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Saturday, 4 May, 2024
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हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर अडाणी ने तोड़ी चुप्पी, बोले- सब गलत है, बदनाम करने के लिए लगाए थे आरोप

एजीएम की बैठक में बोले गौतम अडाणी हिंडनबर्ग का मकसद सिर्फ समूह को बदनाम करना और खुद मुनाफा कमाना था.

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नई दिल्ली: अरबपति कारोबारी गौतम अडाणी ने मंगलवार को एक बार फिर कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट गलत है और समूह को बदनाम करने के लिए आरोप लगाए गए थे.

उन्होंने अपने समूह की कंपनियों की आम सभा (एजीएम) में कहा कि इस साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने रिपोर्ट उस समय प्रकाशित की, जब समूह भारत के इतिहास में सबसे बड़े एफपीओ को लांच करने की योजना बना रहा था.

उन्होंने कहा, ”रिपोर्ट गलत सूचना और बेबुनियाद आरोपों को मिलाकर तैयार की गई थी, जिनमें से ज्यादातर आरोप 2004 से 2015 तक के थे.”

अडाणी ने कहा, ”उन सभी आरोपों का निपटारा उस समय उपयुक्त अधिकारियों ने किया था. यह रिपोर्ट जानबूझकर और दुर्भावना के साथ तैयार की गई थी, जिसका मकसद हमारी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना और हमारे शेयरों की कीमतों में अल्पकालिक गिरावट से मुनाफा कमाना था.”

इस रिपोर्ट के बाद भी समूह के एफपीओ को पूरा अभिदान मिल गया था, लेकिन निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए उनका धन वापस करने का फैसला किया गया.

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उन्होंने कहा, ”हमने तुरंत इसका एक व्यापक खंडन जारी किया, लेकिन निहित स्वार्थों के चलते कुछ लोगों ने शॉर्ट-सेलर के दावों से फायदा उठाने की कोशिश की. इन्होंने विभिन्न समाचारों और सोशल मीडिया मंचों पर झूठी कहानियों को बढ़ावा दिया.”

उन्होंने आगे कहा, “इसके बाद, सुप्रीम कोर्ट ने मामले को देखने के लिए एक समिति का गठन किया…रिपोर्ट मई 2023 में सार्वजनिक की गई, और विशेषज्ञ समिति को कोई नियामक विफलता नहीं मिली…इसमें कहा गया कि भारतीय बाजार को टार्गेट कर के इसतरह के आरोप लगाए गए थे.

गौतम अडाणी ने इस बैठक में अपने कर्मचारियों और निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा, “भारत जो पहले से ही दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, 2030 से पहले तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.”

उन्होंने आगे कहा, “वहीं 2050 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. ”

अडाणी ने कहा, मेरा अनुमान है कि अगले दस वर्षों में भारत हर 18 महीने में अपनी जीडीपी में एक ट्रिलियन डॉलर जोड़ना शुरू कर देगा.


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