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Saturday, 11 May, 2024
होमदेशहिमालय के क्षेत्रों में बढ़ रहा भूकंप का खतरा, भारतीय टेक्टॉनिक प्लेट हर साल लगभग 5 सेमी आगे बढ़ रही

हिमालय के क्षेत्रों में बढ़ रहा भूकंप का खतरा, भारतीय टेक्टॉनिक प्लेट हर साल लगभग 5 सेमी आगे बढ़ रही

मुख्य वैज्ञानिक ने कहा, हमारे पास उत्तराखंड में 18 सिस्मोग्राफ स्टेशनों का एक मजबूत नेटवर्क है. हिमाचल, उत्तराखंड सहित नेपाल के पश्चिमी भाग में भूकंप का खतरा है जो किसी भी समय आ सकता है.

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नई दिल्ली: एक प्रमुख मौसम वैज्ञानिक और भूवैज्ञानिक विशेषज्ञ ने चेतावनी दी है कि भारतीय टेक्टॉनिक प्लेट हर साल लगभग 5 सेमी आगे बढ़ रही है, जिससे हिमालय पर तनाव का जमाव हो रहा है और आने वाले दिनों के लिए भूकंप की संभावनाएं बढ़ रही है.

मंगलवार को एएनआई से बात करते हुए, हैदराबाद स्थित नेशनल जियोफिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (एनजीआरआई) के मुख्य वैज्ञानिक और भूकंपविज्ञानी डॉ एन पूर्णचंद्र राव ने कहा, ‘पृथ्वी की सतह में विभिन्न प्लेटें शामिल हैं जो लगातार गति में हैं. भारतीय प्लेट हर साल लगभग 5 सेमी आगे बढ़ रही है, जिसके परिणामस्वरूप हिमालय पर तनाव का जमाव हो रहा है और बड़े भूकंप की संभावना बढ़ रही है.’

मुख्य वैज्ञानिक ने कहा, हमारे पास उत्तराखंड में 18 सिस्मोग्राफ स्टेशनों का एक मजबूत नेटवर्क है. हिमाचल, उत्तराखंड सहित नेपाल के पश्चिमी भाग में भूकंप का खतरा है जो किसी भी समय आ सकता है.

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने कहा कि सोमवार को रात 10.38 बजे हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में 3.6 तीव्रता का भूकंप आया था.

एजेंसी ने कहा कि भूकंप का केंद्र पृथ्वी की सतह से 10 किलोमीटर की गहराई में था.

19 फरवरी को आंध्र प्रदेश के एनटीआर जिले के नंदीगामा शहर में भूकंप आया. इस घटना में किसी के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है.


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