चेन्नई: सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के एक स्थानीय कार्यकर्ता को 6 साल की बच्ची के यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने जोर देकर कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध में शामिल लोगों के खिलाफ “कड़ी कार्रवाई” की जाएगी.
तमिलनाडु विधानसभा में स्टालिन ने बुधवार को घोषणा की कि विरुधाचलम से डीएमके वार्ड सदस्य के खिलाफ गंभीर आरोप सामने आने के बाद आरोपी वाई. पाकीरिसामी को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया.
डीएमके प्रमुख स्टालिन ने कहा कि 11 अप्रैल को कुड्डालोर के विरुधाचलम के प्राइवेट प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले यूकेजी के एक छात्र ने स्कूल से लौटने के बाद पेट दर्द की शिकायत की थी.
अस्पताल में मेडिकल जांच में पाया गया कि बच्ची के साथ यौन शोषण किया गया था. पीड़िता को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
विरुधाचलम में ऑल वुमेन पुलिस स्टेशन, जिसे बच्ची की मां की ओर से शिकायत मिली थी, ने स्कूल कॉरेस्पॉन्डेंट (निजी स्कूलों में एक पोस्ट), पाकीरिसामी को यूकेजी छात्रा का शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया.
पुलिस से जुड़े सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि पाकीरिसामी पर यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था और इसकी जांच चल रही थी.
स्टालिन ने सदन को सूचित किया कि पाकीरिसामी को पार्टी से निकाल दिया गया है.
डीएमके प्रमुख ने कहा, “जैसे ही हमें पता चला कि पाकीरिसामी विरुधाचलम में डीएमके वार्ड सदस्य हैं, उनकी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता रद्द कर दी गई थी. उन्हें तुरंत पार्टी से निकाल दिया गया था. महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध चाहे जो भी हो, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.”
(संपादन: फाल्गुनी शर्मा)
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