नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को कहा कि सोशल मीडिया के जरिए वित्त-उन्मुख प्रभावित करने वालों, या ‘फिनफ्लुएंसर्स’ को रेगुलेट करने के लिए अभी तक कोई प्रस्ताव नहीं आया है और मंत्रालय उन ऐप्स पर शिकंजा कसने के लिए काम कर रहा है जो असावधान निवेशकों को अवास्तविक वित्तीय रिटर्न का वादा करते हैं.
बेंगलुरू स्थित थिंकर्स फोरम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए, वित्त मंत्री फाइनेंसरों के डेवलपमेंट पर एक सवाल का जवाब दे रहीं थीं कि क्या उन्हें विनियमित करने की कोई योजना है या नहीं.
सीतारमण ने कहा, “फिलहाल मेरे पास उन्हें रेगुलेट करने के लिए कोई प्रस्ताव नहीं है, लेकिन हां, सावधानी महत्वपूर्ण है. अगर 3-4 लोग हमें उद्देश्यपूर्ण, अच्छी सलाह दे रहे हैं, तो हो सकता है कि 10 में से सात शायद किसी अन्य विचार से प्रेरित हों.”
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि ऐसे ऐप्स की भरमार हो गई है जो निवेशकों को अवास्तविक वित्तीय रिटर्न का वादा करते हैं और वे पोंजी योजनाओं से ज्यादा कुछ नहीं हैं.
बता दें कि पोंजी स्कीम एक निवेश धोखाधड़ी है जहां मौजूदा निवेशकों को नए निवेशकों द्वारा किए गए निवेश से भुगतान किया जाता है. यानी, नए निवेशकों को उनके निवेश पर कोई रिटर्न नहीं मिलता है और अक्सर वो पूरी राशि खो देते हैं.
सीतारमण ने कहा, “ऐसे ऐप भी आ रहे हैं जो लोगों तक पहुंच रहे हैं और कह रहे हैं कि ‘हम यह कर सकते हैं, हम वो कर सकते हैं, आपका पैसा आपको इतना दिलाएगा’. इनमें से कई ऐप पोंजी हैं, जिस पर हम संबंधित मंत्रालय के MEITY (इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय) और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के साथ काम कर रहे हैं जो उन पर पहले की तरह शिकंजा कस रहा है.”
वित्त मंत्री ने फिनफ्लुएंसर्स की सलाह का पालन करने से पहले सावधानी बरतने की सख्त चेतावनी दी.
उन्होंने कहा, “सोशल मीडिया पर प्रभावित करने वाले लोग सामाज में हर जगह हैं लेकिन हमें सावधानी बरतनी चाहिए कि हम डबल-चेकिंग, काउंटर-चेकिंग करें और वेरिफाई करने के लिए लोगों से बात करें.”
उन्होंने कहा, “एक झुंड की तरह कहीं मत घुसिए जैसा किसी और ने किया है आप भी वैसा ही बिना मेहनत किए कर सकते हैं. आपको सावधान रहना होगा, यह आपकी मेहनत की कमाई है आपने इसे कमाया है, आपने इसे सहेजा है, आप ही इसकी रक्षा करेंगे.”
फिनफ्लुएंसर्स के बारे में यह सतर्क दृष्टिकोण, विनियमन की कमी के साथ मिलकर, वित्त मंत्रालय के साथ-साथ क्रिप्टोकरेंसी के समग्र दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए है. हालांकि, मंत्रालय ने पहले भी क्रिप्टोकरेंसी की तुलना पोंजी योजनाओं से की है और लोगों को उनमें निवेश करने के बारे में सर्तक रहने की चेतावनी दी है, यह इन्हें रेगुलेट करने से बहुत दूर है.
(संपादन: फाल्गुनी शर्मा)
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