scorecardresearch
Thursday, 25 April, 2024
होमदेशएडिटर्स गिल्ड की यूपी सरकार से पत्रकार पवन जायसवाल पर किए केस को वापस लेने की मांग

एडिटर्स गिल्ड की यूपी सरकार से पत्रकार पवन जायसवाल पर किए केस को वापस लेने की मांग

एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने कश्मीरी पत्रकार गौहर गिलानी की यात्रा पर लगे प्रतिबंध पर भी आपत्ति जताई.

Text Size:

नई दिल्ली: एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने उत्तरप्रदेश सरकार से मांग की है कि पत्रकार पवन कुमार जायसवाल पर से सारे मामले वापस लिए जाए. पवन ने अपनी एक रिपोर्ट में एक स्कूल में बच्चों को मिड डे मिल में रोटी और नमक दिए जाने के बारे में खुलासा किया था और वीडियो भी बनाया था.वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही वायरल हो गया था.

पवन पर उत्तरप्रदेश सरकार ने आपराधिक मामले की धारा के तहत मामाला दर्ज किया है. गिल्ड ने सरकार के इस कदम की आलोचना की है और सरकार से मांग की है कि पत्रकार पर से सारे मामले वापस लिए जाए.

गिल्ड ने बयान जारी करते हुए कहा है, ‘इस प्रकार की घटना निंदनीय है. गिल्ड ने कहा सरकार का कदम चौंकाने वाला है.’

जायसवाल के साथ राजकुमार पाल को भी सरकार की छवि धूमिल करने का आरोपी बनाया गया है. पवन पर आईपीसी की धारा -120बी, 186, 193 और 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

गिल्ड ने कहा, ‘सरकार को यह जांच करनी चाहिए कि मिड डे मिल में इस तरह की बात कहां सामने आ रही है. लेकिन सरकार ने इसके बदले एक पत्रकार पर ही मामला दर्ज कर दिया.’

इसके साथ ही कश्मीरी पत्रकार गौहर गिलानी के यात्रा पर प्रतिबंध लगाने पर भी गिल्ड ने आपत्ति जताई है. आपको बता दें कि गौहर गिलानी मीडिया ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए जर्मनी जा रहे थे लेकिन दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे पर उन्हें हिरासत में ले लिया गया था. गिल्ड ने अपने बयान में कहा, ‘सरकार ऐसी स्थिति न बनाए जिसमें संवैधानिक तौर पर मिले अधिकारों पर प्रतिबंध लगे.’

share & View comments