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Friday, 22 November, 2024
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भारत में स्मार्टफोन शिपमेंट जनवरी-मार्च 2023 में 19% गिरा, Samsung शीर्ष पर: काउंटरपॉइंट रिसर्च

काउंटरप्वाइंट रिसर्च की रिपोर्ट में स्मार्टफोन शिपमेंट में गिरावट का कारण सुस्त मांग, उच्च इन्वेंट्री बिल्डअप और रीफर्बिश्ड फोन के लिए बढ़ती उपभोक्ता वरीयता को दिया जाता है.

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नई दिल्ली: हांगकांग मुख्यालय वाली वैश्विक उद्योग विश्लेषण फर्म काउंटरपॉइंट रिसर्च की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी-मार्च 2023 की अवधि में पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में भारत में स्मार्टफोन शिपमेंट 19 प्रतिशत घटकर लगभग 31 मिलियन यूनिट रह गया है. सुस्त मांग, उच्च इन्वेंट्री बिल्डअप और रीफर्बिश्ड फोन के लिए बढ़ती उपभोक्ता वरीयता सहित कई कारकों के लिए इस गिरावट को जिम्मेदार ठहराया गया.

भारत में स्मार्टफोन शिपमेंट में लगातार तीसरी तिमाही में गिरावट होने के अलावा, 19 प्रतिशत की यह गिरावट भारतीय स्मार्टफोन बाजार में पहली तिमाही में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है.

रिसर्च एजेंसी ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा, “सुस्त मांग, 2022 से उच्च इन्वेंट्री बिल्डअप, रीफर्बिश्ड फोन के लिए बढ़ती उपभोक्ता वरीयता और बाजार के निराशावादी चैनल व्यू ने इस गिरावट में योगदान दिया है.”

रिपोर्ट के अनुसार, 2023 की पहली तिमाही में 20 प्रतिशत शेयर के साथ सैमसंग लगातार दूसरी तिमाही में भारतीय स्मार्टफोन बाजार में अग्रणी बना रहा, दूसरे स्थान पर वीवो (17 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी) रहा, जिसके बाद Xiaomi (16 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी), ओप्पो (12 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी), और रियलमी (9 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी) का स्थान रहा.

एक अलग नोट में, काउंटरपॉइंट रिसर्च ने कहा कि 2022 में वैश्विक स्तर पर रीफर्बिश्ड स्मार्टफोन की मांग में 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई, भारत में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई.

काउंटरपॉइंट रिसर्च के एक वरिष्ठ रिसर्च एनालिस्ट शिल्पी जैन ने लिखा, “हम उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव देख रहे हैं – मांग अब प्रचार अवधि के आसपास केंद्रित है. तिमाही की शुरुआत में गणतंत्र दिवस की बिक्री अवधि के आसपास चैनलों में मांग में वृद्धि देखी गई. हालांकि, बिक्री अवधि के बाद मांग में काफी गिरावट आई.”.

जैन ने कहा कि चैनल प्लेयर्स (डिस्ट्रीब्यूटर्स) अब नए मॉडल्स की एक नई इन्वेंट्री बनाने के बजाय मौजूदा इन्वेंट्री से छुटकारा पाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और ओईएम (मूल उपकरण निर्माता) के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे बदले हुए उपभोक्ता और बाजार की गतिशीलता के अनुसार अपनी रणनीतियां बनाएं.

“तिमाही की सिल्वर लाइनिंग 5G स्मार्टफ़ोन से आई, जिसका योगदान (43 प्रतिशत) पहली बार 40 प्रतिशत को पार कर गया, और 23 प्रतिशत YoY (वर्ष-दर-वर्ष) वृद्धि दर्ज की गई क्योंकि उपभोक्ता 5G उपकरणों में अपग्रेड करते रहे. हमारा मानना है कि ये स्थितियां 2023 की दूसरी तिमाही में भी समान रहेंगी, साथ ही वर्ष की दूसरी छमाही में वृद्धि वापस आ जाएगी, क्योंकि तेजी से 5G अपग्रेडेशन, व्यापक आर्थिक दबाव और त्योहारी सीजन में कमी आएगी.”.

काउंटरप्वाइंट के एक वरिष्ठ शोध विश्लेषक प्राचीर सिंह ने प्राइस बैंड एनालिसिस के बारे में बात करते हुए लिखा, “प्रीमियमाइजेशन का चलन हर बीतती तिमाही के साथ मजबूत होता जा रहा है.”

उन्होंने कहा, “2022 की पहली तिमाही की तुलना में 2023 की पहली तिमाही में प्रीमियम सेगमेंट की हिस्सेदारी लगभग दोगुनी हो गई… प्रीमियम सेगमेंट की वृद्धि मिड-टियर शेयर को कम कर रही है क्योंकि उपभोक्ता उच्च कीमत वाले स्मार्टफोन में अपग्रेड कर रहे हैं.”

सिंह ने आगे बताया कि “sub-INR 10,000 मूल्य बैंड Q1 2023 में गिरावट जारी रहा, इसके शिपमेंट में 9 प्रतिशत की गिरावट आई”.

उन्होंने कहा, “इस खंड में लंबा रिप्लेसमेंट पीरियड, फीचर फोन-टू-स्मार्टफोन माइग्रेशन में गिरावट और हीरो मॉडल की कम उपस्थिति के कारण मांग में कमी आ रही है.”

(संपादनः शिव पाण्डेय)
(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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