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Saturday, 21 December, 2024
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चिन्मयानंद कांड के बाद डरी हुईं हैं हॉस्टल की छात्राएं, अभिभावकों में भी डर

लॉ काॅलेज के हाॅस्टल की कुछ छात्राओं ने कबूला कि जब से यह मामला सुर्खियों में आया है तब से उनमें डर बढ़ा है. वहीं उनके घर वाले भी परेशान हैं.

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शाहजहांपुर: पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को आखिरकार शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन उनके काॅलेज की छात्राओं में अभी भी भय की स्थिति है. शाहजहांपुर-बरेली मार्ग पर स्थित एसएस पीजी काॅलेज और एसएस लाॅ काॅलेज की हाॅस्टल में रहने वाली छात्राओं और उनके अभिभावकों के मन में इस मामले ने डर पैदा कर दिया है. दिप्रिंट की टीम ने काॅलेज के हाॅस्टल की कुछ छात्राओं से बातचीत की जिसमें उन्होंने इस बात को कबूला कि जब से यह मामला सुर्खियों में आया है तब से उनमें डर बढ़ा है. वहीं उनके घर वाले भी परेशान है.

घरवालों ने दी सतर्क रहने की सलाह

नाम न छापने की शर्त पर हाॅस्टल में रहने वाली पीजी काॅलेज की एक छात्रा ने बताया कि जब से ये मामला चर्चा में आया है उसके पैरेंट्स फोन कर सतर्क रहने को बोल चुके हैं. छात्रा के मुताबिक, ‘घर वालों ने फोन कर कहा है कि जल्द ही कोर्स खत्म करके वापस लौटो. उन्होंने किसी से भी अपना फोन नंबर साझा न करने के लिए कहा है. काॅलेज मैनेजमेंट का कोई व्यक्ति अगर बात करना चाह रहा है तो पैरेंट्स से उसकी बात कराओ.’

वहीं एक अन्य छात्रा ने बताया कि ये मामला सुनकर थोड़ा ‘डर’ लगा है. लगातार रिश्तेदारों के भी फोन आ रहे हैं. सब कह रहे हैं कि अपना ‘ख्याल’ रखो. हालांकि छात्राओं ने ये भी बताया कि स्वामी चिन्मयानंद ने कभी उनसे संपर्क करने की कोशिश नहीं की. वहीं पीड़िता की स्वामी से कैसे बातचीत शुरू हुई उन्हें इसकी जानकारी नहीं लेकिन ये पूरी घटना हाॅस्टल की छात्राओं में चर्चा का विषय बना हुआ है.


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एक अन्य छात्रा ने दिप्रिंट को बताया कि ‘डिप्लोमा कोर्स पूरा होने में कुछ महीने बचे हैं. वह जल्द ही यहां से जाना चाहती है.’

हालांकि, मामला लाॅ काॅलेज के हाॅस्टल का है जो उसी परिसर के दूसरी तरफ है. लेकिन छवि तो पूरे परिसर की धूमिल हुई है.

पीजी व लाॅ काॅलेज के मीडिया कोऑर्डिनेटर अनुराग अग्रवाल ने ऐसे किसी भी डर से इंकार किया है. उनका कहना है कि ‘कानून अपना काम कर रहा है लेकिन इसका काॅलेज के माहौल या पढ़ाई से लेना देना नहीं है.’

दिप्रिंट से बातचीत में अनुराग ने कहा, ‘बीते शुक्रवार स्वामी जी की गिरफ्तारी के बाद शिक्षक व छात्र थोड़ा परेशान जरूर हुए थे लेकिन अब फिलहाल सब ठीक है. शनिवार को भी पढ़ाई हुई है.’

मुमुक्षु आश्रम | फोटो : प्रशांत श्रीवास्तव/दिप्रिंट

आश्रम परिसर में ही चलते हैं काॅलेज

बता दें कि शाहजहांपुर-बरेली मार्ग पर मुख्य सड़क पर ही क़रीब 21 एकड़ में मुमुक्षु आश्रम बना है. इसकी पहचान जितनी एक धार्मिक संस्था के तौर पर होती है उससे ज़्यादा ये शिक्षा के केंद्र के रूप में पहचाना जाता है. आश्रम के परिसर में ही इंटर कॉलेज से लेकर पीजी कॉलेज तक पांच शिक्षण संस्थान इसी के तहत संचालित होते हैं. इसी परिसर में स्थित एसएस लॉ कॉलेज की छात्रा ने चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगाया है. फिलहाल उस हाॅस्टल को सील कर दिया गया है जहां छात्रा रहा करती थी.

आसपास के लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक, मुमुक्षु आश्रम की स्थापना इस क्षेत्र के मशहूर संत स्वामी शुकदेवानंद ने आज़ादी से पहले ही की थी.

80 के दशक में उनके शिष्य बने स्वामी चिन्मयानंद ने आश्रम का पूरा काम संभाला. राजनीति में रहने के दौरान भी चिन्मयानंद का ध्यान आश्रम से कम नहीं हुआ.


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बाद में चिन्मयानंद ने ही शाहजहांपुर में मुमुक्षु शिक्षा संकुल नाम से एक ट्रस्ट बनाया जिसके ज़रिए कई शिक्षण संस्थाओं का संचालन किया जाता है. इनमें पब्लिक स्कूल से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट स्तर के कॉलेज तक शामिल हैं. स्थानीय लोग बताते हैं कि आश्रम को ज़मीनें यहां के लोगों ने स्वेच्छा से दान में दी थीं.

चिन्मयानंद के जेल जाने से मुमुक्षु आश्रम और सभी शिक्षण संस्थानों की छवि पर भी दाग लगा है.

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