नई दिल्ली: जनवरी-मार्च 2022 की अवधि में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि धीमी होकर 4.1 प्रतिशत हो गई, जबकि 2021-22 के पूरे वर्ष 8.7 प्रतिशत पर बनी रही. मंगलवार को सरकारी आंकड़े में जानकारी सामने आई है.
Real GDP or GDP at Constant Prices in the year 2021-22 is estimated to attain a level of Rs 147.36 lakh cr, as against the First Revised Estimate of Rs 135.58 lakh cr for FY21. Growth in GDP during 2021-22 is estimated at 8.7% as compared to a contraction of 6.6% in 2020-21: GoI
— ANI (@ANI) May 31, 2022
राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) ने मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर-दिसंबर 2021 की तिमाही में वृद्धि दर 5.4 प्रतिशत रही थी जबकि जनवरी-मार्च 2021 तिमाही में वृद्धि दर 2.5 प्रतिशत रही थी.
Q4 2021-22 में स्थिर (2011-12) कीमतों पर सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान 40.78 लाख करोड़ रुपये है, जबकि Q4 2020-21 में 39.18 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के अनुसार 4.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.) भारत की जीडीपी वृद्धि लगातार तीसरी तिमाही में धीमी रही है.
वर्ष 2021-22 में स्थिर (2011-12) कीमतों पर वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद या सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वर्ष 2020 के लिए 135.58 लाख करोड़ रुपये के पहले संशोधित अनुमान के मुकाबले 147.36 लाख करोड़ रुपये के स्तर को प्राप्त करने का अनुमान है. 31.01.2022 को जारी किया गया. 2020-21 में 6.6 प्रतिशत के संकुचन की तुलना में 2021-22 के दौरान सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि 8.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2021-22 के पूरे साल में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 8.7 प्रतिशत रही. इसके पहले वर्ष 2020-21 में अर्थव्यवस्था में 6.6 प्रतिशत की गिरावट आई थी.
हालांकि मार्च 2022 में समाप्त वित्त वर्ष का वृद्धि आंकड़ा एनएसओ के पूर्वानुमान से कम रहा है. एनएसओ ने अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में इसके 8.9 प्रतिशत रहने की संभावना जताई थी.
यह भी पढ़ें: HC के यूट्यूब चैनल हिट देखकर SC की कमेटी अदालती कार्यवाही की लाइवस्ट्रीमिंग के लिए खास प्लेटफॉर्म तैयार करने में जुटी