नई दिल्ली: दिल्ली में एक कार से टक्कर के बाद 12 किलोमीटर तक घसीटे जाने की वजह से जान गंवाने वाली युवती अंजलि सिंह के परिवार ने बुधवार को कहा कि निधि झूठ बोल रही है और उस पर हत्या का आरोप लगाया जाना चाहिए.
"Nidhi might be involved in well thought-out conspiracy" says Anjali's mother on Kanjhawala incident
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— ANI Digital (@ani_digital) January 4, 2023
अंजलि के परिवार ने साथ ही यह भी कहा कि उन्होंने निधि को ना तो पहले कभी देखा था और ना ही उसके बारे में पहले कभी सुना ही था.
निधि ने उस रात को याद करते हुए कहा कि वे नए साल की शाम को एक होटल में कुछ दोस्तों से मिलने गई थीं और आरोप लगाया है कि पार्टी के बाद ‘नशे में’ होने के बावजूद अंजलि स्कूटी चलाना चाहती थी. पुलिस को अंजलि की सहेली का पता सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद चला था.
पीड़िता के परिवार के डॉक्टर ने भी निधि के इन दावों को खारिज कर दिया कि अंजलि ने घटना वाली रात बहुत शराब पी रखी थी. डॉक्टर ने कहा कि युवती के पोस्टमार्टम में उसके पेट में शराब का अंश नहीं मिला.
अंजलि की मां ने कहा कि उनकी बेटी ने अपने जीवन में कभी शराब नहीं पी. रेखा देवी ने कहा, ‘मैंने निधि को कभी भी देखा या उसके बारे में सुना नहीं है. वह कभी हमारे घर नहीं आई. वह झूठ बोल रही है. मेरी बेटी ने कभी शराब नहीं पी. वह कभी शराब पीकर घर नहीं आई. निधि झूठ बोल रही है.’
अंजलि के चाचा ने निधि के बयानों पर सवाल उठाते हुए कहा कि उसने घटना की जानकारी किसी को क्यों नहीं दी. प्रेम ने कहा, ‘वह झूठ बोल रही है. उसने पुलिस और अपने परिवार को सूचित क्यों नहीं किया. वह पुलिस के पास क्यों नहीं आई. हम पुलिस जांच से संतुष्ट हैं लेकिन उन्हें कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. यह दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या है. निधि के खिलाफ धारा 302 लगायी जानी चाहिए.’
अंजलि की स्कूटी को नए साल वाली रात को एक कार ने टक्कर मार दी थी और दुर्घटना के बाद वह कार में फंसकर 12 किलोमीटर तक घिसटती गई थी. उसका शव बाहरी दिल्ली के कंझावला में मिला था.
कथित तौर पर कार में सवार पांच लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. पांचों आरोपियों को सोमवार को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
अंजलि के परिवार के डॉक्टर भूपेश ने कहा कि यह सामान्य हत्या नहीं थी. भूपेश ने कहा, ‘पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, पेट के अंदर खाना था. यदि उसने शराब पी रखी होती, तो रिपोर्ट में एक रसायन की मौजूदगी का जिक्र होता. हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि (पेट के अंदर) केवल भोजन का पता चला है.’’
डॉक्टर ने आगे कहा, ‘किसी हत्या को तब क्रूर माना जाता है जब पीड़ित को मौत से पहले क्रूरता से प्रताड़ित किया जाता है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, उसे 40 चोटें आई थीं.’
पीड़ित की सहेली ने पहले कहा था कि युवती को अपनी कार से घसीटने के आरोपी पांच व्यक्तियों ने ‘जानबूझकर’ उसे मार डाला क्योंकि वे यह जानने के बावजूद गाड़ी चलाते रहे कि वह वाहन के नीचे फंसी हुई है.
अंजलि की सहेली ने दावा किया कि उस कार में कोई संगीत नहीं चल रहा था जिसने उन्हें टक्कर मारी और दावा किया कि चालक को पता था कि अंजलि पहियों के नीचे घिसट रही है.
पीड़िता की सहेली ने कहा कि टक्कर के बाद, अंजलि कार के नीचे फंस गई और उसे गाड़ी से घसीटा गया, जिसमें सवार लोगों ने एक बार भी कार की गति धीमी करने या युवती को बचाने की कोशिश नहीं की.
अंजलि की सहेली ने कहा कि उसने दुर्घटना के बारे में किसी को नहीं बताया क्योंकि वह डरी हुई थी और उसे डर था कि इसके लिए उसे ही दोषी ठहराया जाएगा.
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