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Friday, 10 May, 2024
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कोरोनावायरस पर स्वास्थ्य मंत्री ने संसद को दी वो हर जानकारी जो देश जानना चाहता है

डॉ हर्षवर्धन कैबिनेट ने कहा कि सेक्रेटरी के अलावा सभी संबंध मंत्रालयों ने भी इसपर नज़र बना रखी है. इसके अलावा भारत सरकार ने इसे लेकर ट्रैवल एडवाइजरी भी जारी की है और बदलते हालात के साथ इसे अपडेट किया जा रहा है. 

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नई दिल्ली: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने संसद में जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस के मामले चीन में घट रहे हैं लेकिन अन्य देशों में इससे जुड़े ताज़ा मामले बढ़े हैं. भारत में अचानक पाए गए मरीज़ों और तेज़ी से बढ़ रही संख्या पर उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी सदन में दी.

उन्होंने कहा, ‘अब तक कुल 78 ऐसे देश हैं जो इससे प्रभावित हैं. यहां तक कि जो ‘ख़ुशहाल देश’ हैं उनमें भी ये फ़ैल गया है.’ उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 28 फरवरी को इसे बहुत बड़ा ख़तरा बताया है. उन्होंने ये भी बताया कि अभी इसे महामारी करार नहीं दिया गया है.

चिंताजनक लहज़े में उन्होंने कहा कि अगर किसी को कोरोनावायरस का संक्रमण होता है तो बीमारी का पता चलने में 1 से 14 दिन का समय लग जाता है. वहीं, उन्होंने कहा कि कफ और सांस लेने में दिक्कत इसके अहम लक्षण हैं.

डॉक्टर हर्षवर्धन ने ये भी कहा कि इससे पीड़ित मरीज़ों को अलग रख के उनका इलाज किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘अभी तक भारत में कुल 28 केस सामने आए हैं. इनमें से तीन केरल के थे.’ उन्होंने कहा कि दिल्ली में सामने आए मामलों के अलावा सबसे ज़्यादा मामले इटली के नागरिकों के हैं.

उन्होंने कहा कि इटली का एक टूरिस्ट और उसकी पत्नी कोरोनावायरस पॉज़िटिव पाए गए थे. इसके बाद इटली के टूरिस्टों से जुड़े कुल मामलों की संख्या 14 हो गई. उन्होंने कहा कि दुनिया भर में जो हाल है उसमें मिलजुल कर काम करने की दरकार है. उन्होंने ये भी कहा कि मंत्रियों के समूह के साथ पीएम नरेंद्र मोदी पूरे मामले पर नज़र बनाए हुए हैं.

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उन्होंने कहा कि कैबिनेट सेक्रेटरी के अलावा सभी संबंध मंत्रालयों ने भी इसपर नज़र बना रखी है. इसके अलावा भारत सरकार ने इसे लेकर ट्रैवल एडवाइजरी भी जारी की है और बदलते हालात के साथ इसे अपडेट किया जा रहा है.


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स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 18 जनवरी से ही बाहर से आ रहे लोगों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की जा रही है. उन्होंने ये भी कहा कि देश के 28 एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की जा रही है और स्क्रीनिंग के दौरान प्रभावित देशों से आने वालों लोगों पर ख़ासा ज़ोर है.

उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर लोगों से ‘स्वत: घोषणा’ वाला फॉर्म भरवाया जा रहा है. अब तक 6 लाख़ से ज़्यादा पैसेंजरों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. 12 बड़े बंदरगाहों और अन्य छोटे बंदरगाहों पर चीन से आने वाले जहाजों के लोगों की स्क्रीनिंग भी चल रही है. उन्होंने कहा कि अब इसे ग्राम सभा और पंचायती राज स्तर पर पहुंचाए जाने की दरकार है.

उन्होंने रेस्क्यू की जानकारी देते हुए कहा कि भारत सरकार वुहान से भारतीय छात्रों और पेशेवरों को भी निकाल कर लाई है. उन्होंने कहा कि 654 लोगों को वुहान से वापस लाया गया. इन्हें मानेसर में क्वॉरेंटाइन में रखा गया. उन्होंने बताया कि इंडियन एयरफोर्स ने भी 112 भारतीय को वुहान से बाहर निकाला. इन सबको मानेसर में ही रखा गया.

उन्होंने कहा कि वुहान से लाए गए सभी लोगों के टेस्ट नकारात्मक रहे. भारतीय एंबेसी चीन के अन्य हिसों में भारतीयों से संपर्क में है. उन्होंने बताया कि जापान के डायमंड प्रिंसेज़ जाहज से भी जिनको लाया गया उन्हें भी मानेसर में रखा गया है और सबके टेस्ट निगेटिव आए हैं.

रोकथाम से जुड़े कदमों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि देश भर में बाहर की ट्रैवल हिस्ट्री वालों की लगातार स्क्रीनिंग की जा रही है ताकि कंट्रोल बना रहे.

मास्क का बफर स्टॉक मौजूद

बाज़ार में बढ़ी मास्क की कीमतों के बीच हर्षवर्धन ने आश्वासन दिया कि एन-95 मास्क का बफर स्टॉक राज्य और केंद्र दोनों जगहों पर मौजूद है. उन्होंने इसका भी भरोसा दिलाया कि एनआईवी पुणे बड़े स्तर पर टेस्ट सैंपल को संभालने में सझम है.

उन्होंने कहा कि एक दर्जन से ज़्यादा टेस्टिंग सेंटर बनाए जा रहे हैं और इनकी संख्या को बढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए भी जागरुकता फैलाई जा रही है और भारत सरकार ने इसके लिए कॉल सेंटर भी खोला है.

उन्होंने कहा, ‘जैसे-जैसे देश और दुनिया भर में स्थिति बदल रही है, हम अपनी रणनीति बदल रहे हैं. हमने सभी राज़्यों को रोकथाम से जुड़े निर्देश दिए हैं, जो ज़िला स्तर तक पहुंचाया जाएगा. जिला कलेक्टर मामले में नोडल ऑफिसर होगा.’

राज्यसभा में नेताओं की कोरोनावायरस पर सलाह

स्वास्थ्य मंत्री द्वारा दी गई ऐसी जानकारी के बाद राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने विपक्ष समेत अन्य पार्टी के नेताओं से कहा कि मामले पर किसी तरह की बहस नहीं होगी. सदन में मौजूद लोग अगर चाहें तो सलाह दे सकते हैं.

सालह देते हुए राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबीं आज़ाद ने कहा, ‘राज्यों में कंट्रोल रूम चीफ़ मिनिस्टर के ऑफ़िस  (सीएमओ) में होना चाहिए और सभी ज़िलों के साथ इसका संपर्क होना चाहिए. हमारे यहां सबसे बड़े पब्लिक प्लेस रेलवे स्टेशन और बस अड्डे हैं. इन दोनों जगहों पर भी अनाउंसमेट हो.’

आज़ाद ने कहा कि मंत्रालय को हर भाषा में रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर घोषणा करनी चाहिए और लोगों को बताना चाहिए कि उन्हें आतंकित होने की ज़रूरत नहीं है. उन्होंने ‘क्या करें-क्या ना करें’ से जुड़ी सलाह देने को भी कहा.

इस दौरान टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन ने कहा, ‘नौ पन्नों के बयान के लिए स्वास्थ्य मंत्री का शुक्रिया. बंगाल पूरी तरह से केंद्र की इस मामले में मदद करेगा. लोगों तक सहायता पहुंचाए जाने के लिए पीडीएस सिस्टम का भी पूरी तरह से इस्तेमाल किया जाना चाहिए.’


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इसके बाद उन्होंने दिल्ली दंगों पर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा, ‘हमें उनका भी ख़्याल रखना चाहिए जो बिना कोरोनावायरस के मारे गए.’ ओब्रायन के बाद डीएमके नेता तिरुचि सिवा ने कहा, ‘एयरलाइन को लोगों को मास्क देना चाहिए और एयरपोर्ट को सैनिटाइज़ किया जाना चाहिए. राज्य सरकारों को भी निर्देश दिया जाना चाहिए.’

डीएमके की ही सांसद विजिला सत्यनाथ ने किसी आयुर्वेदिक तेल के इस्तेमाल की सलाह दी. उनके मुताबिक आयुर्वेदिक तेल से कोरोनावायरस को हराया जा सकता है. इसके बाद उन्होंने कहा, ‘ईरान में 900 मछुआरे फंसे हैं. इनमें से 700 तमिलनाडु के हैं. इन्हें वापस लाया जाए.’

सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा, ‘गांवों में कहीं कुछ ऐसा नहीं है. कोरोना सिर्फ शहरों में है. ये गांवों में नहीं पहुंचेगा.’ उन्होंने ऐसा दावा भी किया कि आयुर्वेद की दवाएं कोरोना को भगा देंगी. उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों पर नज़र रखने की दरकार है.

एनसीपी की वंदान चवन ने कहा कि गोमूत्र और गोबर से कोरोना के ठीक होने की बात कही जा रही है. इस पर वैज्ञानिक रिसर्च होनी चाहिए और इसकी सत्यता प्रमाणित की जानी चाहिए. जिसपर सभापति नायडू ने कहा कि ये सही-गलत मानना लोगों पर निर्भर करता है.

आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि मेडिकल स्टोर पर मास्क और सैनिटाइज़र के दाम बहुत बढ़ गए हैं. संसद में भी थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की जाए.

स्वपन दास गुप्ता ने कहा कि हमें बड़ी गैदरिंग पर रोक लगानी चाहिए इससे पहले की ये महामारी में तब्दील हो जाए.

कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने कहा कि जीवनदायी दवाओं के 80 प्रतिशत मात्रा के लिए हमारा देश चीन पर आधारित है. हमें इसपर ध्यान देना चाहिए. अमेरिका से चीन तक इसकी दवा बनाने पर ज़ोर है. एच1एन1 पर हम वर्ल्ड लीडर बने थे. अभी हमें इसपर ध्यान देना चाहिए.

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