नई दिल्ली: डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (डीएनए) टेस्ट से पुष्टि हुई है कि फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी का कर्मचारी उमर उन नबी वही व्यक्ति था जो सोमवार शाम लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के बाहर विस्फोटक से भरी कार चला रहा था.
सुरक्षा एजेंसियों ने पहले ही उमर की मां और भाई के डीएनए के सैंपल लिए थे ताकि उस संदिग्ध की पहचान की जा सके जो सफेद i-20 हुंडई कार चला रहा था.
जांच से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, इस अहम सबूत के साथ अब यह साफ हो गया है कि उमर का फरीदाबाद में पकड़े गए जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल से संबंध था.
पुलिस के एक अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया, “डीएनए टेस्ट ने वही साबित किया जो परिस्थितिजन्य सबूतों से साफ था. धमाके की जगह कार से मिले शव के हिस्से का डीएनए, उसकी (उमर की) मां के डीएनए सैंपल से मैच हुआ है.”
इस जोरदार धमाके में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 31 लोग घायल हुए हैं. बुधवार को केंद्र सरकार ने इस घटना को औपचारिक रूप से आतंकी हमला घोषित किया और कहा कि यह “राष्ट्रविरोधी ताकतों द्वारा किया गया कृत्य” था.
डीएनए सैंपल रिपोर्ट ऐसे वक्त में आई है जब दिल्ली पुलिस को कमला नगर मार्केट से अहम सीसीटीवी फुटेज मिला, जहां उमर धमाके से कुछ घंटे पहले गया था. अब तक बिना मास्क वाला उसकी पहचान वाला यही एकमात्र वीडियो है.
पुलवामा निवासी उमर की दूसरे आरोपी मुजम्मिल के साथ लंबे समय से दोस्ती थी, जिसे जम्मू-कश्मीर पुलिस ने धमाके से कुछ दिन पहले फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार किया था.
उमर की नज़दीकी शोपियां के मौलवी इरफान अहमद वागे से भी थी. उसी की पूछताछ में पहली बार सुराग मिला, जिससे उस आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ, जिसकी मौजूदगी का अंदाज़ा पहले सिर्फ 17 अक्टूबर के आसपास श्रीनगर के बाहरी इलाकों में लगे पोस्टरों से हुआ था.
इस बीच, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की बम स्क्वाड टीम ने उमर के नाम से पंजीकृत दूसरी कार बरामद की है. यह गाड़ी — एक ईकोस्पोर्ट फरीदाबाद में उमर के एक दोस्त के फार्महाउस से मिली. फिलहाल इसे जांच के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञों को सौंप दिया गया है.
(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
यह भी पढ़ें: लाल किला धमाका: मॉड्यूल का टारगेट बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां, डेढ़ साल से जमा कर रहे थे विस्फोटक
