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Sunday, 3 November, 2024
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दिल्ली मेट्रो में मुफ्त यात्रा को लेकर सरकार ने शुरू की प्रतिदिन यात्रा करने वाली महिलाओं की गिनती

राजधानी दिल्ली के सभी बड़े और भीड़-भाड़ वाले मेट्रो स्टेशनों पर कितनी महिलाएं उक्त स्टेशन से यात्रा कर रही हैं इसपर नजर रखी जा रही है.

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नई दिल्ली: दिल्ली सरकार की पायलट योजना महिलाओं की मेट्रो और बसों में मुफ्त सफर की पायलट योजना पर काम शुरू हो गया है. शुक्रवार सुबह से ही राजधानी दिल्ली के सभी बड़े और भीड़-भाड़ वाले मेट्रो स्टेशनों पर कितनी महिलाएं उक्त स्टेशन से यात्रा कर रही हैं, इस पर नजर रखी जा रही है. मेट्रो स्टेशन पर यह किस समय कितनी महिला मेट्रो में के लिए आ रही हैं. इसकी गिनती की जा रही है. महिलाओं की गिनती करने के दौरान सुबह 7 बजे से शाम 8 बजे तक कितनी महिलाओं के सफरकर रहीं हैं ये आंकड़े भी देखे जा रहे हैं. यही नहीं मेट्रो में अलग-अलग समय महिलाओं के आने-जाने की सुबह से शाम तक गिनती भी की जा रही है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस सप्ताह की शुरुआत में बसों और मेट्रो में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा की घोषणा की थी. जिसके बाद राजनीति शुरू हो गई है. वहीं दूसरी तरफ महिलाओं के मुफ्त यात्रा किए जाने की पर पूर्व मेट्रो चैयरमैन ई. श्रीधरन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मेट्रो में महिलाओं के मुफ्त सफर संबंधी दिल्ली सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा है कि यह फैसला देश में सभी मेट्रो के लिए चिंताजनक उदाहरण बन जाएगा. ‘अगर दिल्ली मेट्रो में महिलाओं मुफ्त यात्रा करने की रियायत दी जाएगी तो इससे देश में सभी मेट्रो के लिए खतरनाक उदाहरण बन जाएगा.’

दिल्ली सरकार 10 लाख कूपन खरीदेगी 

श्रीधरन के इस पत्र से स्तब्ध दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री सीएम मनीष सिसोदिया ने भी मेट्रो मैन को खत लिखकर कहा है कि यह योजना महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने, पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देकर दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण पर लगाने की कोशिश है. सिसोदिया ने पत्र में लिखा है कि दिल्ली सरकार की मंशा नहीं है कि वह मेट्रो की कार्यप्रणाली में हस्तक्षेप करे. दिल्ली सरकार की योजना है कि वह दिल्ली की प्रतिदिन मेट्रो में सफर करने वाली 10 लाख महिलाओं को कूपन खरीदकर उपलब्ध कराया जाएगा. इससे न केवल महिलाओं को सुविधा होगी साथ ही मेट्रो का राजस्व और रीडरशिप भी बढ़ेगी.

प्रतिदिन ट्रेवल करने वाली महिला यात्रियों की गिनती शुरू

बता दें कि महिलाओं की मेट्रो में मुफ्त यात्रा को कई कसौटियों पर जांचा परखा जा रहा है. एक मेट्रो स्टेशन पर महिलाओं की आवाजाही पर नजर रख रहे एक कर्मचारी ने बताया कि दिल्ली में अभी तक लगभग 250 मेट्रो स्टेशन हैं. जिसमें करीब 25-30 लाख यात्री प्रतिदिन यात्रा कर रहे हैं. मेट्रो के सभी रिहायशी क्षेत्रों में बने मेट्रो स्टेशनों पर महिलाओं की आवाजाही पर नजर रखी जा रही है कि कितनी महिलाएं उस स्टेशन से प्रतिदिन आ जा रही हैं. बता दें कि शुक्रवार से शुरू हुए इस गिनती अभियान में केवल दिल्ली के स्टेशनों पर ही गिनती की जा रही है.

यह पूछे जाने पर कि कई बॉर्डर के राज्यों की महिलाएं भी हो सकता है यहां से ट्रेवल करें तो कर्मचारी ने बताया अभी इसपर कोई बात नहीं की गई है. और इस सर्वेक्षण के लिए कई चरणों में गिनती की जाने की योजना है. कर्मचारी जिस मेट्रो स्टेशन पर बैठा था, उसने बताया कि शुक्रवार को सुबह 11 बजे तक करीब 1000 महिलाएं उक्त स्टेशन से चढ़ी हैं, जबकि शाम तक का आंकड़ा अधिक होने का है. जब दिप्रिंट ने उससे यह पूछा कि यह सर्वे कौन करा रहा है तो उस कर्मचारी ने बताया कि अभी यह सर्वेक्षण निजी कंपनी को दिया गया है. सर्वेक्षण एक हफ्ते तक होना है.

सिसोदिया बोले घाटे में चल रही है मेट्रो

सिसोदिया ने यह भी कहा कि दिल्ली मेट्रो की क्षमता करीब 40 लाख यात्रियों की है. लेकिन, इस पर महज 25 लाख यात्री ही सफर कर रहे हैं. जिससे मेट्रो घाटे में चल रही है.

बता दें कि मेट्रो ने इस मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है. मेट्रो के अधिकारी ने कहा कि दिल्ली मेट्रो दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार का उपक्रम है. इसलिए हमें तो जो अधिसूचना जारी की जाएगी हम उस पर काम करेगे. उक्त अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हमसे एक रिपोर्ट मांगी गई थी. जो हमने उन्हें दे दी है. आगे जो राज्य सरकार कहेगी मेट्रो वहीं करेगी.

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