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Monday, 23 December, 2024
होमदेशआप नेता पर अंकित शर्मा के परिवार ने लगाया हत्या का आरोप, ताहिर हुसैन ने कहा- मैं खुद दंगा पीड़ित

आप नेता पर अंकित शर्मा के परिवार ने लगाया हत्या का आरोप, ताहिर हुसैन ने कहा- मैं खुद दंगा पीड़ित

अंकित के परिवार द्वारा लगाए गए जा रहे आरोपों पर ताहिर का कहना है कि वो ख़ुद दंगा पीड़ित हैं. उन्होंने कहा कि उनके बचाव में दिल्ली पुलिस आठ घंटे बाद आई.

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नई दिल्ली: दिल्ली दंगों में जान गंवाने वाले इटेंलिजेंस ब्यूरो (आईबी) अधिकारी अंकित शर्मा का परिवार बार-बार ये आरोप लगा रहा है कि उनके बेटे की हत्या में आम आदमी पार्टी (आप) के स्थानीय नेता ताहिर हुसैन का हाथ है. हालांकि, ताहिर ने एक चैनल से बातचीत में सफ़ाई दी कि वो ‘ख़ुद दंगा पीड़ित’ हैं.

देश की राजधानी के पूर्वोत्तर दिल्ली में चार दिनों तक चले दंगों में मरने वालों की संख्या 34 हो गई, इनमें आईबी अधिकारी अंकित शर्मा भी हैं. जिनका शव पूर्वोत्तर दिल्ली के चांद बाग के नाले से मिला जिसके बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. अंकित की मौत का पता चलने के बाद से ही परिवार लगातार कह रहा है कि उनके लड़के की हत्या में कथित तौर पर आप नेता ताहिर हुसैन का हाथ है.

इस शक के कारण का हवाला देते हुए परिवार वाले कहते हैं कि ताहिर के घर से ही हिंदू बहुल इलाक़े में हमला किया जा रहा था. उनके ही घर से पत्थर, पेट्रोल बम और गोलियां चलाई जा रही थीं. यही नहीं परिवार वालों का यह भी आरोप है कि अंकित की हत्या ताहिर के घर में ही ले जाकर की गई होगी.

मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सोशल मीडिया प्रमुख अमित मालवीय ने भी ताहिर पर आरोप लगाते हुए ट्वीट किया है, ‘स्थानीय लोग लगातार ऐसी वीडियो भेज रहे हैं जो आम आदमी पार्टी के कॉर्पोरेटर मोहम्मद ताहिर द्वारा हिंदुओं पर हिंसा करने के सबूत के तौर पर काम कर रहे हैं.’

इसी का हवाला देते हुए मालवीय दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगा रहे हैं कि इन्हीं वजहों से केजरीवाल ने ना तो अपने नेताओं और ना ही मौलवियों की बैठक बुलाई जिससे हिंसा को रोका जा सके. दिल्ली के सीएम केजरीवाल के ऊपर दंगा को रोकने में सही भूमिका नहीं निभाने के चौतरफ़ा आरोप लग रहे हैं.

टीवी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक ताहिर की छत पर पेट्रोल बम भी मिले हैं. इस पर ताहिर ने अपना पक्ष रखते हुए एक टीवी चैनल से कहा, ‘जब हिंसा शुरू हुई तब मैं वहां नहीं था. मैं परिवार वालों के साथ वहां से जान बचाकर भाग चुका था. मुझे तो दिल्ली पुलिस ने बचाकर वहां से निकाला जिसके बाद दंगाईयों ने मेरे घर पर कब्ज़ा कर लिया.’


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मालवीय ने जो वीडियो पोस्ट किया है अगर उसकी मानें तो ताहिर अपने घर की छत पर स्वेटर पहने और हाथ में रॉड लिया हुआ है…उनके साथ कुछ और लोग भी हैं..कभी वह अपनी छत से नीचे की तरफ देखते हुए भी नजर आते हैं. हालांकि, ताहिर की मानें तो वो ख़ुद दंगा पीड़ित हैं. अंकित के परिवार द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर ताहिर ने कहा कि उनका बच्चा गया है. वो कुछ भी कह सकते हैं.

उनके ऊपर लगाए जा रहे इल्ज़ाम पर उनका कहना है कि ये ‘सरासर ग़लत’ है. ताहिर ने ये भी कहा कि वो अपनी सुरक्षा के लिए लगातार पुलिस को फ़ोन करते रहे लेकिन पुलिस देर से आई. दिल्ली हिंसा और ताहिर हसन का नाम आने पर आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह का कहना है कि दिल्ली में हुई हिंसा के लिए जो भी दोषी हो उसे सज़ा मिलनी चाहिए.

सिंह ने कहा, ‘ताहिर ने पहले ही अपना बयान दे दिया है जिसमें उन्होंने पुलिस और मीडिया को उनके घर में हिंसा के दौरान भीड़ घुसने की बात बताई है. उन्होंने अपने बचाव के लिए पुलिस को बुलाया, पुलिस 8 घंटे बाद आई और उन्हें बचाकर निकाला.’

सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को एक ट्वीट किया, ‘इनकी जान की क्षति से बेहद दुख पहुंचा है. दोषियों को नहीं बख़्शा जाना चाहिए.’ उन्होंने ये भी लिखा कि दिल्ली को इतनी बुरी हालत में देखना काफ़ी दुख पहुंचाने वाला है.

पूर्वोत्तर दिल्ली के ख़जूरी ख़ास में रहने वाले शर्मा का पूरा परिवार इस घटना से सदमे में हैं. मां बिलख रही है, बहन को विश्वास नहीं हो रहा है कि उसका भाई इस दुनिया में अब नहीं है. अंकित की मां सुधा शर्मा ने दिप्रिंट से कहा, ‘हमने कई बार पुलिस से संपर्क करने की कोशिश की. दसियों बार फ़ोन किए लेकिन सब बेकार गया.’ अंकित की मां का कहना है कि अगर पुलिस ने तेजी दिखाई होती तो उनके बेटे की जान बच सकती थी.

उस दिन के हालात को याद करते हुए मृतक अधिकारी के भाई अंकुर ने बताया कि अंकित ऑफ़िस से जब घर लौटे तो हिंसा हो रही थी. घर आकर उन्होंने कपड़े बदले और हालात का जायज़ा लेने बाहर निकले. भाई की मानें तो इस दौरान दंगाई भीड़ ने अंकित को अपनी ओर खींच लिया और उन्हें वहां से ताहिर के घर ले जाकर उनकी हत्या कर दी.

अंकित के परिवार को बताया गया कि हिंसा में मारे गए लोगों का शरीर इलाक़े में फेंका गया है जिसके बाद उन्होंने बुधवार को सुबह 7 बजे से तलाश शुरू कर दी पर कुछ हासिल नहीं हुआ. इसके बाद पुलिस 10 बजे के करीब आई और अंकित का शरीर 11 बजे चांद बाग़ के पास नाले से मिला.

ताहिर हुसैन पर हत्या का आरोप लगने और उनके घर की छत से कोल्ड ड्रिंक की बोतल मिलने पर विवाद बढ़ता जा रहा है. भाजपा नेता शहनवाज हुसैन ने कहा है कि आम आदमी पार्टी को जवाब देना चाहिए कि आम आदमी पार्टी ताहिर हुसैन के घर इतने पेट्रोल बम क्यों मौजूद हैं? कब से प्लानिंग हो रही थी? कौन इसके पीछे था? और इसकी जांच भी की जाएगी. इस दंगे में जो लोग भी शामिल हैं बख्शे नहीं जाएंगे.

बता दें कि तीन दिन चली हिंसा में अब तक मरने वाली की संख्या 34 हो चुकी है. 200 से अधिक लोग घायल हैं. बुधवार को हिंसा को लेकर अलग-अलग थानों में 18 केस दर्ज किए गए हैं. 106 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है.

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1 टिप्पणी

  1. भाजपा के दबाव में दिया गया बयान।अगर आतंकी घर में मारने आये तो आत्म रक्षा का अधिकार तो संविधान भी देता है।जो भी अपने बचाव में इसने किया सही किया।जब पुलिस भी आतंकियो के साथ हो तो अपने रक्षा का दायित्व खुद पर है।

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