scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमदेश'थ्रोअर के पास फिनिश लाइन नहीं होती', WAC में गोल्ड जीतने के बाद बोले नीरज चोपड़ा- 90 मीटर का आंकड़ा छूना चाहता था

‘थ्रोअर के पास फिनिश लाइन नहीं होती’, WAC में गोल्ड जीतने के बाद बोले नीरज चोपड़ा- 90 मीटर का आंकड़ा छूना चाहता था

नीरज चोपड़ा को बधाई देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि उन्होंने भारतीय खेलों के इतिहास में एक और सुनहरा पन्ना लिख दिया है.

Text Size:

नई दिल्ली: ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है और विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बन गए. पुरूषों की भाला फेंक स्पर्धा में 88.17 मीटर के थ्रो के साथ नीरज चोपड़ा ने यह उपलब्धि हासिल की. भारत के हिस्से में यह खिताब 40 वर्षों बाद आया है.

भारत के किशोर जेना पांचवें स्थान पर रहे जिन्होंने अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 84.77 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका. वहीं डी पी मनु छठे स्थान पर रहे जिनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 84.14 मीटर का था. विश्व चैम्पियनशिप में यह पहली बार हुआ है कि शीर्ष आठ में तीन भारतीय रहे हों.

 

इस शानदार जीत के बाद नीरज चोपड़ा बोले, “मैं इतनी देर तक जागने के लिए भारत के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं. ये मेडल पूरे भारत के लिए है. मैं ओलंपिक चैंपियन हूं अब मैं विश्व चैंपियन हूं. आप सब अलग-अलग क्षेत्रों में मेहनत करते रहें. हमें दुनिया में नाम कमाना है.”

उन्होंने आगे कहा कि, विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में 90 मीटर का आंकड़ा छूना चाहता था, लेकिन चीजें वैसी नहीं हुई, जैसी उम्मीद की थी. शायद अगली बार ऐसा कर पाऊं.

जब उनसे पूछा गया कि, उस व्यक्ति को जिसने सब कुछ जीत लिया है, उसे और जीतने के लिए क्या प्रेरित करता है? नीरज चोपड़ा ने जवाब में कहा ‘थ्रोअर के पास फिनिश लाइन नहीं होती.’

विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप जीतने के बाद नीरज ने कहा “दूसरे राउंड के बाद, मैं खुद को आगे बढ़ाने के बारे में सोच रहा था क्योंकि मुझे पता था कि मुझे बेहतर थ्रो मिल सकता है. लेकिन तकनीक और गति पर बहुत दबाव है. हमें क्वालीफाइंग राउंड में बहुत जोर लगाना होता है. क्वालिफाइंग राउंड के बाद रिकवरी के लिए एक ही दिन था मैं आखिरी थ्रो तक खुद को आगे बढ़ाने और बेहतर थ्रो करने की प्रेरणा के साथ आगे बढ़ रहा था.”

नीरज ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैं मैच के बाद अरशद से मिला और हमें खुशी है कि हमारे दोनों देश खेल के क्षेत्र में गंभीर प्रगति कर रहे हैं. हम अपने यूरोपीय समकक्षों पर विजय पाकर भी खुश थे, जो मजबूत और बहुत प्रतिस्पर्धी हैं. मुझे लगता है कि यहां की जीत से एशियाई खेलों में जाने वाले प्रशंसकों की उम्मीदें बढ़ जाएंगी. हम हांगझू में फिर मिलेंगे.’

नीरज चोपड़ा ने कहा कि वह चीन के हांगझू में आगामी एशियाई खेलों में अपने पाकिस्तानी प्रतिद्वंद्वी के साथ अपनी प्रतिद्वंद्विता फिर से शुरू करने के लिए उत्सुक हैं.

25 वर्ष के चोपड़ा ने पहला प्रयास फाउल रहने के बाद दूसरे में सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका. इसके बाद उन्होंने 86.32 मीटर, 84.64 मीटर , 87.73 मीटर और 83.98 मीटर के थ्रो फेंके.

जाने से पहले कही थीं ये बातें

चैंपियनशिप में जाने से पहले,ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा पिछले कुछ समय से 90 मीटर की दूरी पार करने का प्रयास कर रहे थे और उन्होंने कहा था कि वह यह लक्ष्य हासिल करने के करीब हैं और उन्हें इसके लिए केवल अनुकूल परिस्थितियों की जरूरत है.

टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता चोपड़ा पिछले साल 90 मीटर की दूरी तक भाला फेंकने के बेहद करीब पहुंच गए थे. तब उन्होंने स्टॉकहोम में डायमंड लीग प्रतियोगिता में 89.94 मीटर भाला फेंका था.

चोपड़ा ने जिओ सिनेमा से कहा,‘‘ निश्चित तौर पर मैं इस लक्ष्य के करीब हूं. मुझे बस एक अच्छे दिन की जरूरत है जिसमें मौसम की परिस्थितियां अनुकूल हों. मुझे विश्वास है कि मैं यह लक्ष्य हासिल करने में सफल रहूंगा.’’

चोपड़ा ने कहा था,‘‘ मैं दबाव झेलने का आदी हो चुका हूं. हालांकि, जब मैं हर दो या चार साल में होने वाली प्रतियोगिताओं ( जैसे विश्व चैंपियनशिप और ओलंपिक) भाग लेता हूं तो निश्चित तौर पर जिम्मेदारी का बोध रहता है.’’

उन्होंने कहा,‘‘ लेकिन मैं हमेशा अपना शत-प्रतिशत देता हूं और अपने प्रदर्शन पर पूरा ध्यान लगाता हूं. पहले कुछ चीजें मुझ पर हावी हो जाती थी लेकिन धीरे-धीरे मुझे इनकी आदत पड़ गई.’’

चोपड़ा ने 30 जून को 87.66 मीटर भाला फेंक कर लगातार दूसरी बार प्रतिष्ठित डायमंड लीग का खिताब जीता था.

उन्होंने कहा था,‘‘ प्रतियोगिताओं में भाग लेना और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के सामने शीर्ष स्तर पर प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखना चुनौतीपूर्ण है. इस साल के शुरू में मैं बहुत अच्छी तरह से तैयार था लेकिन इसके बाद मैं चोटिल हो गया जिसके कारण मुझे कुछ प्रतियोगिताओं से हटना पड़ा था.’’

बुडापेस्ट में विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाले टोक्यो ओलंपिक चैम्पियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, खेलमंत्री अनुराग ठाकुर से लेकर समूचे खेल जगत, राजनेताओं और नामचीन हस्तियों ने सोशल मीडिया पर बधाई दी है.

मौजूदा ओलंपिक चैम्पियन चोपड़ा ने बुडापेस्ट में चल रही विश्व चैम्पियनशिप में कल देर रात पुरूषों की भालाफेंक स्पर्धा में 88 . 17 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता. वह ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप स्वर्ण एक समय पर जीतने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए.

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप की पुरुष भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने के लिए सोमवार को नीरज चोपड़ा की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने एक बार फिर से इतिहास रच कर हम सभी को गौरवान्वित किया है.

खट्टर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ”भारत के चमकते सितारे नीरज चोपड़ा को मेरी हार्दिक बधाई, जिन्होंने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाला पहला भारतीय एथलीट बनकर एक बार फिर इतिहास रच दिया है. नीरज ने 88.17 मीटर के शानदार भाला फेंक के साथ रिकॉर्ड तोड़ दिया! हम सभी को आप पर बेहद गर्व है.”

भारतीय खेलों के इतिहास में एक और सुनहरा पन्ना जुड़ा: राष्ट्रपति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीरज चोपड़ा की बड़ाई देते हुए कहा, “प्रतिभाशाली नीरज चोपड़ा उत्कृष्टता का उदाहरण हैं.” उनकी प्रतिबद्धता, जुनून और जज्बा उन्हें सिर्फ एथलेटिक्स में ही नहीं बल्कि समूचे खेल जगत में अद्वितीय उत्कृष्टता का परिचायक बनाता है.”

इस खुशी पर नीरज चोपड़ा के पिता सतीश कुमार बोले, यह हमारे परिवार, हमारे गांव और पूरे देश के लिए एक स्वर्णिम क्षण है. यह देश के लिए खुशी का पल है.

उन्होंने आगे कहा, यह हमारे पूरे हिंदुस्तान के लिए खुशी का दिन है कि विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में हम लोगों ने स्वर्ण पदक जीता. यह आज पूरे देश की जीत है. हमें उम्मीद थी की वह बेहतर प्रदर्शन करेगा और वह उस पर खड़ा उतरा है.

नीरज चोपड़ा को बधाई देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि उन्होंने भारतीय खेलों के इतिहास में एक और सुनहरा पन्ना लिख दिया है.

राष्ट्रपति ने एक्स पर उन्हे बधाई देते हुए कहा ,‘‘ नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बनकर भारतीय खेलों के इतिहास में एक और सुनहरा पन्ना जोड़ दिया . बुडापेस्ट में भालाफेंक फाइनल में उनका बेहतरीन प्रदर्शन हमारे लाखों युवाओं को प्रेरित करेगा .’’

उन्होंने अंतिम आठ में जगह बनाने वाले तीनों भालाफेंक खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा ,‘‘ यह देश के लिये गर्व की बात है कि तीन भारतीय नीरज चोपड़ा, किशोर जेना और डी पी मनु विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की भालाफेंक स्पर्धा में फाइनल तक पहुंचे और शीर्ष छह में रहे . मैं उन सभी को बधाई देती हूं .’’

उन्होंने लिखा ,‘‘ उन्होंने भारतीय एथलेटिक्स को अभूतपूर्व ऊंचाइयों तक पहुंचाया है . मैं उन्हें भविष्य में और उपलब्धियां हासिल करने के लिये शुभकामनायें देती हूं .’’

पाकिस्तान खिलाड़ी ने दी बधाई

पाकिस्तान के स्टार भाला फेंक खिलाड़ी अरशद नदीम ने कहा कि ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा के साथ उनकी कोई प्रतिद्वंद्विता नहीं है और इस भारतीय के जैसे शीर्ष खिलाड़ी से सीखने की हमेशा गुंजाइश रहती है.

नदीम ने फाइनल में जगह बनाने के बाद मीडिया से कहा, ‘‘मैं किसी से प्रतिस्पर्धा नहीं करता. मैं हमेशा खुद से प्रतिस्पर्धा और प्रदर्शन को बेहतर करने की कोशिश करता हूं. नीरज के साथ कोई प्रतिद्वंद्विता नहीं है. आप हमेशा शीर्ष एथलीटों से सीख सकते हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं कि वह अच्छा प्रदर्शन करें और मेरा काम अपने देश के लिए बेहतर से बेहतर बनना है.’’

चोपड़ा और नदीम दोनों ने अगले साल के पेरिस ओलंपिक और रविवार को खेले जाने वाले विश्व चैंपियनशिप पुरुष भाला फेंक फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है.

चोपड़ा ने शुक्रवार को यहां बुडापेस्ट में अपने करियर के चौथे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 88.77 मीटर के साथ विश्व चैंपियनशिप फाइनल के लिए क्वालीफाई किया तो वहीं नदीम ने 86.79 मीटर की दूरी के साथ सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया.

टोक्यो में 2021 ओलंपिक में एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले चोपड़ा पहले भारतीय बने. उन्होंने 2022 में यूजीन में विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था .

उनसे पहले लंबी कूद में अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 में पेरिस विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था .

एक ही समय पर ओलंपिक और विश्व खिताब जीतने वाले वह तीसरे भालाफेंक खिलाड़ी बन गए . उनसे पहले चेक गणराज्य के जान जेलेज्नी और नॉर्वे के आंद्रियास टी यह कारनामा कर चुके हैं . जेलेज्नी ने 1992, 1996 और 2000 में ओलंपिक खिताब जीते जबकि 1993, 1995 और 2001 में विश्व चैम्पियनशिप जीती थी . आंद्रियास ने 2008 ओलंपिक और 2009 विश्व चैम्पियनशिप जीते थे .

अब चोपड़ा के नाम खेल के सारे खिताब हो गए हैं . उन्होंने एशियाई खेल (2018), राष्ट्रमंडल खेल (2018) स्वर्ण के अलावा चार डायमंड लीग खिताब और पिछले साल डायमंड लीग चैम्पियन ट्रॉफी जीती .

वह 2016 में जूनियर विश्व चैम्पियन रहे और 2017 में एशियाई चैम्पियनशिप खिताब जीता.


यह भी पढ़ें: कैमरा, चॉकलेट और समझौता- मुजफ्फरनगर का मुस्लिम बच्चा अपनी कहानी बार-बार दोहराने को मजबूर


 

share & View comments