्यों ने लागू किया है साथ ही उन्होंने बताया कि आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की स्थिति संतोषजनक है.
पुण्य सलिला ने मीडिया से बातचीत में यह बी बताया कि प्रवासी मजदूर जो अपने गांव की तरफ गए थे उनके लिए देशभर में 27,661 राहत शिविर और आश्रय स्थापित किए गए हैं – इसमें 23,924 सरकार द्वारा और 3,737 गैर-सरकारी संगठनों द्वारा स्थापित किए गए हैं. जिसमें 12.5 लाख लोगों को आश्रय मिला है. 19,460 खाद्य शिविर भी लगाए गए है. संयुक्त सचिव सलिला ने यह भी बताया कि 75 लाख से अधिक लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. 13.6 लाख श्रमिकों को उनके नियोक्ताओं और उद्योग द्वारा आश्रय और भोजन की व्यवस्था की जा रही है.