गुरुग्राम: जस्टिस सूर्यकांत के 53वें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के रूप में शपथ लेने पर हरियाणा के ज़िला बार असोसिएशनों में जमकर जश्न मनाया गया. राज्य की वकील बिरादरी के लिए यह गर्व का बड़ा पल था, क्योंकि उनमें से ही एक शख्स देश की सबसे बड़ी न्यायिक कुर्सी पर पहुंचा है.
जस्टिस सूर्यकांत ने सोमवार को जस्टिस बी.आर. गवई की जगह ली और हरियाणा से पहले सीजेआई बने.
उनके गृह ज़िले हिसार में, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश नताशा शर्मा ने कोर्ट के बाहर वकीलों के साथ नाचकर खुशी मनाई. हिसार ज़िला बार असोसिएशन ने हवन और शपथ ग्रहण समारोह की लाइव स्क्रीनिंग के साथ भव्य कार्यक्रम किया. कोर्ट परिसर में बैठे वरिष्ठ और युवा वकीलों ने मिठाइयाँ हाथ में लिए दिल्ली में हो रहे इस ऐतिहासिक पल को देखा.
वकीलों का कहना था, “यह पूरे हरियाणा के लिए बहुत गर्व का पल है.” कई वकील जस्टिस सूर्यकांत के हिसार ज़िला अदालत में वकालत के शुरुआती दिनों को याद कर रहे थे. 1985 में उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की थी.
दिप्रिंट से बात करते हुए हिसार ज़िला बार असोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता लाल बहादुर खोवाल ने गर्व से कहा कि सूर्यकांत ने अपना करियर हिसार से शुरू किया था. उन्होंने कहा, “पहले हम अपने बार असोसिएशन को बाहर वाले लोगों को लाला लाजपत राय के नाम से परिचित कराते थे, जो इसके संस्थापक सदस्य थे, लेकिन आज एक और नाम जुड़ गया है. सीजेआई की शपथ लेकर जस्टिस सूर्यकांत ने जो ऊँचाई पाई है, उसका ज़िक्र इस बार के सदस्य कम से कम अगले सौ साल तक करेंगे.”
हिसार बार असोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सुभाष गोडारा ने बताया कि उन्हें गर्व है कि उन्होंने रोहतक की महार्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से जस्टिस सूर्यकांत के जूनियर के रूप में कानून की पढ़ाई पूरी की थी. उन्होंने कहा कि सूर्यकांत ने साबित किया कि सरकारी स्कूलों और राज्य विश्वविद्यालयों से पढ़ने वाले छात्र भी सीजेआई बन सकते हैं.
रोहतक बार ने भी बड़े पर्दे पर शपथ ग्रहण की लाइव स्क्रीनिंग की. बड़ी संख्या में वकीलों ने लाइव प्रसारण देखा और जस्टिस सूर्यकांत के शपथ लेते ही हॉल तालियों से गूंज उठा. इस मौके पर विशेष ‘हवन-यज्ञ’ भी किया गया.
नारनौल बार ने लड्डू बांटे. एक सदस्य ने दिप्रिंट को बताया, “जस्टिस सूर्यकांत हमेशा अपने ईमानदार, पारदर्शी और संवेदनशील कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं.” लड्डू खाते हुए कई लोगों ने इस बात पर सहमति जताई.
भिवानी ज़िला बार असोसिएशन के अध्यक्ष संदीप तनवर और सचिव विनोद भारद्वाज ने कहा कि जस्टिस सूर्यकांत का सीजेआई बनना “वकीलों में नई ऊर्जा और उत्साह भर रहा है.” तनवर ने कहा, “हमें विश्वास है कि उनके कार्यकाल में न्याय व्यवस्था और मजबूत और पारदर्शी होगी.”
जयपाल चौहान, दिलबाग सिंह, कुलदीप शर्मा, राजीव गार्ड, शमशेर दहिया, महेश भारद्वाज सहित कई प्रमुख वकील इन समारोहों में शामिल हुए.
झज्जर ज़िला बार ने भी बहादुरगढ़ कोर्ट परिसर में लड्डू बांटे. बार सदस्य विक्रांत ने इसे “गौरव का क्षण” बताते हुए जस्टिस सूर्यकांत की पदोन्नति पर खुशी जताई.
गुरुग्राम में पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल के सदस्य पर्वेश यादव ने बताया कि उन्होंने भी जस्टिस सूर्यकांत के सीजेआई बनने का जश्न मनाया.
लगभग सभी ज़िलों में वकीलों ने विश्वास जताया कि जस्टिस सूर्यकांत का कार्यकाल न्यायपालिका को और मजबूत करेगा और वे अपनी सादगी, न्यायप्रियता और उच्च आदर्शों से आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेंगे.
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