नई दिल्ली: पेरिस स्थित रक्षा कंपनी नेवल ग्रुप और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गोवा ने अंडरवाटर सिग्नल रिजोल्यूशन में सुधार के लिए शोध के उद्देश्य से जारी अपनी मौजूदा साझेदारी को आगे बढ़ाने का फैसला किया है. फ्रांसीसी कंपनी के एक प्रेस बयान जारी करके यह जानकारी दी है.
दोनों के बीच 28 सितंबर को ब्रेस्ट, फ्रांस में सी-टेक वीक के दौरान एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. सप्ताह भर चलने वाले इस कार्यक्रम में भारत की विशेष भागीदारी रही थी. टेक वीक का आयोजन समुद्री प्रौद्योगिकी और विज्ञान पर केंद्रित है, जो दुनियाभर के शोधकर्ताओं, विद्वानों और कारोबारियों को आकृष्ट करता है.
बयान में कहा गया है कि समझौते का विस्तार भारतीय शोधकर्ताओं के लिए फ्रांसीसी तकनीकी विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम करने और अंडरवाटर निगरानी, पनडुब्बी इमेजिंग और ड्रोन से संबंधित प्रौद्योगिकी पर अनुसंधान एवं विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा.
We are excited about the underwater imaging project with @navalgroup, which would also enhance our cooperation with @Brest_Iroise; signing ceremony witnessed by Shri @JawedAshraf5, Indian Ambassador, @FCuillandre, Mayor of Brest.@bkIITGoa @PMOIndia @EduMinOfIndia @goacm https://t.co/sQr4snAjTm
— Indian Institute of Technology Goa (@IITGoaofficial) September 28, 2022
यह समझौता गोओएटी (गोवा अटलांटिक कोऑपरेशन इन मरीन साइंस एंड इंजीनियरिंग प्रोग्राम) के दायरे में आता है, जिस कार्यक्रम की शुरुआत 2019 में इंडो-फ्रेंच नॉलेज समिट के दौरान हुई थी. यह कार्यकम शिक्षा, अनुसंधान और समुद्री विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नवाचार के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच संबंधों को बढ़ाने के लिए शुरू किया गया था.
फ्रांस की प्रमुख रक्षा कंपनियों में शुमार नेवल ग्रुप न्यूरल सिस्टम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके अंडरवाटर सेंसर द्वारा एकत्र डेटा के विश्लेषण में सुधार के लिए आईआईटी गोवा के साथ मिलकर काम करेगा. बयान में आगे यह भी बताया गया है कि न्यूरल सिस्टम और एआई का इस्तेमाल ऑफशोर एप्लीकेशन या पानी के अंदर किसी ढांचे की स्थापना, रखरखाव और उसका पता लगाने संबंधी जरूरतों के लिए अंडरवाटर इमेजरी का रिजोल्यूशन बढ़ाने में भी मददगार साबित होगा.
यह पार्टनरशिप भारत और फ्रांस के बीच बढ़ते नौसैनिक सहयोग का संकेत देती है जो इस साल मार्च में वार्षिक भारत-फ्रांस द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास वरुण 2022 के 20वें संस्करण के दौरान भी नजर आई. अरब सागर में इस मेगा नौसैनिक युद्धाभ्यास के दौरान जहाजों, टोही विमानों, पनडुब्बियों, लड़ाकू विमानों और हेलिकॉप्टर ने हिस्सा लिया था.
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नेवल ग्रुप एक अन्य फ्रांसीसी रक्षा कंपनी थेल्स के साथ साझेदारी में भारत को समुद्री और अंडरवाटर तकनीक जैसे सोनार और एफ-21 टॉरपीडो बेचने की दौड़ में भी शामिल है.
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