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Friday, 22 November, 2024
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काबुल के गुरुद्वारे में हुए फिदायीन हमले में 11 की मौत 11 घायल, भारत ने बढ़ाया मदद का हाथ

गुरुद्वारे में हुए इस हमले की भारत ने कड़ी निंदा की है. विदेशमंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि हम मृतकों के परिवार वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.

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काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी के बीचोंबीच स्थित गुरुद्वारे में घुसकर बुधवार को अज्ञात बंदूकधारियों और आत्मघाती हमलावरों ने हमला किया जिसमें कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और करीब 11 लोगों के घायल हो गए हैं. स्थानीय मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक इस हमले में बच्चे भी फंसे हुए थे.

गुरुद्वारे में हुए इस हमले की भारत ने कड़ी निंदा की है. विदेशमंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि हम मृतकों के परिवार वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं. भारत अफगानिस्तान के हिंदू और सिख समुदाय के प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है.

बयान में भारत ने यह भी कहा है, ‘किसी अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक और पूजा के स्थान पर हमला कायरतापूर्ण हमला है, विशेषतौर पर तब जब दुनिया कोविड19 जैसी महामारी की चपेट में है. यह हमला उन शैतानी मानसिकता का ही प्रतिबिंब है.’

‘जिस तरह ने अफगान सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की है इसके लिए भारत सरकार ने उनकी तारीफ की है. भारत देश की शांति और सुरक्षा लाने के अपने प्रयासों में देशवासियों, सरकार और अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है.’

अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय पर यह अब तक के सबसे भयावह हमलों में से एक है. तालिबान के प्रवक्ता जुबिहुल्ला मुजाहिद ने ट्वीट कर कहा कि हमले में तालिबान का हाथ नहीं है. हमला करने का दावा आईएस आतंकी समूह ने किया और कहा आईएस के लड़ाके गुरुद्वारे पर अंजाम दे रहे हैं.

बता दें कि इस हमले की चहूं ओर निंदा हो रही है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस आतंकी हमले की निंदा की है. उन्होंने ट्वीट किया,’ काबुल में गुरुद्वारा गुरु हर राय पर हुए भयानक आतंकी हमले की निंदा करता हूं, जहां कोरोना के प्रकोप के लिए सिख एक साथ प्रार्थना के लिए आए थे. एक पवित्र स्थान पर निर्दोष लोगों को मारना सबसे बर्बर है.

वहीं केंद्रीय मंत्री हरसिमरत बादल ने भी ट्वीट हमले की निंदा की है. उन्होंने लिखा कि इस हमले से सदमे में हूं. बादल ने आगे विदेशमंत्री एस जयंशकर से गुजारिश की है कि वह अफगान स्थित हाई कमीशन में वहां फंसे सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित करें. सिमरत आगे लिखती हैं कि मेरी प्रार्थना उन लोगों के साथ है जो हमले में फंसे हुए हैं.

बंदूकधारी हमलावरों ने स्थानीय समयानुसार सुबह करीब पौने आठ बजे शोर बाजार इलाके में स्थित गुरद्वारे पर हमला किया. उस समय वहां 150 श्रद्धालु मौजूद थे. टोलो न्यूज ने एक सुरक्षा स्रोत के हवाले से कहा, ‘काबुल के पीडी1 में सिख धर्मस्थल धर्मशाला में हमले में कम से कम 11 लोग मारे गये और 11 अन्य घायल हो गये.’

उसने ट्वीट किया, ‘इन हमलावरों की अब भी सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ चल रही है. एक को गोली मार दी गयी है. धर्मशाला पर हमले में कार्रवाई में विदेशी सैनिक भी शामिल हैं.’

काबुल पुलिस ने कहा कि गुरुद्वारे से कम से कम 11 बच्चों को सुरक्षित निकाला गया है.

सिख सांसद नरिंदर सिंह खालसा ने कहा कि गुरुद्वारे के भीतर मौजूद एक व्यक्ति ने उन्हें फोन किया और हमले के बारे में बताया जिसके बाद वह मदद करने के लिए वहां गए. उन्होंने कहा कि हमले के वक्त गुरुद्वारे के भीतर करीब 150 लोग थे.

अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि पुलिस ने त्वरित प्रतिक्रिया दी, वह घटनास्थल पर पहुंच चुकी है लेकिन गोलीबारी अभी जारी है.

काबुल में आज सुबह हुए आतंकी हमले पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, ‘ये हत्याएं अत्याचार की एक गंभीर याद दिलाती हैं जो कुछ देशों में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर लगातार जारी हैं .’

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