नई दिल्ली: सोमवार को ट्विटर ने कंपनी को टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क को 44 अरब डॉलर में बेचने की पुष्टि की है. इसके बाद कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल ने कर्मचारियों से कहा कि उन्हें नहीं पता कि यह कंपनी किस दिशा में जाएगी.
उन्होंने सोमवार दोपहर कंपनी के कर्मचारियों के साथ एक बैठक में यह बात कही. बता दें कि अग्रवाल ने सिर्फ पांच महीने पहले ट्विटर की कमान संभाली थी.
खबरों के मुताबिक, ट्विटर के बोर्ड ने मस्क की लगभग 44 अरब डॉलर की अधिग्रहण बोली को मंजूरी दे दी है जिसके बाद वह कंपनी के मालिक बनने के बेहद करीब आ गए हैं. यह सौदा इस साल पूरा होने की उम्मीद है लेकिन इसके लिए अभी शेयरधारकों और अमेरिकी नियामकों की मंजूरी ली जानी है.
न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार ने अग्रवाल के हवाले से कहा, ‘यह स्वीकार करना जरूरी है कि जो हो रहा है, उसके बारे में आप सभी की अलग-अलग भावनाएं हैं.’
खबर के मुताबिक अग्रवाल ने कर्मचारियों से कहा कि उनका अनुमान है कि सौदे को पूरा होने में तीन से छह महीने लग सकते हैं.
उन्होंने कहा, ‘इस बीच हम पहले की तरह ही ट्विटर का संचालन करते रहेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘हम कंपनी कैसे चलाते हैं, हम जो फैसले लेते हैं और जो सकारात्मक बदलाव हम करते हैं – वह हमारे ऊपर निर्भर करेगा और हमारे नियंत्रण में होगा.’
हालांकि, अब ट्विटर के कर्मचारियों के भाग्य पर अनिश्चितता छाई हुई है जिन्होंने मस्क द्वारा अधिग्रहण के मद्देनजर छंटनी की आशंका जताई थी.
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक यह साफ नहीं है कि ट्विटर को लेकर मस्क की योजना क्या है.
रिपोर्ट में कहा गया कि अभी इस सवाल का जवाब भी नहीं है कि वह कंपनी का नेतृत्व करने के लिए किसे चुनेंगे. हालांकि, कम से कम सौदा पूरा होने तक अग्रवाल के बने रहने की उम्मीद है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि कर्मचारियों की बैठक में अग्रवाल ने आगे की अनिश्चितता को स्वीकार किया है. उन्होंने कहा, ‘सौदा पूरा होने के बाद हमें नहीं पता कि यह कंपनी किस दिशा में जाएगी.’
लेनदेन पूरा होने के बाद ट्विटर एक निजी कंपनी बन जाएगी.
मस्क ने 14 अप्रैल को ट्विटर को खरीदने की पेशकश की थी. मस्क ने कहा है कि वह ट्विटर को इसलिए खरीदना चाहते हैं क्योंकि उन्हें नहीं लगता कि यह स्वतंत्र अभिव्यक्ति के मंच के रूप में अपनी क्षमता पर खरा उतर पा रहा है.
ट्विटर ने सोमवार को एक बयान में कहा कि निवेशकों को प्रत्येक ट्विटर शेयर के लिए 54.2 अमेरिकी डॉलर मिलेंगे.
खबरों के मुताबिक शेयर की यह कीमत मस्क के ट्विटर में 9 प्रतिशत की हिस्सेदारी का खुलासा करने से पहले के मुकाबले 38 फीसदी ज्यादा है. गौरतलब है कि एलन के पास पहले से ही 9 प्रतिशत की हिस्सेदारी है. इसीके साथ एलन ट्विटर के सबसे बड़े शेयरहोल्डर बन गए हैं.
सोमवार को एलन द्वारा ट्विटर के खरीदे जाने की चर्चा के कारण कंपनी के शेयर में 6 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला.
ट्विटर खरीदने के बाद एलन मस्क ने ट्वीट किया कि ‘फ्री स्पीच, लोकतंत्र का आधार है और ट्विटर डिजिटल टाउन स्क्वायर है जहां मानवता के भविष्य से जुड़े मामलों पर बहस होती है. मैं ट्विटर को बेहतर बनाना चाहता हूं. इसके लिए नए फीचर्स लाए जाएंगे, भरोसा बढ़ाने को एग्लोरिद्म को ओपन सोर्स करेंगे, स्पैम बॉट्स को हराएंगे और सभी इंसानों को ऑथेंटिकेट करेंगे.’
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— Elon Musk (@elonmusk) April 25, 2022
गौरतलब है कि ट्विटर के बोर्ड ने शुरुआत में मस्क को अधिग्रहण से रोकने की कोशिश की लेकिन हालात उस समय नटकीय रूप से बदल गए जब मस्क ने 46.5 अरब डॉलर की पेशकश कर दी और कहा कि इसमें से 21 अरब डॉलर वह खुद निवेश करेंगे. मस्क ने कहा कि दूसरे निवेशक भी इसमें योगदान कर सकते हैं.
भाषा के इनपुट से
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