scorecardresearch
Friday, 31 January, 2025
होमदेशअर्थजगत10 साल में पहला संसद सत्र बिना किसी विदेशी हस्तक्षेप के शुरू हुआ: PM मोदी

10 साल में पहला संसद सत्र बिना किसी विदेशी हस्तक्षेप के शुरू हुआ: PM मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस सत्र में संसद कई ऐतिहासिक विधेयकों पर चर्चा करेगी जो राष्ट्र को मजबूत बनाने के लिए बनाए गए हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: बजट सत्र 2025-26 के शुरू होने से थोड़ी देर पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि यह पहला संसद सत्र है जिसमें उन्होंने 2014 के बाद से ‘‘कोई विदेशी हस्तक्षेप’’ नहीं देखा.

संसद की ओर जाने से पहले मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, ‘‘आपने देखा होगा, 2014 के बाद से, यह पहला संसद सत्र है, जिसमें हमारे मामलों में कोई ‘विदेशी चिंगारी’ नहीं देखी गई, जिसमें किसी विदेशी ताकत ने आग लगाने की कोशिश नहीं की. मैंने हर बजट सत्र से पहले यह देखा था और हमारे देश में कई लोग इन चिंगारियों को भड़काने में कोई कसर नहीं छोड़ते. यह पहला सत्र है जिसमें किसी विदेशी हस्तक्षेप की ज़रूरत नहीं थी.’’

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार तीसरे कार्यकाल में ‘‘सर्वांगीण विकास’’ पर ध्यान केंद्रित करेगी.

उन्होंने कहा कि 3आई — इनोवेशन, समावेशन और निवेश ने देश के आर्थिक विकास में प्राथमिक भूमिका निभाई है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘तीसरे कार्यकाल में हम मिशन मोड में देश को सर्वांगीण विकास की ओर ले जाएंगे, चाहे वह भौगोलिक हो, सामाजिक हो या आर्थिक. हम मिशन मोड की ओर बढ़ रहे हैं. इनोवेशन, समावेशन और निवेश हमारे आर्थिक विकास में प्राथमिक रहे हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन. जब हमें विकास की गति को प्राप्त करना होता है, तो सबसे अधिक जोर सुधार पर होता है और केंद्र और राज्य सरकारों को प्रदर्शन करना होता है और परिवर्तन जन भागीदारी के माध्यम से देखा जा सकता है.’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस सत्र में संसद कई ऐतिहासिक विधेयकों पर चर्चा करेगी जो राष्ट्र को मजबूत बनाने के लिए बनाए गए हैं.

इस सत्र में, हमेशा की तरह, सदन में कई ऐतिहासिक विधेयकों पर चर्चा होगी और व्यापक मंथन के बाद वह कानून बनेंगे जो राष्ट्र को मजबूत करेंगे.

उन्होंने कहा कि विशेष रूप से नारी शक्ति के गौरव को पुनः स्थापित करना, यह सुनिश्चित करना कि हर महिला को जाति और पंथ के किसी भी भेदभाव के बिना सम्मानजनक जीवन और समान अधिकार मिले, इस दिशा में इस सत्र में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे.

उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी 50 वर्ष की आयु तक विकसित भारत का सबसे बड़ा लाभार्थी होगी. उन्होंने कहा कि हमारा देश युवा है और आज 20-25 वर्ष के युवा 50 वर्ष की आयु तक विकसित भारत के सबसे बड़े लाभार्थी होंगे…वह नीति निर्माण की कमान संभालेंगे…विकसित भारत के हमारे विजन को पूरा करने के प्रयास हमारी युवा पीढ़ी के लिए एक बहुत बड़ा उपहार होंगे.

उन्होंने आगे कहा कि यह बजट सत्र सांसदों के लिए विकसित भारत को मजबूत करने में योगदान देने का एक ‘‘स्वर्णिम अवसर’’ है.

उन्होंने कहा, ‘‘इस बजट सत्र में सभी सांसद, विशेषकर युवा सांसद, विकसित भारत को मजबूत करने में योगदान देंगे, क्योंकि यह उनके लिए एक स्वर्णिम अवसर है. वह विकसित भारत के साक्षी बनेंगे…मुझे उम्मीद है कि हम लोगों की उम्मीदों और अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगे…’’

पीएम मोदी ने देवी लक्ष्मी को भी नमन करते हुए कहा, ‘‘बजट सत्र से पहले, मैं धन और समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी को नमन करता हूं…’’


यह भी पढ़ें: एप्पल घड़ी चोरी मामला : CISF की शिकायत पर गुरुग्राम के डॉक्टर के खिलाफ गैर-संज्ञेय रिपोर्ट दर्ज


 

share & View comments