चंडीगढ़/नई दिल्ली: केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पंजाब के किसानों के संगठनों ने शुक्रवार को दावा किया कि केन्द्र सरकार ने उन्हें दिल्ली में दाखिल होने और बुराड़ी मैदान में प्रदर्शन करने की मंजूरी दे चुकी है.
क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने कहा, ‘ हमें दिल्ली में दाखिल होने की अनुमति मिली हुई है.’
उन्होंने बताया कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने उन्हें दिल्ली के बुराड़ी में एक स्थान पर प्रदर्शन करने की अनुमति दी थी.
वहीं दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा, ‘प्रदर्शनकारी किसानों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी. उन्हें बुराड़ी क्षेत्र में निरंकारी समागम मैदान में विरोध करने की अनुमति होगी. इस दौरान दिल्ली पुलिस किसानों के साथ होगी.’
वहीं उस दौरान कमिश्ननर ने किसानों से अपील की है कि वह प्रदर्शन के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रहें.
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सीएम अमरिंदर ने किया स्वागत
दिल्ली, हरियाणा बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली जाने की अनुमति दिए जाने का पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा, ‘मैं केंद्र सरकार के इस फैसले का जिसमें उन्होंने किसानों को दिल्ली में प्रवेश किए जाने की अनुमति दी है उसका स्वागत करता हूं. उन्हें भी अपने लोकतांत्रिक अधिकार के लिए प्रदर्शन करने का अधिकार है.’
सीएम सिंह ने यह भी कहा, ‘अब केंद्र को किनान कानून से जुड़ी किसानों की चिंता पर भी तुरंत प्रभाव से बात करनी चाहिए और उसका समाधान निकालना चाहिए. ‘
वहीं राहुल गांधी ने भी किसान आंदोलन को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है. राहुल ने कहा, ‘पीएम को याद रखना चाहिए था जब जब अहंगार सच्चाई से टकराता है,पराजित होता है. सच्चाई की लड़ाी लड़ रहे किसानों को दुनिया की कोई सरकार नहीं रोक सकती है.’
#IamWithFarmers के साथ राहुल आगे लिखते हैं कि मोदी सरकार को किसानों की मांगें माननी ही होंगी और काले कानून वापस लेने होंगे. ये तो बस शुरुआत है.
PM को याद रखना चाहिए था जब-जब अहंकार सच्चाई से टकराता है, पराजित होता है।
सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे किसानों को दुनिया की कोई सरकार नहीं रोक सकती।
मोदी सरकार को किसानों की माँगें माननी ही होंगी और काले क़ानून वापस लेने होंगे।
ये तो बस शुरुआत है!#IamWithFarmers
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 27, 2020
वहीं दूसरी तरफ दिल्ली-हरियाणा सिंघु बॉर्डर पर पथराव, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे.
कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली कूच कर रहे पंजाब और हरियाणा के किसान पुलिस की रोक से भड़क गए. किसानों पर आज भी आंसू गैस के गोले दागे गए लेकिन हिम्मत नहीं हारी है.
सिंघु बॉर्डर पर अचानक से अफरा-तफरी मच गई है और किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़नी शुरू कर दी. इसके बाद किसानों को तितर-बितर करने के लिए दिल्ली पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागने शुरू कर दिए हैं, जिससे तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
Haryana: Police use tear gas to try to disperse farmers as they take part in protests against Centre's Farm laws, at the Singhu border (Delhi-Haryana border) pic.twitter.com/gVxsvulHhx
— ANI (@ANI) November 27, 2020
दिल्ली कूच कर रहे किसानों को पुलिस ने बैरिकेडिंग कर हापुड़ रोड पर सीबीआई अकेडमी के सामने रोका. किसान राष्ट्रीय नेतृत्व के आदेश का इंतजार कर रहे हैं.
शुक्रवार को अमृतसर से जो किसान चले हैं वह शंभू बॉर्डर तक पहुंचे हैं और उन्हें रोकने के लिए अंबाला पुलिस ने गुरुवार की तरह की आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार की है.