फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद स्थित गर्ल्स कॉलेज से एक शर्मनाक ख़बर सामने आई है. एक बहादुर लड़की का आरोप है कि एक प्रोफेसर वर्षों से छात्राओं का यौन उत्पीड़न कर रहा था. इस मामले में तीन लोगों के मिले होने की ख़बर है जिसमें असिस्टेंट प्रोफेसर सीएस वशिष्ठ के अलावा जूनियर लैब असिस्टेंट जगदेव और लैब के चपरासी विक्रम के भी नाम शामिल हैं. पुलिस ने भी दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने आरोप कबूल लिए हैं. ये भी बताया गया कि तीन टीमें बनाकर गिरफ्तारी की पुरज़ोर कोशिश चल रही है. लेकिन असिस्टेंट प्रोफसर अभी तक फरार है. वहीं, पुलिस का कहना है कि वशिष्ठ जल्द ही गिरफ्तार हो जाएगा.
मामला तब सामने आया जब राजकीय महिला कॉलेज में पढ़ने वाली एक लड़की ने लैब असिस्टेंट जगदेव का वीडियो क्लिप वायरल कर दिया. थोड़े दिनों पहले वायरल हुए इस वीडियो में जगदेव लड़की से सेक्स की मांग करते दिखाई देते हैं. वहीं, प्रोफेसर वशिष्ठ पर आरोप है कि वो सालों से कॉलेज की छात्राओं का यौन उत्पीड़न कर रहा था.
पुलिस और कॉलेज प्रशासन का क्या कहना है
मामले पर जब दिप्रिंट ने पुलिस से बात की तो पुलिस पीआपओ सूबे सिंह ने कहा, ‘दो गिरफ्तार आरोपियों में से विक्रम की रिमांड ख़त्म होने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है. जगदेव की रिमांड ख़त्म होने वाली है.’ पुलिस का कहना है कि लड़की ने मेल के जरिए अपनी शिकायत कई जगहों पर भेजी थी. इनमें से एक मेल को आधार बनाकर पुलिस ने मामला दर्ज किया. पुलिस ने बताया कि कॉलेज के प्रिंसिपल ने जब लड़की की शिकायत नहीं सुनी तो उसने पुलिस से शिकायत करने के लिए ये मेल भेजे थे.
ये भी बताया गया कि लड़की ने ये वीडियो होली के करीब मार्च में बनाया था. लड़की ने ये चीज़ें शिकायत के साथ मेल में अटैच की थी. मामला 16 मई को दर्ज किया गया था. हालांकि, मुख्य आरोपी वशिष्ठ अभी भी फरार है. उसके वकील ने अग्रिम जमानत याचिका लगाई है. लेकिन पुलिस तीन टीमें बनाकर लगातार उसकी तलाश कर रही है.
कॉलेज की वर्तमान प्रिंसिपल ने दिप्रिंट से कहा, ‘पूर्व प्रिंसिपल ने छात्रा की शिकायत पर एक इंटरनल कमिटी बनाई थी. उस कमिटी की जांच की रिपोर्ट सौंप दी थी. मैं भरोसा दिलाती हूं कि ऐसे मामलों को लेकर कॉलेज प्रशासन अब और सख़्त रहेगा.’ उन्होंने कहा कि पहले से मौजूद एंटी-सेक्शुअल हरासमेंट कमिटी को और सपोर्ट करने के लिए मेटॉर-मेंटी टीम बनाई गई है. ये भरोसा भी दिया कि इस लड़ाई को लड़ रही छात्रा को अपनी पढ़ाई पूरी करने में कोई दिक्कत नहीं होगी.
वशिष्ठ पर कई लड़कियों के यौन उत्पीड़न का आरोप
22 साल की इस लड़की का आरोप है, ‘ये ना जाने कितने सालों से चल रहा था और मुझे लगा कि इन दरिंदों से लड़कियों को बचाना है, तो कुछ करना पड़ेगा. पहले मैंने कॉलेज में शिकायत की और जब बात नहीं बनी तो वीडियो बनाकर वायरल कर दिया.’ कॉलेज में 2012 में पढ़ने वाली एक छात्रा का हवाला देकर लड़की कहती है, ‘उन मैडम ने मुझे बताया कि यहां तब भी ऐसा काम होता था.’ पांच साल पहले यहां पढ़ने वाली अंतिम वर्ष की एक और लड़की का हवाला देकर वो कहती है, ‘उसे वशिष्ठ ने धमकी दी थी कि उसे डिग्री नहीं मिलेगी और आज तक डिग्री नहीं मिली.’
पूर्व में दो महिला टीचरों ने भी प्रिंसिपल से वशिष्ठ को लेकर शिकायत की थी. लेकिन उन्हें अनसुना कर दिया गया. लड़की का कहना है कि ऐसी ही कुछ और लड़कियों ने जब वशिष्ठ के उत्पीड़न से बचाए जाने की गुहार लगाई. तो उन्हें कॉलेज से निकाल दिया गया. इन्हीं सब से बौखलाई इस लड़की से अपने और बाकी सभी लड़कियों के लिए हिम्मत दिखाई और उसका वीडियो बनाया और शिकायत करने से लेकर वीडियो वायरल करने जैसा क़दम भी उठाने पर मजबूर हुई.
नंबर गेम में फंसाकर लड़कियों का उत्पीड़न करता था वशिष्ठ
लड़की का आरोप है कि सीएस वशिष्ठ लड़कियों को दो तरह से फांसते थे. आम तौर पर ऐसी छात्राएं अंतिम वर्ष की होती थीं. जो लड़कियां पास होने की स्थिति में होती थीं. उन्हें फेल करने की धमकी दी जाती थी और जो फेल हो जाती थीं उन्हें पास करने का लालच देकर वशिष्ठ उन्हें शारीरिक संबंध बनाने को मजबूर करता था. आरोप ये भी है कि जो लड़कियां एक बार फंस जाती थीं. उन्हें बाद में बाहर के लोगों के पास भी शोषण के लिए भेजा जाता था. ये सब करने के लिए वशिष्ठ ख़ुद जानबूझकर सुप्रीटेंडेंट बनकर परीक्षा से जुड़ी चीज़ें अपने हाथों में ले लेता था.
प्रिंसिपल तक पर चलती थी वशिष्ठ की धौंस
वशिष्ठ के ख़िलाफ़ खड़ी होने वाली ये लड़की अंतिम वर्ष की छात्रा है. इसी का हवाला देकर वो कहती है, ‘उन्हें लगता था मैं उनके झांसे में आ जाउंगी.’ लेकिन इससे त्रस्त होकर इस लड़की ने वशिष्ठ का वीडियो बना लिया और इसी का हवाला देकर प्रिंसिपल से शिकायत की. लड़की का आरोप है कि वशिष्ठ की मर्ज़ी के बिना कॉलेज का एक पत्ता भी नहीं हिलता और इसी वजह से उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. वशिष्ठ पर ये तक कहने का आरोप है कि प्रिसिंपल को ये पोस्ट उन्होंने ही दिलवाई है. आरोप यह भी है कि वशिष्ठ जिन लड़कियों का शारीरिक फायदा नहीं उठा पाया उनसे जमकर पैसे ऐंठे.
कॉलेज कैंपस में भी होता था लड़कियों का यौन शोषण
पीड़ित लड़की ने दिप्रिंट से बातचीत में बताया कि लड़कियों के साथ बाथरूम से लैब तक यौन उत्पीड़न किए जाने के आरोप हैं. वशिष्ठ पर आरोप है कि वो विक्रम से निगरानी करवाकर कॉलेज परिसर में भी लड़कियों का उत्पीड़न करता था. लड़की का कहना है कि वशिष्ठ की पत्नी को कैंसर है और इसकी वजह से वो इस लड़की को अपनी प्रेमिका बनाने के लिए तमाम प्रलोभन देता था. जब लड़की ने इसके लिए मना कर दिया तो उसे अन्य लड़कियों को फंसाने को कहा गया. जब लड़की ने इससे भी इंकार कर दिया तो पुलिस बनने का सपना पाले इस लड़की से वशिष्ठ ने कहा कि वो इसे कभी इसकी डिग्री नहीं लेने देगा और ज़िंदगी-करियर सब बर्बाद कर देगा.
लड़की को मिल रही है धमकी, सुरक्षा की है दरकार
लड़की का आरोप है कि कई पीड़ित लड़कियों की शादी हो गई. बदनामी के डर से वो इस मामले में सामने आने को तैयार नहीं हैं. कई लड़कियां ऐसी भी हैं जो इस लड़की के साथ खड़ी हैं. वहीं, इस लड़की को मामला वापस लेने की धमकियां भी मिल रही हैं. लड़की के मुताबिक धमकी देने वालों में जगदेव के भाई और वशिष्ठ के परिवार से जुड़ा एक व्यक्ति शामिल है. जो उसके घर तक भी आ गया था. इन सबके बीच जब दिप्रिंट फरीदबाद सेक्टर 16 स्थित महिला थाना स्थित पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि सुरक्षा के लिए लड़की को पहले अर्ज़ी देनी पड़ेगी. हालांकि, इसके बावजूद लड़की पुलिस और हरियाणा महिला आयोग के काम की भी तारीफ कर रही है.
लड़की की प्रार्थना है कि उसे बेल नहीं मिलनी चाहिए. कॉलेज स्तर पर लड़की ने तीन बार शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. वशिष्ठ की वीडियो वायरल होने और लोकल मीडिया में जानकारी आने के बाद राज्य महिला आयोग ने भी मामले में स्वत: संज्ञान लिया था. राज्य महिला आयोग की रेणु भाटिया ने कहा, ‘मामले में एक्शन लेते हुए सीएम ऑफिस से संपर्क करके हमने प्रिंसिंपल को सस्पेंड करवाया.’
लड़की की दिलेरी, महिला आयोग के सार्थक प्रयास और राजनीतिक आरोपों के बीच देखने वाली बात ये होगी की वशिष्ठ गिरफ्तार होते हैं या अग्रिम जमानत लेकर जेल जाने से पहले छूट जाते हैं. ये भी देखना होगा कि इन आरोपियों को कब और कितनी सज़ा मिलती है.