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Sunday, 22 December, 2024
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दिल्ली में पहले बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे विदेश मंत्री जयशंकर

व्यापार शिखर सम्मेलन के पहले संस्करण का उद्देश्य बहु-क्षेत्रीय तकनीकी तथा आर्थिक सहयोग (बिम्सटेक) देशों के लिए बंगाल की खाड़ी पहल के सदस्य देशों के बीच मजबूत व्यापार तथा निवेश संबंधों के जरिये अधिक क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है.

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नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस. जयशंकर यहां पहले बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे जिसका उद्देश्य सात देशों के समूह के सदस्यों के बीच मजबूत व्यापार तथा निवेश संबंधों के जरिए क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है.

विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा, यह शिखर सम्मेलन छह से आठ अगस्त तक विदेश मंत्रालय द्वारा भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सहयोग से आयोजित किया जाएगा.

बयान में कहा गया, व्यापार शिखर सम्मेलन के पहले संस्करण का उद्देश्य बहु-क्षेत्रीय तकनीकी तथा आर्थिक सहयोग (बिम्सटेक) देशों के लिए बंगाल की खाड़ी पहल के सदस्य देशों के बीच मजबूत व्यापार तथा निवेश संबंधों के जरिये अधिक क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है.

मंत्रालय के अनुसार, इसका उद्घाटन जयशंकर करेंगे. केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और अन्य नेता इसको संबोधित करेंगे.

विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘बिम्सटेक सदस्य देशों के व्यापार, वाणिज्य व उद्योग तथा ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े कई मंत्री, उच्च पदस्थ सरकारी अधिकारी, नीति निर्माता, उद्यमी तथा उद्योग संघ के लोग इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.’’

इस आयोजन में बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के 300 से अधिक प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाया जाएगा, ताकि आर्थिक सहयोग को सुगम बनाया जा सके तथा व्यापार सुगमता, क्षेत्रीय संपर्क, ऊर्जा सुरक्षा, समावेशी वृद्धि व सतत विकास जैसे क्षेत्रों में आगे के रास्ते तलाशे जा सकें.

बिम्सटेक बहुआयामी सहयोग के लिए दक्षिण तथा दक्षिण पूर्व एशिया के सात देशों को एक साथ लाता है.

भारत के लिए बिम्सटेक का काफी महत्व है, जो दक्षिण एशिया के पांच देशों (बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, भारत और श्रीलंका) और दक्षिण पूर्व एशिया के दो देशों (म्यांमा और थाईलैंड) को जोड़ता है.

जयशंकर ने राष्ट्रीय राजधानी में जुलाई में बिम्सटेक सदस्य देशों के अपने समकक्षों की मेजबानी भी की थी.

इसमें विदेश मंत्रियों को सुरक्षा, संपर्क तथा व्यापार के क्षेत्रों सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने अवसरों पर चर्चा करने का मौका मिला था.


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