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Monday, 4 November, 2024
होमदेशमनी लॉन्ड्रिंग मामले में यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के घर ईडी का छापा, शाखाओं के बाहर ग्राहकों की लंबी कतार

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के घर ईडी का छापा, शाखाओं के बाहर ग्राहकों की लंबी कतार

ईडी के अधिकारियों के अनुसार, राणा कपूर पर छापा यस बैंक द्वारा वित्त कंपनी डीएचएफएल को दिए गए ऋण के संबंध में है, जो गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों में बदल गया है.

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नई दिल्ली: यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के मुंबई स्थित आवास पर शुक्रवार देर रात प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा है. यही नहीं ईडी ने राणा कपूर के खिलाफ केस भी दर्ज किया है. गुरुवार देर रात आरबीआई द्वारा यस बैंक के ग्राहकों के लिए जब 50,000 रुपये की निकासी की सीमा तय की तब देशभर में बैंक के निवेशकों और ग्राहकों में अफरा-तफरी मच गई.

प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के मुंबई स्थित आवास पर छापा मारा. कपूर से इस दौरान पूछ-ताछ भी की जा रही है.

गौरतलब है कि कपूर के खिलाफ धनशोधन के मामले की जांच चल रही है. ईडी के अधिकारियों के अनुसार, राणा कपूर पर छापा, यस बैंक द्वारा वित्त कंपनी डीएचएफएल को दिए गए ऋण के संबंध में है, जो गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों में बदल चुका है.

अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी उनके समुद्र महल आवास पर की जा रही है. यह कार्रवाई धनशोधन रोकथाम अधिनियम के तहत की गई है तथा इसका उद्देश्य और सबूत जुटाना है.

अधिकारियों ने बताया कि कपूर के खिलाफ मामला डीएचएफएल जांच से जुड़ा हुआ है क्योंकि बैंक द्वारा कंपनी को दिए गए कर्ज ने कथित तौर पर एनपीए घोषित कर दिया गया है.

देर रात से ही लोग अपने पैसे निकालने बैंक के एटीएम के बाहर कतार लगा कर खड़े हो गए वहीं शुक्रवार को भी अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. ग्राहकों की परेशानी देखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार देर शाम ग्राहकों को आश्वासन दिया कि अगले 30 दिनों तक यस बैंक का पुनर्गठन किया जाएगा साथ ही ग्राहकों का पैसा सुरक्षित है उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है.

 बैंक की शाखाओं पर ग्राहकों की लगी कतार

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा बृहस्पतिवार को येस बैंक के ग्राहकों के लिए 50,000 रुपये की निकासी सीमा तय करने के बाद बैंक की विभिन्न शाखाओं में परेशान ग्राहकों के फोन आते रहे और शाखाओं में लंबी कतारें देखी गईं. ग्राहकों ने सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा निकाला.

बैंक के कर्मचारियों और ग्राहकों के बीच तीखी बहस होने की घटनाएं भी सामने आई हैं.

रिजर्व बैंक ने बैंक के निदेशक मंडल को भंग कर दिया हैं भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व उप प्रबंध निदेशक और मुख्य वित्तीय अधिकारी प्रशांत कुमार को बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है.


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रिजर्व बैंक ने येस बैंक के जमाकर्ताओं के लिए 50,000 रुपये की निकासी सीमा तय की है. यह व्यवस्था 30 दिन के लिए की गई है.

एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम करने वाले और मुंबई के उपनगरीय इलाके मुलुंड की एक शाखा में धन निकालने के लिए पंक्ति में खड़े एक व्यक्ति ने कहा, “यस बैंक में मेरा वेतन खाता है. मैं अपने एचआर को आज ही अपने दूसरे बैंक खाते का ब्यौरा देने जा रहा हूं, ताकि मेरा धन न फंसे.”

एक अन्य ग्राहक ने कहा, “शाखा प्रबंधक ने मुझे टोकन देने से मना कर दिया क्योंकि मैं देर से पहुंचा. वे केवल 130 लोगों को टोकन दे रहे हैं.”

बैंक के मुख्यालय, उसकी शाखाओं और एटीएम पर सुरक्षा भी बढ़ा गई है. बैंक का परिचालन बाधित होने से उद्यमी और छोटे कारोबारी भी प्रभावित हुए हैं.

इस दौरान निजी क्षेत्र के येस बैंक के ग्राहकों ने शिकायत की कि नेट बैंकिंग काम नहीं कर रही है, और कई लोगों ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर अपना गुस्सा निकाला कि वे अपनी धनराशि नहीं निकाल पा रहे हैं. इस दौरान उन्होंने “कनेक्शन एरर” के स्क्रीनशॉट भी शेयर किए.

एक ग्राहक ने ट्विटर पर लिखा कि वह अपना बचत खाता बंद करना चाहता है, लेकिन “मैं ऐसा ऑनलाइन कैसे कर सकता हूं.”

इसके जवाब में यस बैंक ने ट्वीट किया, “हम नेट बैंकिंग में लगातार दिक्कतों का सामना कर रहे हैं. आपसे अनुरोध है कि कुछ समय बाद कोशिश करें.”

बैंक ने अपने टोलफ्री नंबर को भी 18002000 से बदलकर 18001200 कर दिया.

हालांकि, ऐसा लगता है कि रिजर्व बैंक के बुधवार के आदेश से पहले तीन-चार मार्च से ही ग्राहक परेशानी का सामना करने लगे थे और उसी समय से बड़ी संख्या में ग्राहक ट्विटर पर बैंकिंग संबंधी समस्याओं की शिकायत कर रहे थे.

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