भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कार्यकाल में मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग (MPPSC) ने अब तक 3,756 पदों पर भर्ती की है. आयोग के अध्यक्ष डॉ. राजेश लाल मेहरा ने जानकारी दी कि दिसंबर 2023 से अब तक जारी 75 भर्ती विज्ञापनों में शामिल 4,492 पदों के लिए आयोग ने संबंधित विभागों को अनुशंसा पत्र भेजे हैं.
आयोग ने कुल 81 भर्ती विज्ञापन जारी किए हैं, जिनके माध्यम से आगामी महीनों में 5,562 पद भरे जाएंगे. फिलहाल 5,317 पदों के लिए 61 भर्ती प्रक्रियाएं जारी हैं. यह सभी कार्य वर्षिक परीक्षा कैलेंडर के तहत समयबद्ध तरीके से किए जा रहे हैं.
आयोग के सचिव प्रबल सिपाहा ने बताया कि उक्त अवधि में राज्य सेवा परीक्षा 2019, 2021, 2022 के तहत 1,109 पदों और तीन राज्य वन सेवा परीक्षाओं के तहत 200 पदों के चयन परिणाम घोषित किए गए. संबंधित विभागों को तुरंत संस्तुतियां भेजी गईं जिससे चयनित उम्मीदवारों को शीघ्र नियुक्ति मिल सकी.
राज्य सेवा परीक्षा के माध्यम से आयोग ने 72 डिप्टी कलेक्टर और 51 उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) पदों के लिए अनुशंसा भेजी. इसके अलावा, स्कूल शिक्षा विभाग को 132 सहायक संचालक, वित्त विभाग को 22 वित्त सेवा अधिकारी, वन विभाग को 19 सहायक वन संरक्षक और 181 अन्य पदों, चिकित्सा शिक्षा विभाग को 7 रेडियोलॉजी विशेषज्ञ, आयुष विभाग को 543 आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी और 71 आयुष व्याख्याता, तथा उच्च शिक्षा विभाग को 727 सहायक प्राध्यापकों के पदों के लिए अनुशंसा की गई.
मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग, भारतीय संविधान के अनुच्छेद 315 के तहत स्थापित एक संवैधानिक निकाय है. यह प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चयन प्रक्रिया के ज़रिए विभिन्न विभागों में योग्य उम्मीदवारों की भर्ती सुनिश्चित करता है. आयोग द्वारा चुने गए अधिकारी प्रदेश के लगभग 48 विभागों और 55 जिलों में सेवाएं देते हैं.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि, “आयोग ने योग्य युवाओं को चुनकर न केवल शासन को मजबूत किया है, बल्कि राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में भी अहम भूमिका निभाई है.”