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Thursday, 2 May, 2024
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ईवीएम हैकथॉन पर बोले रविशंकर, हार के बहाने ढूंढ़ रही है कांग्रेस

भारत का चुनाव आयोग जिसकी चर्चा पूरे विश्व में होती है, आज कांग्रेस पार्टी उस संवैधानिक संस्था पर हमले करा रही है.

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नई दिल्ली: ईवीएम को लेकर हर चुनाव के बाद सवाल उठाए जाते रहे हैं. हारने वाली राजनीतिक पार्टियां अक्सर ईवीएम से छेड़छाड़ और हैकिंग की बात कहती रही हैं. अब जब लंदन में एक भारतीय हैकर ने मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की जीत का श्रेय लिया है और कहा है कि इन चुनावों में ईवीएम मशीन हैक नहीं हो पाई थी जिसकी वजह से कांग्रेस पार्टी सत्ता में आ पाई है. हैकर ने कहा कि भारत में भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी को भी घेरा और कहा कि इन सभी पार्टियों ने चुनाव के दौरान उससे ईवीएम हैक करवाए हैं.

अमेरिका में राजनीतिक शरण लिए हुए इस भारतीय हैकर ने रातों रात भारतीय राजनीति की दशा और दिशा पर सवालिया निशान लगा दिया है. हैकर ने हैकथॉन कांफ्रेस के दौरान लंदन में यह खुलासा किया, मामले ने तब तूल पकड़ लिया जब इस कांफ्रेंस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल भी देखे गए. कांफ्रेंस में कपिल सिब्बल के देखे जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर कांग्रेंस पर हमलावर हो गई है.

कपिल सिब्बल और कांग्रेस पर भाजपा का हमला

कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को एक बार फिर कांग्रेस पार्टी और कपिल सिब्बल को आड़े हाथों लिया. प्रसाद कागजात के साथ कांफ्रेंस में पहुंचे. उन्होंने कहा कि भारत का चुनाव आयोग जिसकी चर्चा पूरे विश्व में होती है, आज कांग्रेस पार्टी उस संवैधानिक संस्था पर हमले करा रही है. उन्होंने इस मौके पर शुजा को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सिर्फ एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में चुनाव के दौरान हैंकिंग नहीं हुई है..उन्होंने कहा कि न गवाही, न सबूत न सवाल और देश पर आवाज उठा दिया है. इस दौरान उन्होंने वहां कपिल सिब्बल के मौजूद होने पर भी सवाल किया. जिस पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि कपिल सिब्बल वहां क्या कर रहे थे. किस हैसियत से कपिल सिब्बल वहां उपस्थित थे? कपिल वहां मॉनिटरिंग कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 2019 में होने वाली अपनी हार के बहाने अभी से ढूंढ़ने लगी है. यही नहीं कांग्रेस पार्टी सुनियोजित तरीके से देश की संवैधानिक और वैधानिक संस्थाओं की अस्मिता को कमजोर करने का भरसक प्रयास कर रही है. इसके साथ ही प्रसाद ने कहा कि यह देश के 90 करोड़ मतदाताओं का अपमान भी है. 2014 में मोदी जी हैकिंग के पावर से जीते हैं, तो यह बताना चाहता हूं कि 2014 में यूपीए पावर में थी. ईवीएम से देश में पिछले 20 सालों से चुनाव हो रहे हैं.

2012, 2007 में चुनाव हुए तो ईवीएम ठीक था, ममता जीतीं तो ईवीएम ठीक था, लेकिन अब ईवीएम हैक हो रही हैं. उन्होंने एक के बाद एक आप पार्टी, पंजाब में अमरिंदर की पार्टी की जीत को कहा कि इस दौरान ईवीएम ठीक था, लेकिन जब भाजपा जीतती है तो ईवीएम हैक हो जाता हैं. वहीं उन्होंने 2014 में कैंब्रिज एनालिटिका और फेसबुक की माफी को भी याद दिलाया और कहा कि हमने लंबी लड़ाई लड़ी है. यहां तक कि फेसबुक ने भारत से माफी मांगी है और कैंब्रिज एनालिटिका कंपनी ही बंद हो चुकी है.

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वहीं इसी मामले में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को इसे राजनीति से प्रेरित बताया था. और कपिल सिब्बल पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था को बदनाम करने के लिए राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने उन्हें वहां भेजा है. मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा था कि हार पर हैकिंग को लेकर हॉरर शो बनाया जा रहा है. कांग्रेस के कुछ नेता तो मोदी को सत्ता से हटाने के लिए पाकिस्तान तक से मदद मांगने पहुंच जाते हैं.

कांग्रेस ने भी दी सफाई हमारी कोई भागीदारी नहीं

कपिल सिब्बल की मौजूदगी पर घिरी कांग्रेस भी इस मामले में सफाई दे चुकी है. उसने कहा कि इस कार्यक्रम में कांग्रेस की कोई भागीदारी नहीं है. वहीं कपिल सिब्बल ने कहा कि वे निजी निमंत्रण पर वहां गए थे. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषषेक मनु सिंघवी कपिल सिब्बल और पार्टी के बचाव में सामने आए और कहा कि कांग्रेस इस दावे का न तो समर्थन करती है और न ही खंडन. कांग्रेस ने इस पूरे मामले की जांच की मांग की है.

वहीं भारतीय चुनाव आयोग से एक बार फिर से ईवीएम मशीनों को पूरी तरह से सुरक्षित बताया है. मशीन तकनीकी विशेषज्ञों की निगरानी में ही तैयार होती है. लंदन में हैकिंग को लेकर आयोजित कार्यक्रम को चुनाव आयोग ने प्रायोजित बताया और कहा कि हम हैकर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार कर रहे हैं. आयोग ने कहा कि 2010 में ही मशीनों की गुणवत्ता जांचने-परखने के लिए एक तकनीकी समिति का गठन किया था. सभी मशीनें इस समिति की देखरेख में ही बनती हैं.

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