नयी दिल्ली: पिछले साल के मुकाबले इस साल दिवाली पर कम रहा दिल्ली में प्रदूषण का स्तर. दिवाली से पहले ही दिल्ली में पटाखों पर बैन लगाया गया था, हालांकि फिर भी दिल्ली में पटके फोड़े गए थे. दिल्ली के प्रदूषण स्तर को कम देखते हुए अरविन्द केजरीवाल ने मंगलवार को एक ट्वीट कर दिल्लीवालों के प्रयासों की सराहना की.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि शहर में प्रदूषण के प्रकोप को थामने के लिए राजधानी वासियों द्वारा किये जा रहे प्रयास उत्साहजनक हैं, लेकिन अभी लंबी दूरी तय करनी है.
दिवाली पर राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गयी है. हालांकि अनुकूल मौसम परिस्थितियों के कारण पिछले सालों की तुलना में इस बार हालात बेहतर हैं.
मंगलवार सुबह आठ बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 326 रहा.
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘प्रदूषण के क्षेत्र में दिल्लीवासी काफ़ी मेहनत कर रहे हैं. काफ़ी उत्साहजनक नतीजे आये हैं. पर अभी लंबा रास्ता तय करना है. दिल्ली को दुनिया का बेहतरीन शहर बनाएंगे.’
प्रदूषण के क्षेत्र में दिल्लीवासी काफ़ी मेहनत कर रहे हैं। काफ़ी उत्साहजनक नतीजे आये हैं। पर अभी लंबा रास्ता तय करना है। दिल्ली को दुनिया का सबसे बेहतरीन शहर बनायेंगे https://t.co/VVoLxBrGd4
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 25, 2022
पिछले कुछ सालों में दिवाली पर आतिशबाजी और इस दौरान पराली जलाने की घटनाओं से दिल्ली में पीएम 2.5 प्रदूषक तत्वों के कारण अधिक प्रदूषण रहा है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में पिछले साल दिवाली पर 382, 2020 में 414, 2019 में 337, 2017 में 319 और 2016 में 431 एक्यूआई दर्ज किया गया था. रविवार शाम को दिल्ली में 24 घंटे का औसत एक्यूआई 259 दर्ज किया गया था, जो दिवाली की पूर्व संध्या पर सात वर्षों में सबसे कम था.
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ तथा 401 और 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.