पुणे: पुणे में “दो धागे श्री राम के लिए” अभियान ने गति पकड़ ली है, जिसके तहत लाखों लोग अयोध्या में प्रतिष्ठित राम लला की प्रतिमा के लिए वस्त्रों की बुनाई कर रहे हैं.
13 दिनों तक चलने वाला यह अभियान, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र और पुणे के हेरिटेज हैंडवीविंग रिवाइवल चैरिटेबल ट्रस्ट का एक सहयोगात्मक प्रयास है जो कि 10 दिसंबर को शुरू हुआ.
अभियान की आयोजक अनघा घैसास ने राम लला के लिए इस प्रयास में समुदाय को शामिल करने को लेकर उत्साह व्यक्त किया.
उन्होंने कहा, “अगले 13 दिनों में लगभग 10 लाख लोगों ने ‘दो धागे’ की बुनाई करते हुए भाग लेने के लिए पंजीकरण कराया है.”
घैसास ने हथकरघा की कला को बढ़ावा देते हुए इस पवित्र कार्य में नागरिकों को शामिल करने के अभियान के दोहरे उद्देश्य पर जोर दिया, उन्होंने कहा कि हथकरघा के लिए इंजीनियरिंग के समान कौशल की आवश्यकता होती है.
घैसास ने कहा, “हमारा इरादा हथकरघा को बढ़ावा देना भी है, जिसके लिए मैं लंबे समय से काम कर रहा हूं. हथकरघा आसान नहीं है, इसके लिए गणितीय सटीकता, धैर्य और विज्ञान की आवश्यकता होती है, इसलिए यह किसी इंजीनियरिंग से कम नहीं है.”
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने हर हथकरघे पर एक एक्सपर्ट को रखा है जो बुनाई करने वालों का मार्गदर्शन करेगा.
घैसास ने बताया कि राम लला के लिए वस्त्र मुख्य रूप से रेशम से तैयार किए जाएंगे और चांदी की ज़री से सजाए जाएंगे.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और राम मंदिर ट्रस्ट के गोविंद देव गिरि महाराज के दौरे से अभियान को गति मिली. दोनों ने हथकरघा गतिविधियों में भाग लिया, जो इस पहल के लिए व्यापक समर्थन को रेखांकित करता है.
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