चंडीगढ़ः हरियाणा की जींद विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सोमवार को जारी मतदान के शुरुआती दो घंटों में 15 फीसदी से अधिक मतदान हो चुका है. जिला निर्वाचन अधिकारी अमित खत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘सुबह 9 बजे तक 15 प्रतिशत मतदान हो चुका है.’ यह उपचुनाव आने वाले 2019 लोकसभा चुनाव के लिए एक टेस्ट साबित होगा, जिसको पार्टियां आम चुनाव में भुनाना चाहेंगी.
ठिठुरन के बावजूद सुबह 7 बजे शुरू होने वाले मतदान से पहले ही कुछ मतदान केंद्रों पर लोगों की कतारें देखी जाने लगीं. मतदान शाम 5 बजे तक जारी रहेगा. मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. हरियाणा पुलिस और अर्ध-सैनिक बल के 3,000 से अधिक जवान निर्वाचन क्षेत्र में तैनात हैं.
जींद में 1.72 लाख से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं. 1.7 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग का लगभग 50 प्रतिशत और जाटों का लगभग 25 प्रतिशत वोट है.
इस चुनाव के बाद यह जानना दिलचस्प होगा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर की सरकार पर हरियाणा की जनता का विश्वास बरकरार है या नहीं. इस उपचुनाव का असर आने वाले 2019 लोकसभा चुनाव पर काफी ज्यादा होगा और मुद्दा बनेगा, जिसका जीतने वाली पार्टी फायदा उठाना चाहेगी.
यह उपचुनाव मैदान में उतरे सभी चार प्रमुख दलों- सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और नवगठित जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के लिए एक परीक्षा है. मतदाता इस चुनाव में चार मुख्य उम्मीदवारों रणदीप सिंह सुरजेवाला (कांग्रेस), कृष्ण मिड्ढा (भाजपा), उम्मेद सिंह (इनेलो) और दिग्विजय चौटाला (जेजेपी) के भाग्य का फैसला करेंगे.
अगस्त 2018 में इनेलो विधायक हरि चंद मिड्ढा के निधन के बाद यह उपचुनाव हो रहा है. वोटों की गिनती गुरुवार को होगी.
गौरतलब है कि इस चुनाव में नामांकन के एक दिन पहले अचानक राहुल गांधी ने कांग्रेस के दिग्गज नेता रणदीप सुरजेवाला को मैदान में उतार दिया है. सुरजेवाला के मैदान में उतरने से यह चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है. रणदीप सुरजेवाला कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी हैं और राहुल के काफी करीबी माने जाते हैं.
(न्यूज एजेंसी आईएएनएस से इनपुट्स के साथ)