नई दिल्ली: गुरुवार को 1,000 से ज़्यादा छात्र और शिक्षक नई दिल्ली में कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DOPT) के दफ़्तर के पास इकट्ठा हुए. उनका मक़सद कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह से मिलकर परीक्षा से जुड़ी समस्याओं पर बातचीत करना था.
वे कर्मचारी चयन आयोग (SSC) द्वारा विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए कराए जा रहे कंप्यूटर आधारित सेलेक्शन पोस्ट फेज़ 13 परीक्षा में हुई अनियमितताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. यह परीक्षा 24 जुलाई से शुरू हुई थी और 1 अगस्त तक चलेगी.
प्रदर्शनकारियों ने दिप्रिंट से कहा कि परीक्षा के दौरान उन्हें बहुत खराब गुणवत्ता वाले पेन-पेपर, पुराने कंप्यूटर, ख़राब माउस और दूर-दराज़ स्थित परीक्षा केंद्र मिले, जहां स्टाफ़ भी गैर-पेशेवर था. कुछ जगहों पर तो पास में डीजे बज रहा था, जिससे ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो गया.
दिल्ली में विरोध कर रहे अभ्यर्थी मोनू गुलिया ने कहा, “हमें गणित के सवाल हल करने के लिए पेन-पेपर चाहिए, लेकिन जो दिए गए थे वे इतने घटिया थे कि ठीक से लिख भी नहीं पाए. पेपर बहुत पतला था और मेरा कंप्यूटर भी काम नहीं कर रहा था.”
विरोध की आग और भड़क गई जब कई केंद्रों पर बिना सूचना परीक्षा रद्द कर दी. प्रशासनिक अव्यवस्था, तकनीकी खराबी, खराब ढांचा और परीक्षार्थियों के साथ कक्ष निरीक्षकों का दुर्व्यवहार भी बड़ी शिकायतें रहीं.
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के अध्यक्ष रौनक खत्री ने कहा, “छात्र और शिक्षक उन समस्याओं को उठा रहे हैं जो उन्होंने सेलेक्शन पोस्ट फेज़ 13 परीक्षा में झेलीं. परीक्षा केंद्रों पर गड़बड़ियां हुईं, तकनीकी खराबी, लॉगिन फेल्योर और ऑटो-सबमिशन हुआ. कई एप्लीकेंट को बिजली कटने और सर्वर क्रैश का सामना करना पड़ा, कोई बैकअप सिस्टम नहीं था.”
कई लोकप्रिय शिक्षक छात्रों के साथ एकजुटता में खड़े दिखे. सभी ने कहा कि कई परीक्षा केंद्रों पर ढांचा बेहद खराब था.
“कमरे बहुत छोटे थे, पानी और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं थीं. निरीक्षक फोन चला रहे थे और रील्स बना रहे थे. कई छात्रों को रात 10 बजे तक परीक्षा हॉल में बैठाया गया और शिकायत करने का कोई इंतज़ाम नहीं था,” एक और एप्लीकेंट हित तिवारी ने कहा.
प्रदर्शनकारियों ने परीक्षा आयोजित करने का ठेका एड्युक्विटी करियर टेक्नोलॉजीज को देने पर भी सवाल उठाया.
“पिछले कई सालों से SSC की परीक्षाएं TCS करा रहा था, लेकिन इस बार एड्युक्विटी को ठेका मिला क्योंकि उसने सबसे कम बोली लगाई. पैसे बचाने के लिए आयोग ने उन्हें ठेका दे दिया और हमारे भविष्य से खिलवाड़ कर दिया,” खत्री ने आरोप लगाया.
सोशल मीडिया पर #SSC_System_Sudharo हैशटैग ट्रेंड कर रहा है. तस्वीरों और वीडियोज़ में दिल्ली स्थित SSC दफ़्तर के बाहर छात्रों की भीड़ दिख रही है, जो चेयरमैन से मिलने की मांग कर रहे हैं.
छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया और कई लोगों को बसों में भरकर दूर छोड़ दिया.
खत्री ने कहा, “छात्र शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया और शिक्षकों व महिला छात्रों तक को हिरासत में लिया. कई लोग घायल हुए.”
छात्र और शिक्षक ‘दिल्ली चलो’ के आह्वान पर जंतर मंतर भी पहुंचे और परीक्षा प्रक्रिया में सुधार की मांग की.
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