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Thursday, 9 May, 2024
होमखेल‘बारिश के कारण जमीन भीग गई थी’, जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों और पुलिस के बीच 'बिस्तर' को लेकर झड़प

‘बारिश के कारण जमीन भीग गई थी’, जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों और पुलिस के बीच ‘बिस्तर’ को लेकर झड़प

देश के शीर्ष पहलवान बीते कई दिनों से दिल्ली के जंतर-मंतर पर डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. बीती रात पहलवानों और पुलिस के बीच सोने के लिए लाए गए बेड को लेकर झड़प हो गई.

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नई दिल्ली: जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों और सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों के बीच देर रात झड़प हो गई. जानकारी के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती कल देर रात धरने पर बैठे पहलवानों के सोने के लिए फोल्डिंग बेड लेकर आए थे, लेकिन बैरिकेडिंग होने के कारण पुलिस ने उन्हें बेड अंदर ले जाने से रोक दिया, जिसके बाद पहलवानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. पुलिस का कहना था कि धरनास्थल पर बेड ले जाने की अनुमति नहीं है, जबकि पहलवान बैरिकेडिंग के ऊपर से बेड ले जाने पर अड़े थे. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई जिसमें कुछ पुलिसकर्मी और पहलवानों को चोट आने की खबर है. खबर के मुताबिक इस हाथापाई में एक पहलवान दुष्यंत के सिर में चोटें आई हैं.

‘बारिश के कारण जमीन भीग गई’

दरअसल पहलवानों का कहना था कि बारिश होने के कारण जमीन भीग गई थी. इसके कारण फोल्डिंग बेड मंगाई गई, ताकि रात को सोया जा सके. जबकि पुलिस का तर्क था कि धरना स्थल पर किसी भी प्रकार के बेड ले जाने की अनुमति नहीं है. इसी कारण वहां बेड ले जाने से रोका जा रहा था, जिसपर पहलवान आक्रामक हो गए.

पहलवानों का एक आरोप यह भी है कि धरना स्थल पर कुछ पुलिसकर्मी शराब के नशे में थे. इसपर दिल्ली पुलिस के डीसीपी प्रणव तायल ने कहा कि पहलवानों को इसको लेकर शिकायत दर्ज करने के लिए कहा गया है और उस  पुलिसकर्मी का मेडिकल चेकअप कराया जा रहा है, जिस पर नशे में होने का आरोप लगाया गया था.

डीसीपी ने कहा, ‘हमने पहलवानों से कहा है कि वे शिकायत करवाएं. उसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. जिस पुलिसकर्मी पर उन्होंने आरोप लगाए हैं, उसकी मेडिकल जांच की जा रही है.’

डीसीपी प्रणव तायल ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता सोमनाथ भारती बिना इजाजत के बिस्तर लेकर धरना स्थल पर आ गए.

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उन्होंने कहा, ‘जंतर मंतर पर पहलवानों के प्रदर्शन के दौरान आप नेता सोमनाथ भारती बिना अनुमति के फोल्डिंग बेड लेकर प्रदर्शन स्थल पर आ गए. जब हमने हस्तक्षेप किया तो समर्थक आक्रामक हो गए और पुलिस बैरिकेडिंग के ऊपर से बेड निकालने की कोशिश की.’

पहलवानों ने लगाए आरोप

ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया ने कहा, ‘हम बारिश के कारण सोने में परेशानी का सामना कर रहे थे, इसलिए हम बिस्तर ला रहे थे. साक्षी रो रही है. यह सम्मान वे हमारी बेटियों को दे रहे हैं, उन्हें गाली दे रहे हैं.’

विश्व चैंपियनशिप और राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता विनेश फोगट ने भी पुलिसकर्मियों पर शराब के नशे में धुत होने, धक्का देने और महिला प्रदर्शनकारियों को गाली देने का आरोप लगाया.

विनेश ने दावा किया, ‘वह नशे में है. उसने किसी के सिर पर वार किया. उसने मुझे गाली दी और कई महिला प्रदर्शनकारियों को धक्का दिया.’

दिग्गज पहलवान विनेश फोगट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और अन्य शीर्ष पहलवान डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ धरना दे रहे हैं और बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.

दीपेंद्र हुड्डा और स्वाति मालीवाल हिरासत में

इस घटना के बाद कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस ने दीपेंद्र हुड्डा, स्वाति मालीवाल और आप विधायक सोमनाथ भारती को हिरासत में ले लिया.

इससे पहले बुधवार को भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा जंतर-मंतर पहुंचीं, जहां पहलवान पिछले 11 दिनों से यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं.

कुछ दिन पहले ही उषा ने कहा था कि पहलवानों को डब्ल्यूएफआई और उसके अध्यक्ष के खिलाफ सड़कों पर उतरने के बजाय आईओए से संपर्क करना चाहिए था.

उन्होंने कहा था, ‘भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) में यौन उत्पीड़न के लिए एक समिति है. सड़कों पर जाने के बजाय वे (विरोध करने वाले पहलवान) पहले हमारे पास आ सकते थे लेकिन वे IOA में नहीं आए. यह न केवल पहलवानों के लिए खेल के लिए अच्छा है. उन्हें भी कुछ अनुशासन रखना चाहिए.,’ आईओए अध्यक्ष ने मीडियाकर्मियों से कहा था.

पहलवानों ने उसकी 27 अप्रैल की टिप्पणी पर निराशा व्यक्त की थी.


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