scorecardresearch
Wednesday, 24 April, 2024
होमदेशछात्रों के प्रदर्शन के बाद सरकार ने फेलोशिप में की लगभग 20 फीसदी की वृद्धि

छात्रों के प्रदर्शन के बाद सरकार ने फेलोशिप में की लगभग 20 फीसदी की वृद्धि

जूनियर रिसर्च फेलोशिप की राशि को 25 हज़ार से बढ़ाकर 31 हज़ार रुपये कर दिया गया, वहीं सीनियर रिसर्च फेलोशिप की राशि 28 हज़ार से 35 हज़ार कर दी गई है.

Text Size:

नई दिल्ली: भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग यानी डीएसटी ने देश भर में फेलोशिप वृद्धि की मांग कर रहे छात्रों को नई सौगात दी है. जूनियर रिसर्च फेलोशिप की राशि को 25 हज़ार से बढ़ाकर 31 हज़ार रुपये कर दिया गया वहीं सीनियर रिसर्च फेलोशिप की राशि 28 हज़ार से बढ़ाकर 35 हज़ार कर दी गई है. रिसर्च छात्रों की फेलोशिप में 20 फीसदी की वृद्धि हुई है.

यह ग्रांट या फेलोशिप केंद्र सरकार द्वारा उन छात्रों को देती जो शोध और विकास के काम में जुटे हैं, और उन्हें भी जिनका चयन जूनियर रिसर्च फेलोशिप द्वारा किया जाता है इनमें खासकर वे छात्र शामिल होते हैं जो बेसिक साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट  हैं.  इस फेलोशिप में वो छात्र भी शामिल हैं जो नेट (नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट) और गेट (ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग) की परीक्षा को पास कर किसी प्रोफेशनल कोर्स या फिर पोस्ट ग्रेजुएट या स्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं.

मांग क्या थी

छात्रों को 2014 से पहले 16 हजार रुपये प्रति महीने फेलोशिप मिलती थी. इसको लेकर छात्रों ने कई धरना प्रदर्शन किया तो फेलोशिप बढ़ाकर 25 हजार रुपये प्रति महीना करने के साथ ही हर चार साल में फेलोशिप बढ़ाए जाने का वादा भी किया गया. लेकिन मार्च 2018 में चार साल पूरे होने के बाद भी अभी तक सरकार की तरफ से फेलोशिप बढ़ाने को लेकर कोई पहल नहीं की गई थी.

आईआईएससी बैंगलोर, आईआईटी,एनआईटी, जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के लाखों शोध छात्रों की मांग थी कि फेलोशिप को 100 फीसदी तक बढ़ाई जाए. यानी जेआरएफ (जूनियर रिसर्च फेलोशिप) को 25 हजार रुपये से बढ़ा करके 50 हजार रुपये किया जाए और एसआरएफ (सीनियर रिसर्च फेलोशिप) को 28 हजार से बढ़ाकर 56 हजार कर दिया जाए.

छात्रों में कोई खुशी नहीं 

एमएचआरडी ने आज शाम एक नोटिस जारी करते हुए फेलोशिप वृद्धि की जानकारी दी. आज जारी हुई फेलोशिप वृद्धि की नोटिस से छात्रों में निराशा है. आईआईटी दिल्ली के छात्र विक्की ने दिप्रिंट को बताया, ‘हमारी मांग थी कि फेलोशिप को 80-100 फीसदी तक बढ़ाया जाए, लेकिन सरकार ने केवल 24 फीसदी बढ़ाकर हमें चिल्लर पकड़ा दिया है.’

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

पिछली बार से भी कम वृद्धि

केंद्र सरकार ने फेलोशिप में केवल 24 फीसदी की वृद्धि की है. जो कि अबतक के इतिहास में सबसे कम है. वहीं आईआईएसी बैंगलोर में पीएचडी कर रहे सौरभ कहते हैं, ‘पिछली बार जहां सरकार ने 56 फीसदी की वृद्धि की थी, वहीं इस बार उसके आधे से भी कम है. यह हमारे साथ धोखा है.’

आगे का क्या है प्लान

छात्र विक्की बताते हैं, ‘आज हमारा एक प्रतिनिधि मंडल मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावेड़कर से मिलने पहुंचा था. आज जावेड़कर का जन्मदिन है. और हमें कहा गया था कि आज फेलोशिप वृद्धि का गिफ्ट मिलेगा. लेकिन अब हम ठगा सा महसूस कर रहे हैं.’

वे आगे कहते हैं, अब हमारा प्लान यही रहेगा कि मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावेड़कर, भारत के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार केजी जयराघवन और डीएसटी के सेक्रेटरी आशुतोष शर्मा को मेल भेज कर बात करने का समय मांगा जाएगा. और अपनी समस्याओं से एक बार फिर अवगत कराया जाएगा.’

 

share & View comments